सिरोही. जिले में 27 सितंबर से 1 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले वैश्विक शिखर सम्मेलन में रविवार को केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भाग लिया. यह कार्यक्रम शहर के आबूरोड के पास स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान में किया जा रहा है. सम्मेलन में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की परम्परा रही है कि हमने हमेशा शांति की बात की है. कभी तलवारों के दम पर अपने विचार मनवाने का प्रयास नहीं किया. साथ ही उन्होंने संस्थान की ओर से महिला सशक्तिकरण के लिए किए गए प्रयासों की भी सराहना की.
वहीं रविशंकर प्रसाद ने आगे सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आध्यात्मिकता के जरिए ही सुकून मिल सकता है. मेडिटेशन के जरिए एकाग्र होकर चिंतन मनन किया जा सकता है. ध्यान से किए गए मनन से सारी तकलीफे और बाधाएं दूर हो सकती हैं. भौतिकता और भाग दौड़ की दुनिया में किसी के पास खुद के लिए समय नहीं है. जिसके कारण वह लगातार भारत की प्राचीन संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं. ध्यान और अध्यात्म दोनों के लिए मनुष्य को समय निकालना चाहिए. जिससे उनको सुकून और शांति की अनुभूति हो सके.
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सम्मेलन की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए रविशंकर ने कहा कि संस्थान की ओर से जिस प्रकार से विश्व में शांति और समृद्धि लाने के लिए मंथन किया जा रहा है, वह सराहनीय है. लोग शांति की तलाश में भटक रहे हैं, पर उन्हें कोई सही रास्ता नहीं मिल रहा है. आपका संस्थान लोगों को शांति की राह पर चलने की प्रेरणा दे रहा है.
यह वैश्विक सम्मेलन अपने आप में अनूठा है. जिसमें देश ही नहीं विदेश के भी कई गणमान्य लोग विश्व में शांति स्थापित करने के प्रयासों को लेकर मंथन कर रहे हैं. वहीं उन्होंने देश में नए भारत की बात करते हुए कहा कि सोशल मीडिया जिस प्रकार से आगे बढ़ रहा है, उससे देश को फायदा हुआ है.