श्रीमाधोपुर (सीकर). जिले के श्रीमाधोपुर में पुलिस ने शनिवार को ब्लैकमेल करने के मामले में तीन अरोपियों को गिरफ्तार कर 75 हजार रुपये बरामद किया है. आरोप है कि एक व्यक्ति को दुष्कर्म के झूठे आरोप में फंसाकर ब्लैकमेल किया जा रहा था. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जाल बिछाकर तीनों आरोपियों को दबोच लिया.
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थानाधिकारी राजेन्द्र यादव ने बताया कि अजमेर जिले के किशनगढ़ इलाके में बडगांव की रहने वाली एक महिला ने 25 अगस्त 2019 को पीथलपुर के रहने वाले भागीरथ मल के खिलाफ एक होटल में ले जाकर दुष्कर्म करने मामला दर्ज कराया था. महिला ने अपनी शिकायत में खिला था कि 21 अगस्त को श्रीमाधोपुर थाने के त्रिलोकपुरा गांव की रामप्रसादवाली ढ़ाणी में वो अपनी ममेरी बहन के साथ राखी लेकर आई थी।. 22 अगस्त को अपने गांव जाने के लिए रतनपुरा मोड पर खड़ी थी, तभी एक व्यक्ति बाइक लेकर आया और पूछा कि कहां जाना है. उसे क्षरा अजीतगढ जाना बताया तो उसने कहा कि वो भी अजीतगढ़ ही जा रहा है. ये बोलकर उसने बाइक पर बैठा लिया. वहां से रवाना होकर वो मूंडरू गांव से थोड़ा आगे एक होटल पर चाय पीने के बहाने रूका और ऊपर कमरे में ले जाकर जान से मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया. उसके बाद अजीतगढ़ ले जाकर छोड़ गया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई.
दरअसल, मामला दर्ज कराने के जब पुलिस ने पूछा कि आपने उसी दिन मामला दर्ज क्यों नही कराया तो महिला ने कहा कि वो जयपुर चली गई थी. चार दिन बाद मामला दर्ज कराने के बाद पुलिस ने जब मेडिकल कराने की बात कही तो महिला ने मेडिकल नहीं कराया और फोन भी स्विच ऑफ कर दिया. ममेरी बहन को कहे जाने पर उसने मेडिकल कराया. पुलिस ने जब घटना स्थन पर जाकर सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उसमें वो आराम से बात करते नजर आई. साथ वो आराम से बाइक पर बैठकर जाती नजर आई तो पुलिस का शक और गहरा गया. वहीं, पीडि़त ने भी सारी बात मोबाइल में रिकार्ड कर पुलिस को साक्ष्य दिए तो पुलिस ने तीनों आरोपियो का रंगो हाथों गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि आरोपी महिला अपने पति से अलग रह रही है और पहले भी कुछ लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था.
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वहीं, इस मामले में पल्लेदारी का काम करने वाले पीड़ित भागीरथ मल ने बताया कि करीब दो महीने पहले जयपुर से एक महिला ने फोन कर कहा था कि वो एलआईसी ऑफिस से बोल रही है. उसके बच्चों की पॉलिसी के रूपये देने की बात कहकर जयपुर बुलाया. भागीरथ ने खुद को बिजी बताकर बाद में आने की बात कही. इसके बाद 20 अगस्त की शाम उस महिला का फिर फोन आया और कहा कि उनकी कर्मचारी अजीतगढ़ आई हुई है. उससे मिलकर कागजात दे दीजिए. भागीरथ ने रात होने की बात कहकर मना कर दिया. जिसपर उस महिला ने कहा कि वो कल तक वहीं रूकेगी, आप सुबह मिल लेना. 21 अगस्त को दूसरी महिला ने फोन कर एलआईसी के बारे में बताने की बात कहकर रतनपुरा मोड़ बुलाया और वहां से अजतगढ छोड़ने की बात कहकर बाइक पर बैठ गई. मूंडरू से आगे निकलते ही एक होटल पर रूकर कर खाना खाने की बात कही और होटल के एक कमरे में ले गई, जहां कागजात की फोटो कॉपी ले ली और जयपुर जाकर एलआईसी के भुगतान के बारे में बताने की बात कही. अजीतगढ़ पहुंचकर बाइक से उतर गई. इसके बाद 23 अगस्त और 24 अगस्त को उस महिला का फोन आया कि 80 हजार रुपये लेकर जयपुर आओ, नहीं तो दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दूंगी. दो दिन लगातार बार-बार फोन आने से उसने फोन बंद कर लिया और अपने एक परिचित को सारी बात बताई. इसके बाद महिला की बातों को फोन पर रिकॉर्ड कर लिया. हालांकि इस दौरान पीड़ित को 80 हजार रुपये आरोपी महिला को देने पड़ गए थे. इसके बाद 30 अगस्त को थाने आकर पुलिस को सारी बात बताकर मामला दर्ज कराया.