जोधपुर : जोधपुर नगर निगम उत्तर का वर्तमान कार्यकाल का पांचवा और अंतिम बजट मंगलवार को महापौर कुंती देवड़ा पेश करेंगी. खास बात यह है कि इस बजट के बाद में आगे कोई भी महापौर इस नगर निगम का कोई बजट पेश नहीं कर पाएगा. कुंती देवड़ा अपने कार्यकाल का पांचवा बजट मंगलवार को नगर निगम सभा भवन में पेश करेंगी.
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही कुंती देवड़ा को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. करीब 1 साल से पार्षदों के काम नहीं हो रहे हैं. कुंती देवड़ा का कहना है कि एक साल में पार्षद कोटे के काम के लिए भी पूरे टेंडर नहीं जारी किए गए. नए आयुक्त के साथ हमने बैठक कर यह प्रक्रिया जल्द पूरी करने का कहा है, जिससे अंतिम वर्ष में बचे हुए काम हो सके.
इसलिए कोई भी आगे बजट पेश नहीं करेगा : दरअसल, 5 साल पहले तक जोधपुर में एक ही नगर निगम था, लेकिन अशोक गहलोत जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने जोधपुर सहित कई शहरों के अंदर दो नगर निगम बना दिए. इसमें जोधपुर में नगर निगम दक्षिण और उत्तर बनाए गए. नगर निगम दक्षिण पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है तो उत्तर पर कांग्रेस का. प्रदेश में भजनलाल सरकार बनी तो जोधपुर नगर निगम फिर से एक करने का फैसला कर लिया गया. ऐसे में अब अगले पांच साल तक जोधपुर में एक ही नगर निगम होगा. ऐसे नगर निगम उत्तर का अस्तित्व खत्म हो जाएगा, तो कोई नया महापौर नहीं बनेगा.
160 की जगह फिर 100 वार्ड होंगे जोधपुर में : प्रदेश की भाजपा सरकार ने नगर निगम उत्तर खत्म करने का फैसला कर लिया है. इसके साथ ही जोधपुर में वर्तमान में मौजूद 160 वार्डों की जगह 100 वार्ड ही करने का भी निर्णय लिया है. कुछ समय पहले तक जोधपुर में 80 वार्ड थे. इसके बाद गहलोत सरकार में 100 वार्ड किए, लेकिन गत चुनाव से पहले दो निगम कर 160 वार्ड कर दिए थे. भाजपा ने आरोप लगाया था कि राजनीतिक फायदे लेने के लिए यह फैसला हुआ था.