सीकर. जिले के नागवा गांव से 7 दिन पहले डोली से दुल्हन के अपहरण मामला एक बार फिर विवादों में आ गया है. राजपूत समाज के आन्दोलन के बाद अब जाट समाज भी सड़कों पर उतर आया है और सीकर बंद का आह्वान किया है.
वीर तेजा सेना के बैनर तले जाट समाज के लोगों ने बुधवार को एसपी को ज्ञापन सौंपा और कलेक्ट्रेट के बाहर जाम लगा दिया. इनका आरोप है कि दुल्हन अपहरण के मामले में पुलिस जांच में मनमानी कर रही है. प्रदर्शन करने वाले लोगों ने मामले की जांच कर रहे अधिकारी को बदलने की मांग की है.
वीर तेजा सेना सीकर के बैनर तले जाट समाज के सैकड़ों लोग बुधवार को डाक बंगला में इकट्ठे हुए और यहां से रैली के रूप में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां पर एसपी को ज्ञापन सौंपकर दुल्हन अपहरण केस के जांच अधिकारी को बदलने और 4 दिन पहले राजपूत नेताओं की ओर से जाट समाज पर टिप्पणी करने के मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. तेजा सेना के पदाधिकारी श्रीराम बिजारणिया ने कहा कि गुरूवार को बाजार बंद के साथ-साथ सीकर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का घेराव किया जाएगा.
प्रदर्शन कर रही तेजा सेना का कहना है कि इस मामले में मनमाने ढंग से जांच की जा रही है और साथ ही कुछ दिन पहले राजपूत समाज के नेताओं ने जाट समाज को लेकर धमकी देने वाले और गाली गलौज की वीडियो जारी किए थे, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. एसपी को ज्ञापन देने के बाद यह लोग कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गए और रोड पर जाम लगा दिया. एसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
गौरतलब है कि 16 अप्रैल को धोद थाना क्षेत्र के नागवा गांव में दो बहनों की शादी थी. शादी के बाद विदाई के समय उसी गांव का आरोपी अंकित दुल्हन को अपहरण कर ले गया था. इस मामले में राजपूत समाज ने पुलिस का घेराव किया था और तीन दिन तक सीकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था. दुल्हन को पुलिस ने देहरादून से बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. अब पुलिस पर आरोपी के खिलाफ मनमाने ढंग से जांच के आरोप वीर तेजा सेना ने लगाए हैं.