फतेहपुर (सीकर). पंचायत सहायकों ने नियमितीकरण, वेतन वृद्धि को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी और विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपे. ज्ञापन में मांग की गई है कि पंचायत सहायकों को 6 हजार रुपए वेतन मिलता है. जिससे उनका परिवार का खर्चा भी ठीक से नहीं चल पा रहा है. ऐसे में उनको स्थाई किया जाए और जब तक स्थाई नहीं किया जाता तब तक उनकी सैलरी बढ़ाकर 18500 रुपए की जाए.
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ग्राम पंचायत सहायक संघ के उपाध्यक्ष महिपाल नेहरा ने बताया विभिन्न मांगों को लेकर उपखण्ड अधिकारी शीलावती मीणा और विकास अधिकारी रमेश ढाका को ज्ञापन सौंपा गया है. बता दें कि पंचायत सहायक पिछले चार वर्षों से ग्राम पंचायतों में ग्राम विकास अधिकारी के साथ कार्य कर रहे हैं. गांवों की समस्त सूचनाओं का आदान-प्रदान इन्हीं के माध्यम से जनता तक पहुंच पाता है.
नेहरा का कहना है कि यदि सरकार समय रहते उनके मानदेय में वृद्धि नहीं करती है तो आंदोलन किया जायेगा और उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. प्रदेश में लगातार कर्मचारी संगठन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. कोरोना काल में जहां एक और संविदाकर्मी भी खुद को स्थाई करने और वेतन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं तो दूसरी और राज्य के कर्मचारी संगठन सरकार के वेतन कटौती के फैसले के विरोध में उतर आए हैं. पिछले कुछ दिनों से गहलोत सरकार को लगातार कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.