प्रयागराज: कल यानी 13 जनवरी से पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ ही महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी. इसके साथ ही मेला क्षेत्र की सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है. महाकुंभ क्षेत्र को 7 स्तरीय सुरक्षा घेरे में लिया गया है. NSG, ATS जैसी सुरक्षा एजेंसियों ने अपना मोर्चा संभाल लिया है. आज से ही महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों की एंट्री बैन कर दी गई है. 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन शाही स्नान के कारण 16 जनवरी तक महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. शुक्रवार से 4 दिनों तक श्रद्धालुओं को 7 प्रमुख रूट्स पर निर्धारित किए गए पार्किंग स्थलों में ही वाहन खड़े करने होंगे.
श्रद्धालुओं पर बरसेंगे गुलाब के फूल: महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं पर गुलाब के फूलों की होगी पुष्प वर्षा उद्यान विभाग द्वारा गुलाब की पंखुड़ियां को हेलीकॉप्टर के माध्यम से संगम क्षेत्र में पूरे 4000 हेक्टेयर के मेला क्षेत्र के श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की पूरी तैयारी कर ली है. कुंभ मेले के उद्यान प्रभारी वीके सिंह ने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर गुलाब की पंखुड़ियां की वर्षा की पूरी तैयारी कर ली गई है. प्रत्येक स्नान पर्व पर लगभग 20 कुंतल गुलाब की पंखुड़ियां से वर्षा की जानी है.
ऑटो और ई-रिक्शा का किराया 10 रुपए प्रति व्यक्ति, शटल बसों में फ्री यात्रा : मेला विकास प्राधिकरण ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शटल बसों का तो संचालन किया ही है, इसके साथ ही साथ ऑटो और ई-रिक्शा का किराया भी प्रति व्यक्ति तय कर दिया है. प्रति व्यक्ति ऑटो व ई-रिक्शा का किराया 10 रुपये प्रति किलोमीटर निर्धारित किया गया है. श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए प्रयागराज में चलने वाली शटल बसों में 12 से 15 जनवरी तक यात्रा फ्री कर दी गई है
5 प्वाइंट्स में समझिए ट्रैफिक प्लॉन
- क्राउड मैनेजमेंट के लिए प्रयागराज में बनाए गए हैं 80 ठहराव स्थल.
- संगम के नजदीक बनाए गए 24 सैटेलाइट पार्किंग स्थल.
- अमृत स्नान के लिए 7 रूट्स से मेले में आएंगे करोड़ाें श्रद्धालु.
- 102 पार्किंग स्थलों पर पार्क किए जा सकेंगे 5 लाख वाहन.
- सामान्य दिनों और मुख्य स्नान पर्वों के लिए तैयार की गई अलग–अलग यातायात व्यवस्था.
संगम की ओर आज से ही आने लगा श्रद्धालुओं का रेला : 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान के साथ कल्पवास भी शुरू हो जाएंगे. कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं का रेला अब संगम की ओर साफ देखा जा सकता है. अपने-अपने वाहनों में जरूरत का सभी साजो-सामान लेकर श्रद्धालु संगम की रेती पर विभिन्न मार्गों से प्रवेश कर रहे हैं. इसके अलावा देशभर के कोने-कोने से संगम में एक डुबकी लगाने की चाह लेकर आने वाले श्रद्धालुओं का जत्था भी संगम की ओर जा रहा है. ऐसे में काली सड़क पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा सकती है. संगम क्षेत्र में नो व्हीकल जाेन घोषित होने के कारण शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर जाम लग रहा है. लाखों श्रद्धालु अबतक संगम की रेती पर कल्पवास करने पहुंच चुके हैं.
महाकुंभ खास-खास
- संस्थाओं की संख्या 10 हजार.
- मेला का कुल क्षेत्रफल 4000.
- संक्टरों की कुल संख्या 25.
- घाटों की कुल लंबाई 12 किलोमीटर.
- 1850 हेक्टेयर में पार्किंग स्थल बनाए गए.
- मेला क्षेत्र में कुल 488 किलोमीटर लंबी चकर्ड प्लेट्स बिछाई गईं.
- 67 हजार स्ट्रीट लाइट्स लगाई गईं हैं.
- डेढ़ लाख शौचालय बनाए गए हैं.
- 1 लाख 60 हजार टेंट लगाए गए हैं.
- 25 हजार लोगों के लिए फ्री बेड की सुविधा.
- कुल 30 पांटून पुलों से मेला क्षेत्र में जाएंगे श्रद्धालु.
- 25 से 30 जनवरी के बीच 6 करोड़ श्रद्धालु करेंगे अमृत स्नान.
किस रूट से आएं तो कहां पार्क करें वाहन: मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए विभिन्न दिशाओं से आने वाले कुल 7 प्रमुख मार्ग निर्धारित किए गए हैं. इनमें जौनपुर मार्ग, वाराणसी मार्ग, मिर्जापुर मार्ग, रीवा चित्रकूट मार्ग, कानुपर-फतेहपुर-कौशांबी मार्ग, कौशांबी मार्ग, और लखनऊ-प्रतापगढ़ मार्ग शामिल हैं.
- जौनपुर मार्ग, आगमन: इस रूट के वाहन जौनपुर से फूलपुर, सहसों चौराहा, फाफामऊ, सहसों मार्ग होते हुए गारापुर तिराहे तक आएंगे. इसके बाद यहां चीनी मिल पार्किंग स्थल पर पार्क होंगे. यह पार्किंग स्थल भरने पर पूरेसूरदास, बदरा सोनौटी व समयामाई पार्किंग स्थलों पर वाहन पार्क कर पैदल मेला क्षेत्र तक जाना होगा
- वापसी का मार्ग: वापस लौटने का मार्ग अलग तय किया गया है. चीनी मिल पार्किंग स्थल व पूरे सूरदास पार्किंग स्थल में खड़े वाहनों को रहिमापुर मार्ग से सहसों चौराहे निकाला जाएगा. यहां से फूलपुर होते हुए जौनपुर की तरफ यात्री अपने वाहनों से गंतव्य की ओर जा पाएंगे. बदरा सौनौटी पाकिंग स्थल पर पार्क किए गए वाहनों को पार्किंग स्थल से बाबा लाल मार्केट तिराहा होते हुए सहसों से फूलपुर और जौनपुर की ओर निकाला जाएगा. जबकि समया माई पार्किंग स्थल में पार्क वाहनों को अंटा चौराहा से भैरव कुआं होते हुए मलावा बुजुर्ग से फूलपुर होते हुए जाैनपुर निकाला जाएगा.
- वाराणसी मार्ग, आगमन : वाराणसी से राजातालाब, भदोही, हंडिया, सैदाबाद, हनुमानगंज, हबुसा मोड, कनिहार मोड, कनिहार अंडरपास चमनगंज,जेकेडीएल मार्ग, नागेश्वर/शिवमंदिर होते हुए वाहन उस्तापुर पार्किंग जाएंगे, फिर ऐरावत संगम घाट.
- वापसी: ऐरावत संगम घाट, जेकेडीएल मार्ग, रिंग रोड सहसों, हबुसा,हबुसा मोड़, हनुमानगंज, सैदाबाद, हंडिया, भदोही, राजातालाब होते हुए वाराणसी के लिए वाहन रवाना होंगे.
- मिर्जापुर मार्ग, आगमन: मिर्जापुर, रज्जू भइया यूनीवर्सिटी, सरस्वती हाईटैक सिटी पार्किंग, मदनुवा पार्किंग, ओमेक्स सिटी पार्किंग/टेंट सिटी पार्किंग, देवरख पार्किंग में वाहन खड़े करने के बाद अरैल से संगम घाट तक श्रद्धालु पहुंचेंगे .
- वापसी: अरैल संगम घाट, देवरख पार्किंग, ओमेक्स सिटी/टेंट सिटी पार्किंग, मदनुवा पार्किंग, सरस्वती हाईटेक पार्किंग के बाद रिंग रोड मिर्जापुर, एनएच मिर्जापुर जाएंगे.
- रीवा चित्रकूट मार्ग, आगमन: रीवा/चित्रकूट से मामा भांजा तालाब, दांडी तिराहा, टीसीआई मोड़, खान चौराहा होते हुए एग्रीकल्चर पार्किंग में वाहन खड़े करने होंगे. यह पार्किंग भरने पर नवप्रयागम पार्किंग, गंजियाग्राम पार्किंग स्थल पर वाहन खड़े करने होंगे. यहां से पैदल अरैल संगम घाट स्नान के लिए जाना होगा.
- वापसी: अरैल संगम घाट से गंजियाग्राम पार्किंग, नव प्रयागम पार्किंग स्थल से वाहन लेने के बाद नए यमुना पुल होते हुए लेप्रोसी जंक्शन, दांडी तिराहा होते हुए मामा भांजा तालाब से जंक्शन और चित्रकूट/रीवा के लिए रवाना होना होगा.
- कानपुर-फतेहपुर- कौशांबी मार्ग, आगमन: कानपुर-फतेहपुर, कौशांबी होते हुए कोखराज, मूरतगंज, पूरामुफ्ती होते हुए मुंडेरा मंडी, धूमनगंज पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं को नेहरू पार्क पार्किंग स्थल पर वाहन खड़े करने होंगे. यहां से एमजी मार्ग, हषवर्धन चौराहा होते हुए 17 नम्बर पार्किंग स्थल में वाहन खड़े करने के बाद संगम घाट की ओर स्नान के लिए जाना होगा.
- वापसी : संगम घाट से 17 नम्बर पार्किंग से हर्षवर्धन चौराहा, सीएमपी डॉट पुल, एमजी मार्ग, नेहरू पार्क पार्किंग से वाहन लेकर मुंडेरा मंडी, पूरामुफ्ती
कोखराज होते हुए कौशाम्बी-फतेहपुर-कानपुर की ओर जाना होगा. - कौशाम्बी मार्ग, आगमन: कौशांबी कोखराज, मूरतगंज, पूरामुफ्ती, मुंडेरा मंडी धूमनगंज होते हुए नेहरू पार्क पार्किंग, एमजी मार्ग, हर्षवर्धन चौराहा होते हुए 17 नंबर पार्किंग में वाहन खड़े कर संगम घाट जाना होगा.
- वापसी : संगम घाट 17 नंबर पार्किंग से हर्षवर्धन चौराहा, सीएमपी डॉट पुल, एमजी मार्ग, नेहरू पार्क, पार्किंग मुडेरा मंडी, पूरामुफ्ती,मूरतगंज , कोखराज होते हुए कौशांबी जाना होगा.
- लखनऊ-प्रतापगढ़ मार्ग : इस मार्ग से आने वाले वाहनों के लिए आने के तीन मार्ग और वापसी के लिए भी 3 मार्ग निर्धारित किए गए हैं.
- आगमन पहला रूट: लखनऊ-प्रतापगढ़, मलाकहरहर से 6 लेन पुल, स्टैनली रोड, लाजपत राय राेड, कमिश्नर कार्यालय, मजार चौराहा, आईआरटी फ्लाईओवर, आईईआरटी पार्किंग स्थल में वाहन खड़े कर नागवासुकी संगम घाट सेक्टर 6 में बने घाटों पर स्नान किए जा सकेंगे.
- आगमन दूसरा रूट: लखनऊ-प्रतापगढ़ मलाकहरहर, इंटरसेक्शन, शांतिपुरम, फाफामऊ तिराहा, चंद्रशेखर आजाद ब्रिज लूप, रिवर फ्रंट रोड, नारायणी आश्रम रोड, गंगेश्वर महादेव पार्किंग में वाहन खड़े कर संगम क्षेत्र में प्रवेश करना होगा.
- आगमन तीसरा रूट: लखनऊ प्रतापगढ़, मलाकहरहर इंटरसेक्शन, शांतिपुरम, फाफामऊ तिराहा, चंद्रशेखर आजाद ब्रिज, तेलियरगंज चौराहा, नारायणी आश्रम रोड होते हुए गंगेश्वर महादेव पार्किंग स्थल पर वाहन खड़े कर पैदल संगम में जाना होगा.
- वापसी पहला रूट :नागवासुकी संगम घाट सेक्टर 6, मजार चौराहा, आईआरटी पार्किंग, आईआरटी फ़लाइओवर, मजार चौराहा, कमिश्नर कार्यालय, लाजपत राय रोड, स्टैनली रोड, 6 लेन पुल, मलाकहरहर इंटरसेक्शन होते हुए लखनऊ प्रतापगढ़ के लिए जा सकेंगे.
- वापसी दूसरा रूट : गंगेश्वर संगम घाट, गंगेश्वर पार्किंग नारायणी आश्रम, रिवर फ्रन्ट रोड , फाफामऊ ब्रिज लूप, चंद्रशेखर आजाद ब्रिज, फाफामऊ तिराहा, शांतिपुरम होते हुए मलाकहरकर इंटरसेक्शन से लखनऊ प्रतापगढ़ के लिए रवाना हुआ जा सकेगा.
- वापसी तीसरा रूट : गंगेश्वर महादेव पार्किंग, नारायणी आश्रम रोड, तेलियरगंज चौराहा, चंद्रशेखर आजाद ब्रिज, फाफामऊ तिराहा, शांतिपुरम से मलाकहरहर इंटरसेक्शन होते हुए लखनऊ प्रतापगढ़ के लिए रवाना हुआ जा सकेगा.