जयपुर: बैक डेट में फर्जी डिग्री और मार्कशीट जारी करने वाले गिरोह में शामिल ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के अकाउंटेंट को एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी डिग्री और मार्कशीट जनरी करने के मामले में उसकी भूमिका सामने आने पर एसओजी ने उसे हरियाणा से हिरासत में लिया. इसके बाद जयपुर लाकर उसे गिरफ्तार किया गया है.
एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजगढ़ (चूरू) की ओपीजेएस विश्वविधालय के संचालक जोगेंद्र सिंह और दलाल सुभाष पूनिया के साथ मिलकर बैक डेट में फर्जी तरीके से विभिन्न कोर्सेज की अंकतालिकाएं और डिग्रियां जारी करने के गिरोह में शामिल ओपीजेएस विश्वविधालय के अकाउंटेंट को एसओजी की टीम ने हरियाणा से दस्तयाब किया. जिसे एसओजी थाने में दर्ज मुकदमे में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. उससे पूछताछ में फर्जी डिग्री-मार्कशीट गिरोह से जुड़े कई और अहम खुलासे होने की संभावना है.
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मिलीभगत कर बांट दी डिग्रियां : उन्होंने बताया कि हरियाणा के सोनीपत जिले के बुटाना कुंडू निवासी सुमित जाट ओपीजेएस विश्वविद्यालय में अकाउंटेंट था. अब तक के अनुसंधान से सामने आया है कि उसने ओपीजेएस विश्वविधालय में अकाउंटेंट रहते प्रशासन व अन्य स्टाफ से मिलीभगत कर दलालों के जरिए कई अभ्यर्थियों को बैक डेट में फर्जी तरीके से बीपीएड, डीपीएड व अन्य कोर्स की डिग्री और अंकतालिकाएं मुहैया करवाई हैं.
कई अभ्यर्थी लगे हैं सरकारी पदों पर : उन्होंने बताया कि फर्जी डिग्री और अंक तालिका के आधार पर कई अभ्यर्थी विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में चयनित होकर सरकारी नौकरी कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि ओपीजेएस विश्वविधालय के संचालक जोगेंद्र सिंह, पूर्व रजिस्ट्रार जितेंद्र यादव व सरिता कडवासरा व दलाल सुभाष पूनिया आदि को गिरफ्तार किया गया था, जो अभी जेल में है.