नीमकाथाना (सीकर). 134वीं बटालियन CRPF के कांस्टेबल सिकंदरसिंह का शव बुधवार को नीमकाथाना के भूदोली गांव पहुंचने पर माहौल गमगीन हो गया. पूरे गांव में शौक की लहर छा गई. घरों में चुल्हे तक नहीं जले. पांच दिनों से घर-परिवार के लोग उनके शव का इंतजार कर रहे थे.
बीते शनिवार को कांस्टेबल सिकंदरसिंह की मौत की खबर आ गई थी. उनकी शव यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. वहीं छोटी बहन ने राखी बांधकर अपने भाई को विदा दी. श्मशान भूमि पर सीआरपीएफ जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
सीआरपीएफ एएसआई बलवीर ने बताया कि झारखंड से 15 दिन की छुट्टी पर सिकंदर ट्रेन से गांव आ रहा था. यूपी के सिकोहाबाद में रेल से गिरने से मौत हो गई. पुलिस को शव की शिनाख्त में परेशानी आई. बाद में मोबाइल फोन की सिम से सीआरपीएफ यूनिट में फोन आया. उसके बाद शव की शिनाख्त हो सकी.
जवान के शव को पहले यूनिट ले जाया गया. बाद में पूरे सम्मान के साथ गांव के लिए रवाना किया गया. एसडीएम अंजू शर्मा, पूर्व विधायक रमेश खंडेलवाल, तहसीलदार बृजेश गुप्ता, सदर सीआई कमल कुमार, पूर्व सरपंच सुरेश शर्मा सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित किया. सीआरपीएफ जवानों ने आखिरी सलामी देकर अपने साथी को विदा किया. कांस्टेबल सिकंदर के पांच वर्षीय पुत्र विशाल ने मुखाग्नि दी.
गौरतलब है, यूपी के सिकोहाबाद में ट्रेन से गिरने पर सीआरपीएफ के कांस्टेबल सिकंदरसिंह की मौत हुई थी. वह झारखंड में तैनात था. 15 दिन की छुट्टी मिलने पर ट्रेन से नीमकाथाना के भूदोली गांव आ रहा था. गांव मे पूरे सैनिक सम्मान से अंतिम संस्कार हुआ.