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शुरुआती तेजी को बरकरार नहीं रख पाया शेयर बाजार, 110 अंक लुढ़कर बंद हुआ सेंसेक्स

Stock Market Today 14th Nov 2024: विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार का यह हाल जनवरी 2025 तक ऐसा ही बना रहेगा.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 14, 2024, 10:41 AM IST

Updated : Nov 14, 2024, 6:28 PM IST

मुंबई: बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में 110 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ. विदेशी निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली, निराशा करने वाले तिमाही नतीजों और बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण बाजार में गिरावट दर्ज की गई है.

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स गुरुवार सुबह 123 अंकों की बढ़त के साथ 77, 813 अंकों पर खुला था. जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी 40 अंकों की उछाल के साथ 23,599 अंकों पर खुला था.

हालांकि, कारोबारी सत्र के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 110.64 अंक यानी 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,580.31 के स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 266.14 अंक गिरकर 77,424.81 पर पहुंच गया था.

वहीं, निफ्टी में गिरावट का सिलसिला छठे दिन भी जारी रहा और यह 26.35 अंक यानी 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,532.70 पर बंद हुआ.

30 शेयरों वाले प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स पर हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, नेस्ले, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, अदानी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स और बजाज फिनसर्व के स्टॉक में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई. जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एचडीएफसी बैंक के शेयर ग्रीन जोन में बंद हुए.

एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 2,502.58 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,145.24 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "घरेलू बाजार में सुस्त कारोबार हुआ, लेकिन पूरे दिन कुछ स्थिरता देखी गई. हालांकि, बाजार में स्थिरता को लेकर स्थिति अनिश्चित बनी हुई है, क्योंकि एफआईआई लगातार पैसे निकाल (बिकवाली) रहे हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि बिकवाली कम हो रही है."

गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में थोक महंगाई बढ़कर 2.36 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो चार महीने का उच्च स्तर है, क्योंकि खाद्य वस्तुओं, विशेष रूप से सब्जियों और विनिर्मित वस्तुओं के दाम बढ़े हैं. वहीं, खुदरा महंगाई रिजर्व बैंक के उच्च स्तर को पार कर गई है, जो अक्टूबर में मुख्य रूप से खाद्य कीमतों में वृद्धि के कारण 6.21 प्रतिशत रही. यह 14 महीने में सबसे अधिक है.

शेयर बाजार के हाल पर विशेषज्ञों का कहना है कि अभी गिरावट का दौर जारी रहेगा. 20 जनवरी को ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद कुछ सुधार देखने को मिल सकता है. इससे पहले बुधवार को शेयर बाजार लाल निशान पर खुले. लगभग सभी सेक्टरों में बिकवाली देखने के मिली थी. बाजार का रुझान निगेटिव बना हुआ है.

बता दें, शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के चलते शेयर बाजार बंद रहेंगे. अगले दिन शनिवार और उसके बाद रविवार को भी ट्रेडिंग नहीं होगी. अब सोमवार को सेंसेक्स खुलेगा.

पढ़ें: सेंसेक्स 150 अंक गिरा, निफ्टी 23,850 से नीचे

मुंबई: बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सत्र में 110 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ. विदेशी निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली, निराशा करने वाले तिमाही नतीजों और बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण बाजार में गिरावट दर्ज की गई है.

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स गुरुवार सुबह 123 अंकों की बढ़त के साथ 77, 813 अंकों पर खुला था. जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी 40 अंकों की उछाल के साथ 23,599 अंकों पर खुला था.

हालांकि, कारोबारी सत्र के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 110.64 अंक यानी 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,580.31 के स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 266.14 अंक गिरकर 77,424.81 पर पहुंच गया था.

वहीं, निफ्टी में गिरावट का सिलसिला छठे दिन भी जारी रहा और यह 26.35 अंक यानी 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,532.70 पर बंद हुआ.

30 शेयरों वाले प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स पर हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, नेस्ले, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, अदानी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स और बजाज फिनसर्व के स्टॉक में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई. जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एचडीएफसी बैंक के शेयर ग्रीन जोन में बंद हुए.

एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 2,502.58 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,145.24 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "घरेलू बाजार में सुस्त कारोबार हुआ, लेकिन पूरे दिन कुछ स्थिरता देखी गई. हालांकि, बाजार में स्थिरता को लेकर स्थिति अनिश्चित बनी हुई है, क्योंकि एफआईआई लगातार पैसे निकाल (बिकवाली) रहे हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि बिकवाली कम हो रही है."

गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में थोक महंगाई बढ़कर 2.36 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो चार महीने का उच्च स्तर है, क्योंकि खाद्य वस्तुओं, विशेष रूप से सब्जियों और विनिर्मित वस्तुओं के दाम बढ़े हैं. वहीं, खुदरा महंगाई रिजर्व बैंक के उच्च स्तर को पार कर गई है, जो अक्टूबर में मुख्य रूप से खाद्य कीमतों में वृद्धि के कारण 6.21 प्रतिशत रही. यह 14 महीने में सबसे अधिक है.

शेयर बाजार के हाल पर विशेषज्ञों का कहना है कि अभी गिरावट का दौर जारी रहेगा. 20 जनवरी को ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद कुछ सुधार देखने को मिल सकता है. इससे पहले बुधवार को शेयर बाजार लाल निशान पर खुले. लगभग सभी सेक्टरों में बिकवाली देखने के मिली थी. बाजार का रुझान निगेटिव बना हुआ है.

बता दें, शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के चलते शेयर बाजार बंद रहेंगे. अगले दिन शनिवार और उसके बाद रविवार को भी ट्रेडिंग नहीं होगी. अब सोमवार को सेंसेक्स खुलेगा.

पढ़ें: सेंसेक्स 150 अंक गिरा, निफ्टी 23,850 से नीचे

Last Updated : Nov 14, 2024, 6:28 PM IST
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