फतेहपुर (सीकर). जिले के फतेहपुर में महाशिवरात्रि के अवसर पर गुरुवार को कस्बे में स्थित बुधगिरी मढ़ी पर 214वें लक्खी मेले का आयोजन किया गया. इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं ने हिंगलाज मैया, भगवान शिव और बुधगिरी बाबा की समाधि पर धोक लगाकर पीठाधीश्वर दिनेश गिरी महाराज का आशीर्वांद लिया.
वहीं, इस मेले में दोपहर बाद पांव तक रखने की जगह भी नहीं बची थी. देर शाम तक मेले में भारी संख्या में श्रद्धालु घूमते नजर आए. वहीं, प्रशासन ने श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विशेष इंतजाम कर रखे थे. शिवरात्रि के पावन पर्व पर मंदिर परिसर में विशेष श्रृंगार भी किया गया था. वहीं, मेले में पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश किलानियां, कोतवाल उदय सिंह यादव और सदर थानाधिकारी आलोक पूनियां व्यवस्थाओं का जायजा लेते दिखें.
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इस दौरान पूरे दिन भक्त बाबा महादेव के जयकारे लगाते नजर आए. साथ ही भक्तों ने बड़ी संख्या में लगे झूले, चाट की दुकानें, खिलौने की दुकानें और अन्य दुकानों का श्रद्धालुओं ने जमकर लुप्त उठाया. मेले के दौरान मुबंई, कलकता, जयपुर, दिल्ली सहित देशभर के कई शहरों के साथ-साथ फतेहपुर और आसपास के इलाके से श्रद्धालु धोक लगाने पहुंचे.
चंग और डफ कार्यक्रम ने मोहा सबका मन
बता दें कि महाशिवरात्रि के मेले से ही पूरा कस्बा फाल्गुनी रंग में रंग जाता है. वहीं, कस्बे की विभिन्न मण्डलियों की ओर से लोकगीतों पर प्रस्तुतियां दी जाती है. इस दौरान कस्बे की विभिन्न मण्डलियों ने चंग और डफ पर लोकगीतों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया गया. ऐसे में महाशिवरात्रि के बाद से लेकर होली तक चंग और डफ की प्रस्तुतियां चलती रहती है.
छोटी काशी में भी मनाया गया महाशिवरात्रि का पर्व
छोटी काशी के नाम से विख्यात बूंदी में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस मौके पर शिवालयों में विभिन्न धार्मिक आयोजन के साथ-साथ मेले का भी आयोजन हुआ. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव माता पार्वती के साथ विवाह के बंधन में बंधे थे, इसी वजह से यह पर्व हर साल मनाया जाता है.