जयपुर: प्रदेश में सरकारी कार्मिकों के तबादलों का माहौल जोरों पर है. तबादलों की अंतिम तिथि दस जनवरी है. ऐसे में तबादला सूचियां ऐन मौके पर आज और कल में बड़े स्तर पर जारी होने की उम्मीद है. मंत्रियों के दफ्तरों और बंगलों पर तबादले की अर्जियां लेकर आने वालों का जमावड़ा लगा हुआ है. अंतिम तिथि नजदीक आने के साथ ही शासन सचिवालय से लेकर मंत्री-विधायकों के आवास तक तबादले के इच्छुक लोगों और उनके परिजनों की भीड़ उमड़ रही है. मंत्रियों के यहां तबादला अर्जियों का ढेर लगने लगा है. वे भी इन दिनों तबादलों की सूचियां तैयार करने में व्यस्त हैं. इसकी वजह से सामान्य कामकाज की रफ्तार पर भी असर पड़ा हुआ है.
विभागों ने आवेदन लेना किए बंद: तबादलों पर प्रतिबंध 10 जनवरी रात की 12:00 बजे से फिर से लागू हो जाएगा. ऐसे में आए हुए आवेदनों की जांच करके तबादला सूची जारी करने के लिए अब विभागों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. यही वजह है कि कई विभागों ने तो अब आवेदन लेना भी बंद कर दिया. पंचायतीराज विभाग सहित कुछ विभागों ने 9 जनवरी सुबह 10:00 बजे के बाद से आवेदन लेना बंद कर दिया. अब विभाग तबादलों की सूचियों को अंतिम रूप देने में लग गए हैं.
50 हजार से ज्यादा कर्मचारी होंगे इधर उधर: बताया जा रहा है कि आज और कल में 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी इधर-उधर होंगे. तबादलों को लेकर आ रही अर्जियों के बीच गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि कर्मचारियों की अलग अलग तरह की परिवेदनाएं आ रही हैं. परिवेदनाओं पर विचार करके उचित तरीके से कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा, ताकि सरकार की योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके. समय समय पर आवश्यकता अनुसार सरकार प्रशासनिक पर फेरबदल करती रही है.
अर्जियों में माता - पिता की सेवा प्रमुख कारण : शिक्षा विभाग को छोड़कर बाकी सभी विभागों में एक साल बाद तबादलों से रोक हटी है. परिवेदनाओं में कर्मचारियों की समस्याओं को देखें तो ज्यादातर अर्जियों में माता-पिता की सेवा और मेडिकल इमरजेंसी का ज्यादा हवाला दिया जा रहा है. इसके साथ कई आवेदनों में बच्चों की एजुकेशन को तबादले का आधार बनाया गया है. गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि सब कर्मचारियों की अलग-अलग तरह की परिवेदना हैं. किसी के पारिवारिक है, तो किसी के माता-पिता की बीमारी की है. कई जगह पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की आपत्ति भी है. कर्मचारी जहां पर काम सही तरीके से नहीं कर रहे हैं,उनकी शिकायतों को दूर किया जाएगा. अर्जियों का बारीकी से अध्ययन करके न्याय संगत तबादले किए जाएंगे.