सवाई माधोपुर. रणथंभौर नेशनल पार्क में मां से अलग होकर विचरण कर रहे लगभग दो साल के सात शावकों को रणथंभौर नेशनल पार्क में नई पहचान मिल गई है. पार्क के अधिकारियों ने इन्हें नाम देकर इनकी पहचान सुनिश्चित (Seven cubs of three tigresses get indentity) कर दी है. बाघिन टी-8 के दो नर शावक, बाघिन टी-94 को दो नर शावकों और बाघिन टी-131 के एक नर शावक और दो मादा शावकों को वन विभाग के अधिकारियों की ओर से नाम दे दिए गए हैं.
रणथंभौर नेशनल पार्क (Ranthambore National Park) के वन अधिकारियों के अनुसार बाघिन टी-94 ने दो नर शावकों को जन्म दिया था. वर्तमान में बाघिन के दोनों नर शावकों की उम्र लगभग पौने दो साल हो गई है.यदोनों मां से अलग होकर वन क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं. मां से अलग होने पर वनाधिकारियों ने बाघिन के एक शावक को टी-130 और दूसरे शावक को टी-131 नाम दिया है. इनकी टेरेटरी खंडार रेंज के कसेरा, देवकूई, देवकुई के नीचे पत्थर की कुई, बालाजी टेंट, जेल खो, खटोला, रावरा, इंडाला हैं.
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इसी तरह बाघिन टी-93 के नर शावक को टी-132, मादा शावक को टी-133 और टी-134 नाम दिया गया है. तीनों युवा बाघ-बाघिन मां से अलग होकर खंडार रेंज की देवकूई, छोटी का नाला, देवकुई के नीचे बेरदा चाठा, झरना कुई, लाहपुर, पुखराज तिहारा, फिरोजपुर, जेल खो, सकड़ी फायर लाइन, सुनकादेह, खटोलाखो, इण्डाला वन क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं. बाघिन टी-8 के दो साल के नर शावकों को भी टी-128 और टी-129 के नाम की पहचान दी है.
उप वन संरक्षक महेंद्र शर्मा ने बताया कि बाघिन टी-8, टी-93 और टी-94 के शावक अपनी मां से अलग विचरण कर रहे हैं. इनकी तस्वीरें कैमरों में कैद हो गईं हैं. तीनों बाघिनों के शावकों को सीसीएफ रणथंभौर टीसी वर्मा ने नंबर अलॉट किए हैं. बाघिन टी-8 के नर शावकों को टी-128 और टी-129, बाघिन टी-94 के नर शावकों को टी-130 व टी-131 तथा बाघिन टी-93 के एक नर शावक को टी-132 और दो मादा शावक को टी-133 टी-134 नाम दिया गया है.