सवाईमाधोपुर. शहर के घोंसी मोहल्ले में विवाहिता राधा उर्फ विजेता गुर्जर का शव संदिग्ध हालत में फंदे से लटका मिला था. मामले में मृतका के परिजनों ने उसके प्रेमी पति रघुवीर मीणा पर हत्या का आरोप लगाया है. साथ ही रवांजना डूंगर थाना प्रभारी मुकेश मीना पर आरोपी से मिलीभगत करने का आरोप भी लगाया है. 4 जुलाई तक मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं करने और रवांजना डूंगर थानाधिकारी को सस्पेंड नहीं करने पर परिजनों ने सामूहिक आत्महत्या की चेतावनी दी है.
मौके पर पुलिस उपाधीक्षक शहर नारायण लाल तिवारी ने पहुंचकर परिजनों को समझाया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया. शव के पोस्टमार्टम के दौरान मंगलवार को जिला अस्पताल में गुर्जर समाज के लोग बड़ी संख्या में मुर्दाघर के बाहर जमा हो गए. परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. सीओ सिटी नारायण लाल तिवारी ने परिजनों को समझाया और मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. जिसके बाद परिजन शव लेने को राजी हुए.
कोर्ट में प्रेमी के साथ रहने की जताई थी इच्छा
राधा गुर्जर और युवक रघुवीर मीणा के बीच प्रेम-प्रसंग था. युवती राधा घर छोड़कर चली गई और प्रेमी रघुवीर मीणा के पास चली गई. इसके बाद राधा के भाई हेमंत गुर्जर ने रवांजना डूंगर थाने में 12 अप्रैल को गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था. इस पर पुलिस ने युवती को 8 जून को दस्तयाब कर न्यायालय में पेश किया. कोर्ट में दिए बयान में युवती राधा ने रघुवीर से प्यार करने और उसके साथ शादी करने की बात कही. इसके बाद कोर्ट ने दोनों को साथ रहने की इजाजत दे दी. दोनों प्रेमी युगल शादी के बाद सवाई माधोपुर के घोसी मोहल्ले में आकर रहने लगे थे, जहां सोमवार को युवती राधा का शव बाथरूम में फंदे से लटका मिला.
भाई ने पुलिस पर लगाया मिलीभगत का आरोप
मृतका के भाई हेमन्त गुर्जर ने बताया कि उसकी बहन राधा ने आत्महत्या नहीं की है, उसकी हत्या की गई है. जिसमें रघुवीर मीणा की भूमिका संदिग्ध है. रवाजंना थानाप्रभारी की भी इस मामले में भूमिका संदिग्ध है. मृतका के भाई ने बताया कि उसने बहन को भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए रघुवीर मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात रवांजना डूंगर थानाधिकारी से की थी, लेकिन थाना प्रभारी मुकेश मीणा ने ऐसी रिपोर्ट लिखने के बजाय उस पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कराने का दबाव बनाया. यदि एचएचओ मुकेश मीणा आरोपी रघुवीर मीणा के खिलाफ मामला दर्ज करने को मना नहीं करता तो आज उसकी बहन जिंदा होती.
बहन को कराया नशा, पुलिस ने नहीं करने दी बात
मृतका के भाई हेमंत गुर्जर ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा दस्तयाब करने के बाद थाने में बयान के समय बहन को नशा करा दिया गया था. जब वह बयान दे रही थी तो ऐसा लग रहा था जैसे उसने नशा किया हो. कोशिश यही की गई थी कि बहन को भगाने वाले रघुवीर के खिलाफ वह कोई बयान नहीं दे. हेमंत ने कहा कि बहन से उसकी बात भी नहीं कराई गई. यदि वह बात करती तो शायद मुझे सच बता सकती थी. ऐसे में अब थानाप्रभारी की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए. युवती के भाई ने पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि 4 जुलाई तक मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वह और उसका परिवार सामूहिक आत्महत्या करेगा, जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा.