राजसमंद. जिले के देवगढ़ उपखंड क्षेत्र के भीलों का वालरा में गुरुवार तड़के एक पैंथर का शावक बिना मुंडेर के कुएं में गिर गया. ताल सरपंच चंद्रकांता कुंवर की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने चार घंटे बाद शावक को रेस्क्यू कर बाहर निकाला. जैसे ही रेस्क्यू टीम ने कुएं में जाल डाला, शावक फादकर जाल में बैठ गया. जानकारी के मुताबिक शावक की उम्र 1 साल बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह ताल ग्राम पंचायत के भीलों का वालरा राजकीय विद्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित कुएं में ग्रामीणों को पैंथर दिखाई दिया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना ताल सरपंच को दी. सरपंच की सूचना पर वनपाल राजेन्द्र सिंह चूंडावत, देवपुरा सहायक वनपालक ज्ञान सिंह और क्षेत्रीय वन अधिकारी कमलेश सिंह रावत मौके पर पहुंचे.
पढ़ेंः शाहबाद में पकड़े गए रिश्वत के आरोपी बोले- RAS लोढ़ा के लिए ली थी घूस की राशि...
कमलेश सिंह ने बताया कि गुरुवार तड़के अपनी मां के साथ आबादी क्षेत्र में शिकार की तलाश में शावक आया होगा. जिसके बाद शावक गांव के बाहर ही बिना मुंडेर के कुएं में जा गिरा. सुबह 9 बजे सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर राजसमंद जिला टीम को सूचना दी गई. शावक कुएं के अंदर पानी निकालने के इंजन मोटर रखने के एक गाडर पर बैठ गया.
राजसमंद से दोपहर बारह बजे जिला टीम मौके पर आई. रेस्क्यू टीम ने शावक को जाल डालकर कुएं से बाहर निकाला. शावक पर किसी भी तरह की कोई चोट के निशान नहीं है. साथ ही शावक को कामलीघाट वन कार्यालय पर ले जाया गया है. जहां उसकी पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा जांच करवाकर उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर शावक को सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जायेगा.
पढ़ेंः राशन महाघोटाले में एक और खुलासा, बड़े अधिकारी तक उठा रहे सरकारी राशन...
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से पैंथर के दो शावक अपनी मां के साथ विचरण करते हुए दिखाई दे रहे थे. गांव के आसपास क्षेत्रों के डंपिंग यार्ड में पैंथर दिखाई देते रहते है. जो आये दिन मवेशियों का शिकार भी करते है. वहीं बड़ी संख्या में ग्रामीण पैंथर के शावक को देखने के लिए मौके पर पहुंचे.
इस मौके पर क्षेत्रीय वनविभाग के अधिकारी कामलीघाट कमलेश सिंह रावत, वनपाल राजेंद्र सिंह चूंडावत, सहायक वनपाल ज्ञानसिंह जब्बरसिंह, तुलसीराम मीणा, पूर्व ताल सरपंच चन्द्रवीर सिंह चूंडावत, समाजसेवी कुलदीप सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे.