देवगढ़ (राजसमंद). जिले में देवगढ़-भीम क्षेत्र के किसानों को पिछले एक पखवाड़े से मानसून की जोरदार बारिश का बेसब्री से इंतजार था. इसके लिए किसानों ने इंद्र देव को रिझाने के कई प्रकार के जप अनुष्ठान संपन्न कराए थे. रविवार को सुबह से ही बारिश का दौर शुरू हुआ जो दिनभर कभी हल्की तो कभी तेज रफ्तार से चलती रही. इसके साथ ही क्षेत्र में मानसून की सबसे तेज बारिश रविवार को दर्ज की गई.
उलेखनीय है कि क्षेत्र में रबी फसलों के साथ क्षेत्र के किसान नकदी फसलों की पैदावर प्रयाप्त मात्रा में करते हैं. जिसमें मुख्य रूप से फूल गोभी का उत्पादन क्षेत्र में होता है. बारिश के अभाव में यह फसलें चौपट होने की कगार पर थीं. जिसके बाद बारिश होने से किसानों के मायूस चहरे पर एक बार फिर खुशी की लहर छा गई है.
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तेज बारिश के चलते देवगढ़ के पेयजल का प्रमुख स्त्रोत सोपरी (कुंडेली) बांध में भी पानी की आवक शरू हो गई है. वहीं, दूसरी ओर देवगढ़ उपखंड क्षेत्र की विजयपुरा ग्राम पंचायत के हवाला में तेज घड़घड़ाहट के साथ गिरी आकाशीय बिजली से खेत पर बंदी एक भैंस की मौत हो गई. झमाझम बारिश के साथ गिरी बिजली से ग्रामीण भी सहम गए.