देवगढ़ (राजसमंद). भीम पंचायत समिति प्रधान वीरम सिंह ने शनिवार को भीम-देवगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक मंगरा बोर्ड अध्यक्ष हरि सिंह रावत पर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रधान ने प्रधान पद दिलाने के लिए पूर्व विधायक पर 27 लाख रुपये लेने का आरोप लगाया है. वीरम सिंह ने वीडियो जारी कर हरि सिंह रावत पर यह आरोप लगाए हैं और अपने पैसे वापस दिलाने की मांग की है. वीरम सिंह ने इस संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया को पत्र लिखकर हरि सिंह को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है.
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क्या है पूरा मामला...
भीम प्रधान वीरम सिंह ने वीडियो जारी करते हुए बताया कि 2020 में उसने भाजपा की टिकट पर पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा था. चुनाव में जीत के बाद पूर्व विधायक और मंंगरा बोर्ड अध्यक्ष हरि सिंह रावत ने उसे भीम पंचायत समिति का प्रधान बनाने के लिए 30 लाख रुपये देने को कहा. जिसके बाद वीरम सिंह ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से मांगकर 27 लाख रुपये हरि सिंह रावत को दिए.
वीरम सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक ने उनसे कहा था कि कुछ पैसे पंचायत समिति सदस्यों को और ऊपर देने पड़ेंगे. लेकिन अब प्रधान बनने के बाद मैं कुछ भी काम नहीं करवा पा रहा हूं. और मेरे रिश्तेदार और दोस्त भी अपने पैसे वापस मांग रहे हैं. मैंने हरि सिंह रावत से पैसे वापस देने के लिए कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया. जिसके बाद 29 मई को राजसमंद सांसद दीया कुमारी से मिलकर और पत्र लिखकर भी पैसे वापस दिलाने की मांग की थी. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
3 जुलाई को प्रधान वीरम सिंह ने राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया को पत्र लिखा है. पत्र में वीरम सिंह ने कहा कि वह भाजपा का कर्मठ कार्यकर्ता है और उसे उसके 27 लाख रुपये पूर्व विधायक हरि सिंह रावत से वापस दिलवाए जाएं. और हरि सिंह रावत को पार्टी से निष्कासित किया जाए.