पाली. जिले के सुमेरपुर उपखंड के कानपुरा गांव में 27 सितंबर को कुआं खोदने के दौरान श्रमिक मुपाराम मीणा मलबे में दब गया था. प्रशासन और ग्रामीणों के प्रयास के बाद भी उसका शव बाहर नहीं निकाला जा सका था. परिजनों की गुहार के बाद अब प्रशासन की ओर से एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. वहीं, श्रमिक मुपाराम के शव को बाहर निकालने की कवायद अब काफी तेज हो चुकी है.
प्रशासन की ओर से कुएं पर तकनीकी टीम तैनात की गई है. यह टीम अब अलग-अलग तकनीकी बिंदुओं के सहारे श्रमिक मुपाराम के शव को बाहर निकालने का प्रयास कर रही है. टीम ने शव निकालने में अभी भी 25 दिन से ज्यादा समय लगने की बात कही है. साथ ही जिला कलेक्टर अंशदीप और पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी प्रतिदिन कुएं पर चल रहे कार्य का निरीक्षण करने के लिए सुमेरपुर जा रहे हैं और तकनीकी टीम से प्रतिदिन की रिपोर्ट भी ले रहे हैं.
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बता दें, 27 सितंबर को सुमेरपुर क्षेत्र के कानावास गांव में कुआं खोदने के लिए श्रमिक मुपाराम कुएं में उतरा था. इस दौरान कुएं की मिट्टी ढह गई और करीब 35 फीट मलबे के नीचे मुपाराम फंस गया. उनके शव निकालने के लिए प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू चलाया, लेकिन 5 दिनों तक रेस्क्यू चलाने के बाद भी श्रमिक के शव को बाहर नहीं निकाला जा सका.
इसके बाद श्रमिक के परिवार ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के सामने गुहार लगाई और उसके बाद एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है. जिला कलेक्टर की ओर से एक तकनीकी टीम गठित की गई है और उससे रिपोर्ट मांगी गई. रिपोर्ट में कुएं में किसी भी श्रमिक को उतारना खतरनाक बताया गया है. टीम ने कुएं को पूरा बंद कर फिर से नया कुआं खोद शव निकालने की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिस पर जिला कलेक्टर ने टीम को जल्द से जल्द कार्य शुरू करने के लिए कहा है.