पाली. शहर में बढ़ रही प्रदूषण की समस्या को लेकर अब शहरी क्षेत्र में नगर परिषद की ओर से सख्ती बरतना शुरू कर दिया गया है. इसका उदाहरण नगर परिषद की ओर से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में अवैध इकाइयों पर की जा रही कार्रवाई को देखते हुए मिल रहे हैं.
नगर परिषद की ओर से अब शहरी क्षेत्र से निकलने वाली सभी सीवरेज लाइनों पर निगरानी रखने के लिए अलग-अलग दस्ते तैयार कर दिए गए हैं. नगर परिषद की ओर से पाली शहरी क्षेत्र है जहां पर वर्तमान में औद्योगिक कपड़ा इकाइयां बसी हुई है. उन सभी क्षेत्रों पर अब प्रतिदिन नगर परिषद की टीमों की ओर से गस्त की जाएगी. साथ ही नगर परिषद के नालों और रीको के नालों में बहते हुए पानी के प्रतिदिन सैंपल लिए जाएंगे.
नगर परिषद अधिकारियों की माने तो पिछले दो माह से बांडी नदी के प्रदूषण को लेकर एनजीटी ने अपने सख्त रवैया को अपनाना शुरू कर दिया है. इसका खामियाजा सबसे पहले पाली की कपड़ा इकाइयों को भुगतना है. वहीं, पाली में लापरवाह उद्यमियों की ओर से की जा रही इस तरह की लापरवाही पर निगरानी रखने के लिए ही प्रशासन के आदेश पर टीमों का गठन किया गया है.
अधिकारियों का कहना है कि पाली के शहरी क्षेत्र में तंग गलियों में कई अवैध इकाइयां संचालित हो रही है जो चोरी-छिपे प्रदूषित रंगीन पानी सीवरेज नालों में बहा रही है. इसके अलावा सीवरेज नालों का पानी जो सीधा ही बांडी नदी में से जा रहा है. उसे बड़ी नदी प्रदूषित होने की शिकायत भी सामने आई है. इस शिकायत के निवारण और पानी नदी को पूरी तरह से स्वच्छ बनाने के लिए अब पाली प्रशासन के निर्देशन में यह कार्य शुरू कर दिया गया है.