जयपुर: प्रसिद्ध सांभर झील में गुजरात के कच्छ महोत्सव की तर्ज पर 24 जनवरी से 5 दिवसीय फेस्टिवल का शुभारंभ शुक्रवार को पूर्व विधायक निर्मल कुमावत और पर्यटन विभाग के एडिशनल डायरेक्टर राकेश शर्मा के द्वारा किया गया. राजस्थान पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से आयोजित फेस्टिवल में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई सांस्कृतिक और एडवेंचर एक्टिविटीज की जा रही है.
फेस्टिवल में राजस्थानी सभ्यता, संस्कृति और देशी खान पान सहित यहां की परम्पराओं, विरासत को करीब से देखने का सैलानियों को मौका मिल रहा है. सांभर झील की खूबसूरती हेरिटेज हवेलियां, देसी-विदेशी पक्षियों, परिंदों से सराबोर झील को देखकर पर्यटक रोमांचित हों रहे हैं. सांभर फेस्टिवल के शुभारंभ पूर्व विधायक निर्मल कुमावत, उपखंड अधिकारी सुमन चौधरी, तहसीलदार कृष्णा शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष बालकिशन जांगिड़, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी छगन लाल यादव सहित अनेक अधिकारी और जनप्रतिनिधि सांभर फेस्टिवल में मौजूद रहे.
सांभर फेस्टिवल में आए पर्यटकों पतंगबाजी, कैमल राइडिंग, पैरासेलिंग, एटीवी राइड, बर्ड वाचिंग, लेक विजिट के साथ देसी खानपान का भी पर्यटकों ने मजा लिया. यहां लोक कलाकारों को देखकर पर्यटकों को रोमांच देखने को मिला. 5 दिन चलने वाले इस फेस्टिवल में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे मेला ग्राउंड पर धार्मिक को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जहां प्रसिद्ध कलाकारों के द्वारा एक से बढ़कर एक कारकों की प्रस्तुतियां दी जाएगी.
विश्व प्रसिद्ध सांभर झील अपने नमक के स्वाद और लाखों विदेशी पक्षियों की सैरगाह के लिए प्रसिद्ध है साल भर यहां लाखों की संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं. खासकर नवंबर से मार्च के महीने तक पक्षी प्रेमी पर्यटकों की संख्या ज्यादा होती है जो इन्हें देखने और अपने कैमरे में कैद करने आते हैं. पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए राजस्थान सरकार के द्वारा सांभर फेस्टिवल का आयोजन 2023 से शुरू किया गया था. इस बार 24 जनवरी से 28 जनवरी तक 5 दिन फेस्टिवल आयोजित किया जा रहा है. सांभर फेस्टिवल में आए पर्यटकों ने कहा कि सांभर झील एक अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से भारी झील है. यहां आकर पर्यटकों को बहुत कुछ देखने को मिल रहा है.