पाली. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव करीब आते जा रहे हैं. वैसे-वैसे चुनावी चहल कदमी बढ़ती जा रही है. वहीं जिले की जनता के बीच चुनावी चर्चा चल रही है. ऐसे में जब ईटीवी भारत की टीम ने जिले की जनता से चुनावी मुद्दों को लेकर बात की तो हर किसी ने मतदाता के रूप में अपनी समस्याएं बताई.
लोगों ने बताया कि आज भी जिले में आधारभूत सुविधाओं का टोटा है. वहीं जिले में पेयजल, बेरोजगारी, क्षतिग्रस्त सड़कें जैसी समस्याएं आज भी सता रही है. वहीं जिले की सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण की है, जो पाली शहर सहित आसपास के गांवों को प्रभावित कर रहा है.
वहीं दूसरी ओर जिले में पेयजल का संकट हर समय गहराता जा रहा है. जबकि औसत से कम बारिश होने पर जिले के लोगों को ट्रेनों के माध्यम से पेयजल लाना पड़ता है. साथ ही गर्मी के समय 4 से 5 दिन के अंतराल में नलों में पानी सप्लाई कि जाती है.
इस संकट को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधियों ने पाली के पेयजल स्रोत जवाई बांध की भरण क्षमता बढ़ाने व वहां पर हर समय पानी उपलब्ध रहने के लिए जवाई पुनर्भरण योजना को शुरू किया, लेकिन जनता के बीच इस योजना को धरातल पर नहीं पहुंचाया जा सका. इस कारण आज भी पाली की जनता पेयजल के संकट से जुझ रही है.