पाली. जब भी फिल्म अभिनेता सलमान खान की बात की जाती है तो हिरण शिकार का मामला सबसे पहले नजरों में आ जाता है. हिरण शिकार मामले में फंसे सलमान खान ने पाली के सुमेरपुर स्थित जवाई बांध के पास एक उद्यान गोद लिया था. उस उद्यान में उस समय हिरण भी छोड़े गए थे. साथ ही उसमें पौधे भी लगाए गए थे और उसे नाम भी सलमान खान का दिया गया था.
उद्यान का रखरखाव सलमान खान ने अपने जिम्मे लिया था. लेकिन जैसे समय बदला और स्थितियां बदली, वैसे-वैसे सलमान खान खुद इस उद्यान को भूल गए. अब हालात ये हैं कि ना ही इस उद्यान में कोई हिरण बचा है और ना ही इनमें कोई नए पौधे लगाए गए. ऐसे में इस उद्यान के बाहर सलमान खान के नाम का बोर्ड तो लगा है, लेकिन यह उद्यान अब बदहाली का शिकार हो चुका है.
बता दें कि विधानसभा 2008 के दौरान सुमेरपुर से कांग्रेस प्रत्याशी प्रत्याशी बीना काक थी. बीना काक स्वयं भी फिल्म दुनिया में अपना नाम कर चुकी है और सलमान खान की सबसे करीबी मानी जाती है. इसी के चलते उनके चुनाव कैंपेन में सलमान खान ने सुमेरपुर में रोड शो किया था. इस दौरान सलमान खान ने जवाई बांध क्षेत्र में एक उद्यान को गोद लिया और वहां पर 100 से ज्यादा नीम के पौधे लगाकर वहां हिरन छुड़वाए थे और इस उद्यान का पूरा जिम्मा उन्होंने लिया था.
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उस समय नगर पालिका और वन विभाग की ओर से इस उद्यान को चारों तरफ से तारबंदी किया गया. साथ ही इस उद्यान के बाहर सलमान खान का नाम भी दिया गया, लेकिन उस चुनाव के बाद बीना काक को वन एवं पर्यावरण मंत्री बनाया गया था. उसके बाद सलमान कभी सुमेरपुर नहीं लौटे. ऐसे में यह उद्यान उस समय से अनदेखी का शिकार है.
10 साल बीतने को हैं, लेकिन इस उद्यान पर किसी का ध्यान नहीं जाने से यह बदहाली की गुजारी में है. यहां नीम के पौधे अपने आप पनप कर बड़े तो हो गए, लेकिन इसके चारों तरफ की गई तारबंदी पूरी तरह से सड़ चुकी है. उद्यान में भी कचरा और सूखे पेड़ पड़े हुए हैं. इस उद्यान में हिरण के अलावा और भी कोई दूसरे जीव नजर नहीं आते हैं.
2010 में यहां छोड़े गए थे हिरण
साल 2010 में पाली के जवाई क्षेत्र में पैंथर कंजर्वेशन क्षेत्र बनाने को लेकर तैयारियां जोरों पर थी. इन पैंथर कंजर्वेशन में हिरण को छोड़ने के लिए भी तैयारी की गई थी. इसके तहत सबसे पहले वर्ष 2010 में वन विभाग की ओर से 20 से ज्यादा हिरण जोड़ों को इस उद्यान में रखा गया था. बताया जाता है कि इनमें से कई हिरण की मौत भी हो गई थी और कुछ हिरण जो बचे थे, उन्हें वन विभाग ने जंगल में छोड़ दिया था. वर्तमान में इस उद्यान में एक भी हिरण नहीं है.
वहीं, सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत ने एक बार फिर इस उद्यान को विकसित करने का जिम्मा उठाया है. उन्होंने कहा कि विधायक कोटे और नगरपालिका की मदद से इस उद्यान को फिर से विकसित किया जाएगा.