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केंद्रीय बजट से आस : धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर के लोगों को केंद्र सरकार के हैं ये उम्मीदें - UNION BUDGET 2025

केंद्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री अजमेर से हैं. ऐसे में आमजन को भी बजट से काफी उम्मीदें हैं. जानिए....

अजमेर के लोगों को केंद्रीय बजट से उम्मीद
अजमेर के लोगों को केंद्रीय बजट से उम्मीद (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 1, 2025, 10:24 AM IST

अजमेर : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी. संसद में यह उनका आठवां बजट भाषण होगा. बजट को लेकर काफी चर्चा है. वहीं, आमजन को भी बजट से काफी उम्मीद है. खासकर धार्मिक तीर्थ नगरी अजमेर के लोगों को केंद्र सरकार के बजट से काफी उम्मीदें हैं.

राजस्थान की हृदयस्थली और धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर से भागीरथ चौधरी केंद्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री हैं. ऐसे में अजमेर के विकास की दृष्टि से केंद्र सरकार से अजमेर के लोगों की उम्मीदें और भी बढ़ जाती हैं. अजमेर में ब्रिटिश हुकूमत के समय से रेलवे के दो बड़े कारखाने हैं. विश्व विख्यात तीर्थ स्थल पुष्कर और अजमेर दरगाह है. राजस्थान के हृदय में अजमेर है, लिहाजा चारों तरफ हाईवे का जाल है. कभी शिक्षा की नगरी से विख्यात अजमेर रहा है तो अजमेर की एक हिस्से में एशिया की सबसे बड़ी मार्बल की मंडी भी है. किशनगढ़ में एयरपोर्ट और सेंट्रल यूनिवर्सिटी है, लेकिन इसके बावजूद भी विकास की दृष्टि से अजमेर को अभी भी काफी दरकार है. केंद्र सरकार वर्ष 2025-26 का बजट आज पेश करने जा रही है. ऐसे में सभी की निगाहें बजट पर टिकी हुई हैं. लोगों को उम्मीद है कि केंद्र के बजट में अजमेर की उम्मीदें भी पूरी होंगी.

केंद्रीय बजट से आस (ETV Bharat Ajmer)

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रेल लाइन की हो घोषणा : रेलवे से सेवानिवृत और श्रीअजय मेरु व्यापारिक महासंघ के सचिव रमेश लालवानी बताते हैं कि विधु पटेल पर अजमेर की पहचान तीर्थ नगरी पुष्कर और ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से है. इसके अलावा अजमेर में ब्रिटिश काल के समय निर्मित रेलवे के दो बड़े कारखाने हैं, लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते यह कारखाने अपना वजूद खोते जा रहे हैं. कभी इंकारखानों में इतने कार्मिक काम किया करते थे कि उन्हें गिरना मुश्किल था, लेकिन आज गिनती के लोग कारखाने में नौकरी कर रहे हैं. अजमेर में रेलवे के पास पर्याप्त जमीन होने के बावजूद उत्तर पश्चिम रेलवे का कार्यालय जयपुर में खोला गया यह अजमेर के हितों के साथ कोठाराघात है.

लालवानी ने कहा कि यदि केंद्र सरकार रेलवे कारखाने की और ध्यान देती है तो निश्चित तौर पर रोजगार के आयाम भी स्थापित होंगे. अजमेर वाया बूंदी कोटा रेलवे लाइन की बरसों पुरानी मांग रही है. पश्चिमी राजस्थान से जुड़ने का बेहतरीन अवसर केंद्र सरकार अपने बजट में दे सकती है. वहीं, नसीराबाद से देवली तक राष्ट्रीय राजमार्ग बनना चाहिए. इसके अलावा पूर्व बजट में पुष्कर मेड़ता रेलवे लाइन को लेकर सर्वे की घोषणा की गई थी, जिसको अमली जामा पहनाना चाहिए.

पढे़ं. केंद्रीय बजट से आस: किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाए मोदी सरकार, केसीसी का हो सरलीकरण

10 लाख तक की आय में मिले छूट : स्थानीय मनजीत सिंह बताते हैं कि केंद्र सरकार को अपने बजट में खाद्य सामग्री पर जीएसटी काम करना चाहिए. इससे मध्यम और गरीब तबके को राहत मिलेगी. कोरोना काल के बाद भी व्यापार अभी तक गति नहीं पकड़ पाया है. जीएसटी में राहत देने से व्यापार भी बढ़ेगा और लोगों को महंगाई से भी राहत मिलेगी. मध्यम वर्ग देश में सबसे बड़ा है. ऐसे में केंद्र सरकार को मध्यम वर्ग को राहत देनी चाहिए और 10 लाख रुपए तक की आय में छूट देनी चाहिए.

आईटी हब और एम्स अस्पताल की मांग : उन्होंने कहा कि अजमेर में काफी युवा उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और रोजगार के लिए उन्हें बड़े महानगरों और अन्य राज्यों में जाना होता है. यदि उन्हें यहीं पर ही रोजगार उपलब्ध हो तो उन्हें अपना घर नहीं छोड़ना पड़ेगा. केंद्र सरकार को अजमेर में आईटी हब स्थापित करना चाहिए, जिससे पढ़े लिखे नौजवानों को रोजगार मिल पाएगा और उन्हें घर छोड़कर बाहर नौकरी के लिए नहीं जाना पड़ेगा. पुष्कर तीर्थ नगरी और अजमेर दरगाह के विकास के लिए ठोस योजना लाई जानी चाहिए. दोनों ही प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही काफी बढ़ गई है. ऐसे में श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए विकास की कार्य योजना बननी चाहिए. इसके अलावा अजमेर में एम्स अस्पताल भी खोला जाना चाहिए.

अजमेर : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी. संसद में यह उनका आठवां बजट भाषण होगा. बजट को लेकर काफी चर्चा है. वहीं, आमजन को भी बजट से काफी उम्मीद है. खासकर धार्मिक तीर्थ नगरी अजमेर के लोगों को केंद्र सरकार के बजट से काफी उम्मीदें हैं.

राजस्थान की हृदयस्थली और धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर से भागीरथ चौधरी केंद्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री हैं. ऐसे में अजमेर के विकास की दृष्टि से केंद्र सरकार से अजमेर के लोगों की उम्मीदें और भी बढ़ जाती हैं. अजमेर में ब्रिटिश हुकूमत के समय से रेलवे के दो बड़े कारखाने हैं. विश्व विख्यात तीर्थ स्थल पुष्कर और अजमेर दरगाह है. राजस्थान के हृदय में अजमेर है, लिहाजा चारों तरफ हाईवे का जाल है. कभी शिक्षा की नगरी से विख्यात अजमेर रहा है तो अजमेर की एक हिस्से में एशिया की सबसे बड़ी मार्बल की मंडी भी है. किशनगढ़ में एयरपोर्ट और सेंट्रल यूनिवर्सिटी है, लेकिन इसके बावजूद भी विकास की दृष्टि से अजमेर को अभी भी काफी दरकार है. केंद्र सरकार वर्ष 2025-26 का बजट आज पेश करने जा रही है. ऐसे में सभी की निगाहें बजट पर टिकी हुई हैं. लोगों को उम्मीद है कि केंद्र के बजट में अजमेर की उम्मीदें भी पूरी होंगी.

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रेल लाइन की हो घोषणा : रेलवे से सेवानिवृत और श्रीअजय मेरु व्यापारिक महासंघ के सचिव रमेश लालवानी बताते हैं कि विधु पटेल पर अजमेर की पहचान तीर्थ नगरी पुष्कर और ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह से है. इसके अलावा अजमेर में ब्रिटिश काल के समय निर्मित रेलवे के दो बड़े कारखाने हैं, लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते यह कारखाने अपना वजूद खोते जा रहे हैं. कभी इंकारखानों में इतने कार्मिक काम किया करते थे कि उन्हें गिरना मुश्किल था, लेकिन आज गिनती के लोग कारखाने में नौकरी कर रहे हैं. अजमेर में रेलवे के पास पर्याप्त जमीन होने के बावजूद उत्तर पश्चिम रेलवे का कार्यालय जयपुर में खोला गया यह अजमेर के हितों के साथ कोठाराघात है.

लालवानी ने कहा कि यदि केंद्र सरकार रेलवे कारखाने की और ध्यान देती है तो निश्चित तौर पर रोजगार के आयाम भी स्थापित होंगे. अजमेर वाया बूंदी कोटा रेलवे लाइन की बरसों पुरानी मांग रही है. पश्चिमी राजस्थान से जुड़ने का बेहतरीन अवसर केंद्र सरकार अपने बजट में दे सकती है. वहीं, नसीराबाद से देवली तक राष्ट्रीय राजमार्ग बनना चाहिए. इसके अलावा पूर्व बजट में पुष्कर मेड़ता रेलवे लाइन को लेकर सर्वे की घोषणा की गई थी, जिसको अमली जामा पहनाना चाहिए.

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10 लाख तक की आय में मिले छूट : स्थानीय मनजीत सिंह बताते हैं कि केंद्र सरकार को अपने बजट में खाद्य सामग्री पर जीएसटी काम करना चाहिए. इससे मध्यम और गरीब तबके को राहत मिलेगी. कोरोना काल के बाद भी व्यापार अभी तक गति नहीं पकड़ पाया है. जीएसटी में राहत देने से व्यापार भी बढ़ेगा और लोगों को महंगाई से भी राहत मिलेगी. मध्यम वर्ग देश में सबसे बड़ा है. ऐसे में केंद्र सरकार को मध्यम वर्ग को राहत देनी चाहिए और 10 लाख रुपए तक की आय में छूट देनी चाहिए.

आईटी हब और एम्स अस्पताल की मांग : उन्होंने कहा कि अजमेर में काफी युवा उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और रोजगार के लिए उन्हें बड़े महानगरों और अन्य राज्यों में जाना होता है. यदि उन्हें यहीं पर ही रोजगार उपलब्ध हो तो उन्हें अपना घर नहीं छोड़ना पड़ेगा. केंद्र सरकार को अजमेर में आईटी हब स्थापित करना चाहिए, जिससे पढ़े लिखे नौजवानों को रोजगार मिल पाएगा और उन्हें घर छोड़कर बाहर नौकरी के लिए नहीं जाना पड़ेगा. पुष्कर तीर्थ नगरी और अजमेर दरगाह के विकास के लिए ठोस योजना लाई जानी चाहिए. दोनों ही प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही काफी बढ़ गई है. ऐसे में श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए विकास की कार्य योजना बननी चाहिए. इसके अलावा अजमेर में एम्स अस्पताल भी खोला जाना चाहिए.

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