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हमास आज 183 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले 3 इजराइली बंधकों को रिहा करेगा - HAMAS RELEASE ISRAELI HOSTAGES

इजराइल- हमास के बीच युद्धविराम जारी है लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के गाजा को लेकर दिए बयानों से स्थिति में बदलाव की आशंका है.

Hamas
हमास लड़ाके बंधकों को रिहा करते हुए (प्रतीकात्मक फोटो) (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 8, 2025, 8:36 AM IST

यरूशलम: हमास तीन और इजराइली बंधकों को आज रिहा कर सकता है. इन तीनों बंधकों के नाम भी सामने आए हैं. वहीं, इजराइल इसके बदले 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. संघर्ष विराम-बंधक समझौते के तहत मध्यस्थ देशों के माध्यम से ये सब प्रक्रिया हो रही है.

जिन तीन इजरायली बंधकों को रिहा किया जाना है उनमें 56 वर्षीय ओहद बेन अमी, 52 वर्षीय एली शराबी और 34 वर्षीय ऑर लेवी शामिल हैं. ओहद बेन अमी इजरायली-जर्मन दोहरी नागरिकता रखते हैं. बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजराइल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले में इन्हें बंधक बना लिया गया था. तब से वे हमास की कैद में हैं.

शराबी को किबुत्ज बेरी से बंदी बनाया गया था. ये एक सामुदायिक फार्म है और हमास के हमले में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. उनकी पत्नी लियान और नाबालिग बेटियों को हमास के लड़ाकों ने मार डाला था. तीन बच्चों के पिता बेन अमी को उसी समुदाय से बंधक बनाया गया था, जहां वे किबुत्ज अकाउंटेंट थे. उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में एक संक्षिप्त युद्धविराम के दौरान रिहा कर दिया गया.

लेवी, रिशोन लेजियन शहर के एक कंप्यूटर प्रोग्रामर हैं. उन्हें दक्षिणी इजराइल में नोवा संगीत समारोह के पास एक आश्रय से लड़ाकों अपहरण कर लिया था. हमले के दौरान उनकी पत्नी की मौत हो गई थी. दंपति के छोटे बेटे को परिवार के सदस्यों की देखरेख में रखा गया है. हमास ने अब तक 18 बंधकों को रिहा किया है, जिनमें हमले के दौरान इजराइल में पकड़े गए पांच थाई नागरिक भी शामिल हैं.

पिछले सप्ताह इस समझौते के बाद इजराइल ने 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था. बंधकों की रिहाई ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा से सभी फिलिस्तीनियों को हटाने और इसे एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में पुनर्विकसित करने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि इसकी व्यापक रूप से आलोचना की जा रही है.

इजरायली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बेन अमी की पत्नी को भी 7 अक्टूबर को अगवा कर लिया गया था, लेकिन पूर्व बंधक सौदे के तहत उन्हें 54 दिनों की कैद के बाद रिहा कर दिया गया था.

बता दें कि युद्ध विराम समझौते के अनुसार इजराइली सेना गाजा के अधिकांश हिस्सों से वापस चली गई है, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्रों में बनी हुई है. सेना ने फिलिस्तीनियों को उन क्षेत्रों से दूर रहने की चेतावनी दी है जहां सैनिक काम कर रहे हैं और समझौते की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में लोगों पर गोलियां चलाई.

वार्ताकारों को समझौते के दूसरे चरण की शर्तों पर अभी सहमत होना बाकी है, जिसके तहत हमास अधिक कैदियों और स्थायी युद्धविराम के बदले में बंधकों को रिहा करेगा. हमास से संबद्ध कैदियों के मीडिया कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि इजराइल 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.

प्रेस वक्तव्य के अनुसार सूची में आजीवन कारावास की सजा पाए 18 कैदी, लंबी सजा काट रहे 54 कैदी तथा गाजा पट्टी के 111 कैदी शामिल हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर के हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था.

युद्ध विराम समझौते के पहले चरण के तहत यह पांचवां बंधक-कैदियों की अदला बदली होगी. पिछले चार आदान-प्रदानों के परिणामस्वरूप गाजा से 18 बंधकों और इजरायली जेलों से लगभग 600 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया था. 19 जनवरी से प्रभावी युद्ध विराम समझौते के पहले 42-दिवसीय चरण में यह निर्धारित किया गया है कि हमास 33 बंधकों को रिहा करेगा, जबकि इजरायल सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.

ये भी पढ़ें- तब तक आगे बढ़ने में असमर्थ जब तक हमें बंधकों की सूची नहीं मिल जाती... हमास के साथ डील पर बोले नेतन्याहू

यरूशलम: हमास तीन और इजराइली बंधकों को आज रिहा कर सकता है. इन तीनों बंधकों के नाम भी सामने आए हैं. वहीं, इजराइल इसके बदले 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. संघर्ष विराम-बंधक समझौते के तहत मध्यस्थ देशों के माध्यम से ये सब प्रक्रिया हो रही है.

जिन तीन इजरायली बंधकों को रिहा किया जाना है उनमें 56 वर्षीय ओहद बेन अमी, 52 वर्षीय एली शराबी और 34 वर्षीय ऑर लेवी शामिल हैं. ओहद बेन अमी इजरायली-जर्मन दोहरी नागरिकता रखते हैं. बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजराइल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले में इन्हें बंधक बना लिया गया था. तब से वे हमास की कैद में हैं.

शराबी को किबुत्ज बेरी से बंदी बनाया गया था. ये एक सामुदायिक फार्म है और हमास के हमले में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. उनकी पत्नी लियान और नाबालिग बेटियों को हमास के लड़ाकों ने मार डाला था. तीन बच्चों के पिता बेन अमी को उसी समुदाय से बंधक बनाया गया था, जहां वे किबुत्ज अकाउंटेंट थे. उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में एक संक्षिप्त युद्धविराम के दौरान रिहा कर दिया गया.

लेवी, रिशोन लेजियन शहर के एक कंप्यूटर प्रोग्रामर हैं. उन्हें दक्षिणी इजराइल में नोवा संगीत समारोह के पास एक आश्रय से लड़ाकों अपहरण कर लिया था. हमले के दौरान उनकी पत्नी की मौत हो गई थी. दंपति के छोटे बेटे को परिवार के सदस्यों की देखरेख में रखा गया है. हमास ने अब तक 18 बंधकों को रिहा किया है, जिनमें हमले के दौरान इजराइल में पकड़े गए पांच थाई नागरिक भी शामिल हैं.

पिछले सप्ताह इस समझौते के बाद इजराइल ने 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था. बंधकों की रिहाई ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा से सभी फिलिस्तीनियों को हटाने और इसे एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में पुनर्विकसित करने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि इसकी व्यापक रूप से आलोचना की जा रही है.

इजरायली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बेन अमी की पत्नी को भी 7 अक्टूबर को अगवा कर लिया गया था, लेकिन पूर्व बंधक सौदे के तहत उन्हें 54 दिनों की कैद के बाद रिहा कर दिया गया था.

बता दें कि युद्ध विराम समझौते के अनुसार इजराइली सेना गाजा के अधिकांश हिस्सों से वापस चली गई है, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्रों में बनी हुई है. सेना ने फिलिस्तीनियों को उन क्षेत्रों से दूर रहने की चेतावनी दी है जहां सैनिक काम कर रहे हैं और समझौते की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में लोगों पर गोलियां चलाई.

वार्ताकारों को समझौते के दूसरे चरण की शर्तों पर अभी सहमत होना बाकी है, जिसके तहत हमास अधिक कैदियों और स्थायी युद्धविराम के बदले में बंधकों को रिहा करेगा. हमास से संबद्ध कैदियों के मीडिया कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि इजराइल 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.

प्रेस वक्तव्य के अनुसार सूची में आजीवन कारावास की सजा पाए 18 कैदी, लंबी सजा काट रहे 54 कैदी तथा गाजा पट्टी के 111 कैदी शामिल हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर के हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था.

युद्ध विराम समझौते के पहले चरण के तहत यह पांचवां बंधक-कैदियों की अदला बदली होगी. पिछले चार आदान-प्रदानों के परिणामस्वरूप गाजा से 18 बंधकों और इजरायली जेलों से लगभग 600 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया था. 19 जनवरी से प्रभावी युद्ध विराम समझौते के पहले 42-दिवसीय चरण में यह निर्धारित किया गया है कि हमास 33 बंधकों को रिहा करेगा, जबकि इजरायल सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.

ये भी पढ़ें- तब तक आगे बढ़ने में असमर्थ जब तक हमें बंधकों की सूची नहीं मिल जाती... हमास के साथ डील पर बोले नेतन्याहू
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