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Railway Overbridge Became Challenge: व्यापारियों के लिए सिरदर्द बना रेलवे ओवरब्रिज, 100 दुकानें बंद

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Published : Feb 25, 2023, 9:53 PM IST

नागौर सिटी में अब निर्माणाधीन आरओबी व्यापारियों के लिए (Traders warned of demonstrations) परेशानी का सबब बन गया है. इसके कारण उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है.

Railway Overbridge Became Challenge
Railway Overbridge Became Challenge

नागौर. शहर के मानासर चौराह पर पिछले पांच साल से रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन अभी तक यह कार्य पूरा नहीं हो सका है. वहीं, निर्माण कार्य जारी होने के कारण मानासर रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया था. लेकिन अब तक इसके न खुलने से व्यापारियों को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है. मौजूदा आलम यह है कि फाटक के बाहर करीब सौ दुकानें बंद हो गई हैं तो भीतर की दुकानें भी बंद होने की कगार पर हैं.

दरअसल, शहर के मानासर स्थित रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य साल 2018 में शुरू हुआ था और अगस्त 2022 में रेलवे फाटक को बंद किया गया था. वहीं, छह माह से फाटक बंद चल रहा है. फाटक नहीं खुलने से बाहर की दुकानें पूरी तरह से बंद हो चुकी हैं और करीब सौ दुकानों पर ताले लटक रहे हैं. यही कारण है कि अब व्यापारी फाटक खुलवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

अब तक नहीं खुली फाटकः व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने आरओबी के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए 70 दिन के लिए मानासर रेलवे फाटक को बंद करने की बात कही थी. लेकिन ठेकेदार के बीच में निर्माण कार्य छोड़ने के कारण ये फाटक बीते छह माह से नहीं खुला है. स्थानीय व्यापारी राहुल का कहना है कि छह महीने से अधिक समय से ये फाटक बंद है. जिसके चलते कई व्यापारी और दुकानदारों ने अपना कामकाज छोड़ दिया है.

इसे भी पढ़ें - Protest in Nagaur: धरने पर बैठे एक और सरपंच की तबीयत बिगड़ी, मनरेगा भुगतान की मांग को लेकर हैं अनशन पर

पहले कोरोना अब फाटक ने मारा व्यापारः व्यापारियों का कहना है कि 2020 से 2022 तक कोरोना महामारी के कारण व्यापार ठप था. लेकिन कोरोना महामारी के बाद यहां आरओबी के निर्माण के चलते व रेलवे फाटक बंद होने से उनका धंधा चौपट हो गया है. फाटक के दोनों ओर 200 से अधिक दुकान हैं. रेलवे फाटक के बंद होने के कारण फिलहाल 100 से अधिक दुकानें बंद हो चुकी है. व्यापारियों का कहना है कि ग्राहकी पूरी तरीके से टूट चुकी है. रेलवे फाटक को इस तरीके से बंद किया गया है कि इसके चारों ओर लोहे के सरिए लगा दिए गए हैं. जिससे ग्राहक फाटक के नीचे से भी नहीं आ पा रहे हैं. साथ ही यदि ग्राहक कुछ सामान खरीदना चाहते भी हैं तो फाटक बंद चलने के कारण उन्हें तीन किलोमीटर घूमकर आना पड़ता है.

अब आंदोलन ही आखिरी रास्ताः मानासर रेलवे फाटक खोलो संघर्ष समिति की ओर से यहां शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. व्यापारियों का कहना है कि अब उनके सब्र का बांध टूट रहा है. ऐसे में उनके सामने केवल व केवल उग्र आंदोलन ही एक मात्र रास्ता शेष बचा है. बता दें कि आरओबी का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर एडवोकेट गोविंद कड़वा ने अपर जिला व सत्र न्यायाधीश को प्रार्थना पत्र पेश कर प्री लिटिगेशन दर्ज करवाया है. तालुका विधिक साक्षात्कार समिति के अध्यक्ष व अपर जिला व सत्र न्यायाधीश ने प्रार्थी कड़वा की ओर से पेश किए गए प्रार्थना पत्र पर प्री लिटिगेशन दर्ज कर अप्राथियों को नोटिस भेज आगामी एक मार्च को पेश होने का निर्देश दिया है.

नागौर. शहर के मानासर चौराह पर पिछले पांच साल से रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन अभी तक यह कार्य पूरा नहीं हो सका है. वहीं, निर्माण कार्य जारी होने के कारण मानासर रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया था. लेकिन अब तक इसके न खुलने से व्यापारियों को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है. मौजूदा आलम यह है कि फाटक के बाहर करीब सौ दुकानें बंद हो गई हैं तो भीतर की दुकानें भी बंद होने की कगार पर हैं.

दरअसल, शहर के मानासर स्थित रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य साल 2018 में शुरू हुआ था और अगस्त 2022 में रेलवे फाटक को बंद किया गया था. वहीं, छह माह से फाटक बंद चल रहा है. फाटक नहीं खुलने से बाहर की दुकानें पूरी तरह से बंद हो चुकी हैं और करीब सौ दुकानों पर ताले लटक रहे हैं. यही कारण है कि अब व्यापारी फाटक खुलवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

अब तक नहीं खुली फाटकः व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने आरओबी के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए 70 दिन के लिए मानासर रेलवे फाटक को बंद करने की बात कही थी. लेकिन ठेकेदार के बीच में निर्माण कार्य छोड़ने के कारण ये फाटक बीते छह माह से नहीं खुला है. स्थानीय व्यापारी राहुल का कहना है कि छह महीने से अधिक समय से ये फाटक बंद है. जिसके चलते कई व्यापारी और दुकानदारों ने अपना कामकाज छोड़ दिया है.

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पहले कोरोना अब फाटक ने मारा व्यापारः व्यापारियों का कहना है कि 2020 से 2022 तक कोरोना महामारी के कारण व्यापार ठप था. लेकिन कोरोना महामारी के बाद यहां आरओबी के निर्माण के चलते व रेलवे फाटक बंद होने से उनका धंधा चौपट हो गया है. फाटक के दोनों ओर 200 से अधिक दुकान हैं. रेलवे फाटक के बंद होने के कारण फिलहाल 100 से अधिक दुकानें बंद हो चुकी है. व्यापारियों का कहना है कि ग्राहकी पूरी तरीके से टूट चुकी है. रेलवे फाटक को इस तरीके से बंद किया गया है कि इसके चारों ओर लोहे के सरिए लगा दिए गए हैं. जिससे ग्राहक फाटक के नीचे से भी नहीं आ पा रहे हैं. साथ ही यदि ग्राहक कुछ सामान खरीदना चाहते भी हैं तो फाटक बंद चलने के कारण उन्हें तीन किलोमीटर घूमकर आना पड़ता है.

अब आंदोलन ही आखिरी रास्ताः मानासर रेलवे फाटक खोलो संघर्ष समिति की ओर से यहां शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. व्यापारियों का कहना है कि अब उनके सब्र का बांध टूट रहा है. ऐसे में उनके सामने केवल व केवल उग्र आंदोलन ही एक मात्र रास्ता शेष बचा है. बता दें कि आरओबी का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर एडवोकेट गोविंद कड़वा ने अपर जिला व सत्र न्यायाधीश को प्रार्थना पत्र पेश कर प्री लिटिगेशन दर्ज करवाया है. तालुका विधिक साक्षात्कार समिति के अध्यक्ष व अपर जिला व सत्र न्यायाधीश ने प्रार्थी कड़वा की ओर से पेश किए गए प्रार्थना पत्र पर प्री लिटिगेशन दर्ज कर अप्राथियों को नोटिस भेज आगामी एक मार्च को पेश होने का निर्देश दिया है.

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