मकराना (नगौर). जिले में लॉकडाउन की वजह से ओसियां से अलवर रवाना हुए 12 से अधिक युवाओं की टोली पैदल ही रविवार को मकराना पहुंची. युवाओं का कहना है कि अगर सरकार विदेश से नागरिकों को घर ला सकती है तो सरकार को कामगारों को उनके घर पहुंचाए जाने में भी मदद की जानी चाहिए. जिससे वे बेवजह परेशान न हो.
जिले के ओसियां क्षेत्र से अलवर के लिए रवाना हुए तकरीबन एक दर्जन युवाओं की टोली रविवार को मकराना पहुंची. इस टोली में शामिल युवाओं ने बताया कि सरकार के द्वारा कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन के कारण ट्रेनों और बसों पर भी रोक लगा दी गई है. जिसकी वजह से वे अपने घर अलवर नहीं जा पा रहे थे. उन्होने मजबूरन ओसियां जोधपुर से पैदल ही अपने घर के लिये प्रस्थान किया. पैदल चलते हुए छह दिन हो गए और इन 6 दिनों में मकराना तक का सफर तय किया है. ओसियां से अलवर की दूरी करीब 500 किलो मीटर की है.
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ऐसे में मकराना से गुजरने वाले युवाओं को हो रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले कुछ सामाजसेवियों ने इन्हें पानी और खाने की चीजें भी उपलब्ध करवाई है. इसी के तहत भाजपा नेता शब्बीर अहमद गैसावत की ओर से रेलवे ट्रैक से होकर गंतव्य की ओर कूच करने वाले लोगों को बिस्किट, फल, पानी आदि वस्तुओं का वितरण किया गया.
वहीं युवाओं को इन खाद्य वस्तुओं के प्राप्त होने पर आभार व्यक्त जताते हुए कहा कि अगर रास्ते में उन्हें खाद्य वस्तुएं उपलब्ध ना होती तो वे यहां तक नहीं पहुंच पाते. ऐसे में सरकार को उनकी पीड़ा ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही दूरदराज के क्षेत्रों में मजदूरी के लिए गए लोगों को उनके घर तक पहुंचाने हेतु वाहन की भी उपलब्धता को सुनिश्चित करनी चाहिए.
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जबकि सरकार विदेशों में बैठे हमारे भारतीय नागरिकों को हिन्दुस्तान ला सकती है तो फिर देश के भीतर रह रहे लोगों को उनके घर तक क्यों पहुंचाया नहीं जा रहा है. राजस्थान सहित अन्य क्षेत्र में रहने वाले कामगारों को भी उनके निवास स्थान पहुंचाए जाने की कार्यवाही करनी चाहिए. जिससे लोग बेवजह परेशान ना हो.