नागौर. कोरोना वायरस के खतरे से लोगों को बचाने के लिए सरकार तमाम निर्देश जारी कर रही है. विदेश से लौटे लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है. लेकिन कुछ लोग अपनी लापरवाही के चलते न केवल खुद के लिए बल्कि दूसरों के लिए भी खतरा खड़ा कर रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला नागौर में परबतसर तहसील के गुलर गांव में सामने आया है. इस व्यक्ति को फिलहाल चिकित्सा विभाग की टीम ने परबतसर के सरकारी अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया है. परबतसर बीसीएमओ डॉ. डीपी जोशी ने बताया कि गुलर गांव का रहने वाला यह व्यक्ति पिछले दिनों दुबई से उदयपुर लौटा था. हल्का फीवर होने पर इसे एहतियात के तौर पर उदयपुर में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था. जहां इसे 14 दिन तक रहना था.
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इस बीच इसके परिवार में किसी का निधन हो गया तो यह उदयपुर में डॉक्टर्स को बिना बताए नागौर में गुलर गांव स्थित अपने घर आ गया. जब वह उदयपुर में डॉक्टर्स को नहीं मिला तो वहां हड़कंप मच गया. उदयपुर चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने नागौर में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी तो यहां भी हड़कंप मच गया. उदयपुर से बताए गए नाम और पते के आधार पर परबतसर बीसीएमओ ऑफिस की एक टीम गुलर गांव पहुंची तो यह व्यक्ति वहां मिल गया. इस पर उसे परबतसर लाया गया और तमाम जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद परबतसर के सरकारी अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
बीसीएमओ डॉ. जोशी का कहना है कि फिलहाल इस व्यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण नहीं हैं. फिर भी उसे एहतियात के तौर पर निगरानी में रखा गया है. साथ ही उदयपुर के आइसोलेशन वार्ड से निकलने के बाद यह व्यक्ति जिस-जिस के भी संपर्क में आया है. उसकी भी सूची तैयार की जा रही है.