नागौर. कोरोना काल के दौरान किए गए लॉकडाउन के कारण आई आर्थिक मंदी के साइड इफेक्ट लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा मामला नागौर जिले के पांचौड़ी थाना इलाके के खारी कर्म सोता गांव में सामने आया है. जहां सोमवार शाम को एक विवाहिता ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर अपने तीनों बच्चों के साथ कीटनाशक पदार्थ पी लिया.
गंभीर हालत में चारों को नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल लाया गया. जहां उपचार के दौरान विवाहिता और उसके एक पुत्र और पुत्री की मौत हो गई.
अस्पताल चौकी पुलिस के अनुसार खारी कर्म सोता गांव के रहने वाले ओम प्रकाश नायक जब खान में मजदूरी के लिए घर से बाहर गया, तो घर में ओम प्रकाश की पत्नी कानी देवी ने अपने 6 साल के बेटे राकेश और 5 साल के बेटे सोनू और 3 साल की बेटी उर्मिला के साथ कीटनाशक पी लिया. जिससे चारों की तबियत बिगड़ गई.
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घटना की जानकारी मिलने पर परिजन उन्हें लेकर नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचे. जहां उपचार के दौरान कानी देवी और उसके 2 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 1 बच्चे का जेएलएन अस्पताल नागौर में उपचार जारी है. तीनों मृतकों के शव मोर्चरी में रखवा दिए गए हैं.
पांचौड़ी थाना पुलिस मामले की जानकारी मिलने पर जेएलएन अस्पताल पहुंचे, मगर नागौर के पुलिस अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा गया, क्योंकि इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अस्पताल देर रात तक नहीं पहुंचे है.