नागौर. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच नागौर के लिए अब एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है. नागौर अब तक के सबसे बड़े टिड्डियों के हमले की समस्या से भी जूझ रहा है. यह टिड्डी खेतों में फसलों के साथ पेड़ पौधों को भी खासा नुकसान पहुंचा रही हैं.
खींवसर उपखंड के नारवा में टिड्डियों के हमले के बाद ग्रामीण और कृषि मित्रों की सूचना के बाद जिले का 30 वां टिड्डियों के पड़ाव के खात्मे को लेकर कृषि विभाग की टीमों ने टिड्डियों को ट्रेस करते हुए ट्रैक्टर पर लगे ड्रम में भरे कीटनाशक का छिड़काव करते हुए उन्हें नष्ट कर दिया.
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नागौर कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण मंडल की टीम की ओर से मौके पर जाकर कपास के क्षेत्रों में केमिकल का छिड़काव करते हुए टिड्डियों को नष्ट किया गया है. साथ ही किसान अब खेतों में जगह-जगह पेड़ों के नीचे मरी हुई टिड्डियों को हटा रहे हैं. वहीं टिड्डियों के बड़े दल के खात्मे के अभियान को कृषि विभाग ने पूरी मुस्तैदी के साथ अंजाम दिया.
कृषि विभाग के उपनिदेशक हजारी राम का कहना कि जिले में यह अब तक का 30 वां टिड्डी हमला है. किसानों के साथ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. अब तक 50 से भी ज्यादा गांवों में करीब 25000 हेक्टेयर भूमि को टिड्डियों ने प्रभावित किया है. जिले भर में कृषि विभाग की कुल 5 टीमों के द्वारा टिड्डियों का सर्वे करते हुए उन्हें नष्ट किया जा चुका है. साथ ही कहा कि बारिश के दौरान टिड्डियों के प्रजनन काल को देखते हुए जिले भर के किसानों के साथ कृषि मित्रों को भी अलर्ट किया गया है.