नागौर. निकाय चुनाव में पार्षदों की क्रॉस वोटिंग के चलते हाल ही में हुए निकाय चुनाव में भाजपा को खासा नुकसान उठाना पड़ा. वहीं जिला प्रमुख चुनाव में भी क्रॉस वोटिंग के चलते भाजपा ने कई जिला परिषदों में जिला प्रमुख और पंचायतों में प्रधान पद गंवा दिए. ऐसे में 90 निकायों मे अब होने जा रहे चुनाव में भाजपा ने क्रॉस वोटिंग से बचाव के लिए नया फार्मूला अपनाया है.
28 जनवरी को होने जा रहे निकाय चुनाव के लिए भाजपा दावेदारों से आवेदन ले रही है. इसके साथ दावेदार से 5 गारंटर भी मांगे जा रहे हैं. जो यह पुष्टि करेंगे कि चुनाव जीतने के बाद यह प्रत्याशी अपना पाला नहीं बदलेगा और भाजपा के साथ ही रहेगा. नागौर जिले में भी 9 निकाय के लिए होने वाले चुनाव के लिए भाजपा संगठन सही उम्मीदवारों की तलाश में मशक्कत में जुटा है. जिले के कुचामन नगरपालिका चुनाव पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हैं क्योंकि ये प्रदेश की गहलोत सरकार में उप मुख्य सचेतक और विधायक महेंद्र चौधरी का क्षेत्र है. जो जोड़-तोड़ में महारथी माने जाते हैं.
वैसे तो कुचामन भाजपा का गढ़ कहलाता है और यहां पिछले 38 साल से नगरपालिका में भाजपा का ही बोर्ड है. लेकिन महेंद्र चौधरी इस बार कुचामन में कांग्रेस का बोर्ड बनाने का दावा कर चुके हैं. महेंद्र चौधरी के दावे के बाद भाजपा कुचामन में काबिज रहने के लिए पूरी सावधानी से उम्मीदवारों के चयन में जुटी है. पूर्व माटी कला बोर्ड अध्यक्ष और विधयक हरीश कुमावत, पूर्व विधायक विजय सिंह, जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह ओड़िन्ट, जिला संगठन प्रभारी वासुदेव चावला, निकाय के प्रभारी महेंद्र सिंह ढलैत और दिग्विजय सिंह के साथ संयोजक अरुण रिणवा और सह संयोजक विजेंद्र सिंह दावेदारों से आवेदन लेते वक़्त पूरी तरह से उनको परखने में जुटे हैं.
कुचामन सहित जिन 90 निकायों में चुनाव होंगे वहां क्रॉस वोटिंग पर लगाम लगाने के लिए भाजपा के नए फार्मूले के तहत उम्मीदवारों से आवेदन के साथ साथ 5 गारंटर भी लिए जा रहे हैं. गारंटर के रूप में जिन कार्यकर्ताओं का नाम आवेदन के साथ लिया जा रहा है. यह भरोसा दिला रहे हैं की उनका उम्मीदवार पार्षद का चुनाव जीतने के बाद उम्मीदवार पाला नही बदलेगा. ये फार्मूला कितना कामयाब रहेगा फ़िल्हाल ये तो निकाय चुनाव के दौरान होने वाले अध्यक्ष उपाध्यक्ष केलिए होने वाले मतदान के बाद पता चलेगा.