नागौर. कोरोना काल के दौरान हो रही बिजली चोरी पर अजमेर डिस्कॉम (Ajmer Discom) लगाम लगाने की कवायद कर रहा है. अजमेर डिस्कॉम (Ajmer Discom) की विजिलेंस टीम ने नागौर एसई आरबी सिंह के साथ जिले में घरेलू बिजली कनेक्शन, एसआईबी, कृषि कनेक्शन, एनडीएस और एमआईटी कनेक्शनों की जांच की.
नागौर जिले में बिजली चोरी को लेकर जगह-जगह दबिश दी जा रही है. अब तक बिजली चोरी के मामले में 7 ट्रांसफार्मर जब्त किये गए हैं. इस पूरी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए अजमेर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वीएस भाटी की ओर से विशेष विजिलेंस अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे.
इसके बाद अजमेर जोन मुख्य अभियंता के नेतृत्व में मेड़ता खंड के सभी अभियंताओं सहित एफआईएस और साइट टेस्टिंग की टीमें तैयार की गईं. टीम में नागौर एसई आरबी सिंह सहित डिस्कॉम के उच्च अधिकारियों ने फील्ड में जाकर कार्रवाई की.
आरबी सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान विद्युत चोरी के मामले बढ़े हैं. अब डिस्कॉम के अभियान से बिजली चोरों में हड़कंप मचा है. डिस्कॉम की कार्रवाई से बिजली चोरी में कमी आएगी और उपभोक्ताओं को अच्छी गुणवत्ता के साथ बिजली आपूर्ति होगी.
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उन्होंने बताया कि मेड़ता में 2, मुंडवा में 2, खींवसर में 2 और सांजू में 1 ट्रांसफार्मर सहित कुल 7 ट्रांसफार्मर जब्त किये गए हैं. अब भी कार्रवाई चल रही है. डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वीएस भाटी खुद इसे लीड कर रहे हैं.
नागौर एसई आरबी सिंह ने यह भी बताया कि मेड़ता के नोखा चांदावता में सुरेंद्र जाखड़ के खेत में लगे एक ट्रांसफार्मर को पिकअप वाहन में रखकर बिजली चोरी की जा रही थी. जब डिस्कॉम टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी पिकअप को मौके से भगा ले गए. जिसका पुलिस जाब्ता और डिस्कॉम टीम ने पीछा किया तो वे ट्रांसफार्मर सहित पिकअप वाहन को खेत में छोड़कर भाग गए. इसके बाद ट्रांसफार्मर और पिकअप वाहन को जब्त कर लिया गया.
अजमेर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वीएस भाटी ने बताया कि मेड़ता में बिजली चोरी का आंकड़ा 14 प्रतिशत है. इस अभियान के बाद बिजली चोरी के मामलों में कमी आएगी.