नागौर. देश के अधिकांश लोग लॉकडाउन के चलते अपने घरों में हैं. वहीं, कोरोना के खिलाफ चल रही जंग को जीतने के लिए कोरोना वॉरियर्स अपनी और परिवार की चिंता छोड़कर दिन रात देशवासियों की सेवा में लगे हैं. नागौर जिले में मकराना तहसील के पालड़ी महेश गांव के एक परिवार के 10 सदस्य इस महामारी के खिलाफ चल रही जंग के बीच अपना फर्ज निभा रहे हैं.
पालड़ी महेश गांव के किसान सुखराम के पांच बेटे, एक बहू और चार पौत्र राजस्थान और उसके बाहर रहकर इस विकट हालात में देशवासियों की सेवा कर रहे हैं.
सुखराम के बड़े बेटे रामदयाल बीएसएफ में एसआई हैं और मिजोरम में तैनात हैं. दूसरे बेटे मनोहरलाल आरएसी में हेड-कांस्टेबल के पद पर किशनगढ़ अजमेर में सेवा दे रहे हैं.
जबकि, अन्य बेटों में छोटूराम गच्छीपुरा (नागौर) थाने में, रामनारायण इकलेरा (झालावाड़) थाने में और वनरक्षक महेंद्र पुष्कर में सेवा दे रहे हैं. जबकि पुत्रवधु मैनादेवी अजमेर में जीआरपी में तैनात हैं.
किसान सुखराम के पौत्रों में मुकेश पुलिस में नागौर में तैनात हैं. जबकि दशरथ पुलिस महकमे में जोधपुर में लगे हैं. अशोक भीलवाड़ा में पटवारी के पद पर तैनात हैं. अनिल एनसीसी कैडेट के रूप में गच्छीपुरा थाना पुलिस का सहयोग कर रहे हैं.
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इस परिवार के अधिकांश पुरुष किसी न किसी रूप में कोरोना वारियर्स के रूप में आमजन की सेवा और सुरक्षा के लिए अपना फर्ज निभा रहे हैं और महिलाएं घर-परिवार की जिम्मेदारी संभाल रही हैं.
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इसी परिवार के सदस्य मुकेश नागौर पुलिस की मानव तस्करी यूनिट में ड्यूटी कर रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने अपने परिवार के कोरोना वॉरियर्स के बारे में बताया तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया. उन्होंने आमजन से लॉकडाउन की पालना करने और घरों में रहकर कोरोना वॉरियर्स की मदद करने की अपील भी की है.