सांगोद (कोटा). जिले में सांगोद के रकसपुरिया मार्ग पर ग्रामीणों के आवागमन की राह आसान करने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर सड़क बनाई थी. लेकिन इस सड़क पर चलना ग्रामीणों और वाहन चालकों के लिए परेशानी भरा साबित हो रहा है. यह सड़क तीन स्थानीय गांवों को जोड़ती है. जिसका उपखंड मुख्यालय से सीधा संपर्क है. बरसात के दिनों में सड़क डूबने से गांवों का संपर्क टूट जाता है.
बता दें कि सांगोद से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव में जाने की लिए लोगों को तकरीबन 12 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है. पूर्व में सांगोद से रकसपुरिया गांव तक कच्ची सड़क हुआ करती थी. ऐसे में लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. कुछ साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर रकसपुरिया गांव तक सड़क तो बनवा दी, लेकिन पानी भराव वाली जगह पर पानी के निकासी की कोई सुविधा नहीं होने की वजह से सड़कों का बुरा हाल बना रहता है.
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बारिश होने से आस-पास के खेतों का सारा बरसाती पानी सड़कों पर आ जाता है. बारिश थमने के कई महीनों बाद भी सड़क पर पानी भरा रहता है. जिसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण कालू लाल ने बताया कि इस सड़क से तीन गांव जुड़े हुए है. जिसका उपखंड मुख्यालय से सीधा संपर्क है. बरसात के मौसम में सड़क पर पानी भर जाने से इनका संपर्क टूट जाता है.