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कोटा: सड़कों पर पानी के जमाव से परेशान ग्रामीण, 3 किमी की दूरी 12 किमी में तय करनी पड़ती है - kota news

कोटा जिले में सांगोद के रकसपुरिया मार्ग पर स्थानीय लोगों को बरसात के दिनों में अवागमन के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिससे सांगोद से सटे गांवों में जाने के लिए 3 किमी की दूरी 12 किमी में तय करनी पड़ती है.

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Published : Oct 21, 2019, 3:51 AM IST

सांगोद (कोटा). जिले में सांगोद के रकसपुरिया मार्ग पर ग्रामीणों के आवागमन की राह आसान करने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर सड़क बनाई थी. लेकिन इस सड़क पर चलना ग्रामीणों और वाहन चालकों के लिए परेशानी भरा साबित हो रहा है. यह सड़क तीन स्थानीय गांवों को जोड़ती है. जिसका उपखंड मुख्यालय से सीधा संपर्क है. बरसात के दिनों में सड़क डूबने से गांवों का संपर्क टूट जाता है.

सड़कों पर पानी का जमाव

बता दें कि सांगोद से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव में जाने की लिए लोगों को तकरीबन 12 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है. पूर्व में सांगोद से रकसपुरिया गांव तक कच्ची सड़क हुआ करती थी. ऐसे में लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. कुछ साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर रकसपुरिया गांव तक सड़क तो बनवा दी, लेकिन पानी भराव वाली जगह पर पानी के निकासी की कोई सुविधा नहीं होने की वजह से सड़कों का बुरा हाल बना रहता है.

यह भी पढ़ें- आपणी सरकार: सीकर नगर परिषद के 5 साल, कैसा रहा शहर का हाल...देखिए रिपोर्ट

बारिश होने से आस-पास के खेतों का सारा बरसाती पानी सड़कों पर आ जाता है. बारिश थमने के कई महीनों बाद भी सड़क पर पानी भरा रहता है. जिसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण कालू लाल ने बताया कि इस सड़क से तीन गांव जुड़े हुए है. जिसका उपखंड मुख्यालय से सीधा संपर्क है. बरसात के मौसम में सड़क पर पानी भर जाने से इनका संपर्क टूट जाता है.

सांगोद (कोटा). जिले में सांगोद के रकसपुरिया मार्ग पर ग्रामीणों के आवागमन की राह आसान करने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर सड़क बनाई थी. लेकिन इस सड़क पर चलना ग्रामीणों और वाहन चालकों के लिए परेशानी भरा साबित हो रहा है. यह सड़क तीन स्थानीय गांवों को जोड़ती है. जिसका उपखंड मुख्यालय से सीधा संपर्क है. बरसात के दिनों में सड़क डूबने से गांवों का संपर्क टूट जाता है.

सड़कों पर पानी का जमाव

बता दें कि सांगोद से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव में जाने की लिए लोगों को तकरीबन 12 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है. पूर्व में सांगोद से रकसपुरिया गांव तक कच्ची सड़क हुआ करती थी. ऐसे में लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. कुछ साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर रकसपुरिया गांव तक सड़क तो बनवा दी, लेकिन पानी भराव वाली जगह पर पानी के निकासी की कोई सुविधा नहीं होने की वजह से सड़कों का बुरा हाल बना रहता है.

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बारिश होने से आस-पास के खेतों का सारा बरसाती पानी सड़कों पर आ जाता है. बारिश थमने के कई महीनों बाद भी सड़क पर पानी भरा रहता है. जिसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण कालू लाल ने बताया कि इस सड़क से तीन गांव जुड़े हुए है. जिसका उपखंड मुख्यालय से सीधा संपर्क है. बरसात के मौसम में सड़क पर पानी भर जाने से इनका संपर्क टूट जाता है.

Intro:Body:सांगोद(कोटा)
मोतीलाल सुमन

सड़क पर भरे पानी से परेशान ग्रामीण उपखंड मुख्यालय से कटा सीधा संपर्क

सांगोद से रकसपुरिया मार्ग पर ग्रामीणों के आवागमन की राह आसान करने के लिए पीडब्लूडी विभाग ने लाखों रुपए की सड़क बनाई लेकिन इस सड़क पर आवागमन करना इन दिनों वाहन चालकों के लिए परेशानी भरा साबित हो रहा है । सांगोद से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव में जाने की लिए लोगो तकरीबन बारह किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही ।जानकारी के अनुसार पूर्व में सांगोद से रकसपुरिया गांव तक कच्ची सड़क हुवा करती थी ऐसे में लोगो को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था कुछ साल पहले पीडब्ल्यू डी विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर रकसपुरिया गांव तक सड़क तो बनवा दी लेकिन पानी भराव वाली जगह पर पानी के निकाशी की कोई सुविधा नही की । सड़क से खेतों की ऊँचाई अधिक होने से आस पास के खेतों का सारा बरसाती पानी सड़क पर आ जाता है बारिश थमने के कई महीनों बाद भी सडक पर पानी भरा रहता है जिसके चलते इससे गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।ग्रामीण कालूलाल ने बताया कि संपर्क सड़क से तीन गांव जुड़े हुवे है जिनका बरसात में उपखण्ड मुख्यालय से सीधा संपर्क कट जाता है और लोगो को तीन किलोमीटर की जगह बारह किलोमीटर की दूरी तय कर सांगोद पहुचना पड़ता है ।
बाईट कालूलाल ग्रामीणConclusion:
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