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कोटा: कनवास में गाइडलाइन का उल्लंघन कर खोली थी चुड़ा सेंटर की दुकान, प्रशासन ने किया सीज

कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश में लॉकडाउन लगा है. जिसमें आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाजार पूर्ण तरीके से बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं. हालांकि कुछ लोग लॉकडाउन को धता बताते हुए दुकानें खोल रहे हैं. इसी तरह के एक मामले में कनवास में प्रशासन ने माहेश्वरी चूड़ा सेंटर दुकान पर कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना करने पर सीज कर दिया.

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Published : May 18, 2021, 5:58 PM IST

दुकान सीज
दुकान सीज

कनवास (कोटा). जिले के कनवास में पुलिस-प्रशासन की ओर से कस्बे की माहेश्वरी चूड़ा सेंटर दुकान पर कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना कर सामग्री वितरित करते हुए पाए जाने पर चूड़ा सेंटर को सीज कर दिया गया.

एसडीएम राजेश डागा ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से जारी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार आगामी 24 मई तक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाजार पूर्ण तरीके से बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं. इस दौरान पुलिस-प्रशासन की ओर से बाजार में गोपनीय विडियो ग्राफी करवाई जा रही है, इसके बावजूद भी दुकानदार अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे और चंद पैसों के लिए अपनी और दूसरों की जान को जोखिम में डाल रहे है.

पढ़ें- कोटा यूनिवर्सिटी के कोविड केयर सेंटर में आर्ट ऑफ लिविंग की मोटिवेशनल थैरेपी से इलाज

ऐसे में पुलिस प्रशासन की ओर से की गई गोपनीय विडियोग्राफ़ी में कस्बे के ही माहेश्वरी चूड़ा सेन्टर पर सामग्री वितरित कर कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना करते हुए पाया गया. जिसकी जानकारी एसडीएम डागा को मिलने पर उन्होंने तहसीलदार सुरेन्द्र शर्मा को दुकान सीज करने के आदेश दिए. SDM के आदेश पर तहसीलदार सुरेन्द्र शर्मा ने दुकान को सीज किया और अन्य दुकानदारों को भी हिदायत दी कि राज्य सरकार की अनुमति के बिना आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त अन्य दुकानें नहीं खुलेगी अन्यथा उल्लंघन करने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

SDM के निर्देश पर मुख्य खंड अधिकारी ने ली बैठक, दिए निर्देश

एसडीएम राजेश डागा के निर्देश पर सांगोद के मुख्य-खण्ड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा, कनवास तहसीलदार सुरेन्द्र शर्मा और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पुरूषोतम मेघवाल ने कनवास तहसील के सभी चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों, पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में ग्राम विकास अधिकारियों कृषि पर्येवेक्षकों व पटवारी को मुख्यालय पर उपस्थित रहकर कार्य करने की हिदायत गई.

मुख्य खंड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 की रोकथाम व प्रचार -प्रसार के लिए मुख्य तीन बिन्दुओं पर चर्चा की गई, जिसमें राज्य सरकार की मंशा अनुसार डोर-टू-डोर सर्वे करने पंचायत पर स्थापित क्वारेंनटाईन सेन्टर व लक्षणग्रस्त व्यक्तियों को वितरित कीट की व्यवस्था के सम्बन्ध में जोर दिया गया. साथ ही बताया कि डोर-टू-डोर सर्वे के माध्यम से विकिसित होने वाली बीमारी को प्रारम्भिक स्तर पर खत्म किया जा सकता है, जिसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में वार्ड वाईज कमेटी बनायी गयी है, जो कि प्रत्येक वार्ड में परिवारों का डोर-टू-डोर सर्वे कर लक्षणग्रस्त मरीजों को मेडिकल किट वितरित कर बीमारी को प्रारम्भिक स्तर पर ही समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है.

इससे स्वास्थ्य केन्द्रों पर अधिक भीड व बीमारी फैलाने का खतरा कम रहेगा. साथ ही सभी पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों को पंचायत स्तर पर क्वारेटाईन सेन्टर आज से व्यवस्थति करने हेतु निर्देशित किया गया. बैठक के दौरान तथ्य सामने आया कि पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी हिंगोनिया श्रीमती साजनानी द्वारा अपनी पंचायत स्तरीय कमेटी के सदस्य को नहीं पहचान पायी. इस सम्बन्ध में ग्राम पंचायत के कार्मिकों व मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा अवगत कराया कि पूर्व में कई बार निरीक्षण के दौरान श्रीमती सजनानी मुख्यालय से अनुपस्थित रही हैं एवं इनका कार्य काफी अनुशासनहीन रहा है, साथ ही उच्चाधिकारियों द्वारा कई बार इनसे दूरभाष पर सम्पर्क करने की कोशिश की जाती हैं तो इनका मोबाईल स्वीच ऑफ या इनके द्वारा फोन अटेंड नहीं किया जाता है जिसे भी काफी गम्भीरता से लिया गया ओर इसकी सूचना एसडीएम राजेश डागा को दी गयी.

उन्होने सभी अनुपस्थित कार्मिकों जो बिना अपने उच्चाधिकायों की अनुमति के मुख्यालय से बाहर हैं को नोटिस जारी कर वेतन काटने के आदेश दिये है और साजनानी के विरूद्व जिला कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को विभागीय कार्रवाई प्रस्तावित की गई.

कनवास (कोटा). जिले के कनवास में पुलिस-प्रशासन की ओर से कस्बे की माहेश्वरी चूड़ा सेंटर दुकान पर कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना कर सामग्री वितरित करते हुए पाए जाने पर चूड़ा सेंटर को सीज कर दिया गया.

एसडीएम राजेश डागा ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से जारी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार आगामी 24 मई तक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाजार पूर्ण तरीके से बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं. इस दौरान पुलिस-प्रशासन की ओर से बाजार में गोपनीय विडियो ग्राफी करवाई जा रही है, इसके बावजूद भी दुकानदार अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे और चंद पैसों के लिए अपनी और दूसरों की जान को जोखिम में डाल रहे है.

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ऐसे में पुलिस प्रशासन की ओर से की गई गोपनीय विडियोग्राफ़ी में कस्बे के ही माहेश्वरी चूड़ा सेन्टर पर सामग्री वितरित कर कोरोना गाइडलाइन की अवहेलना करते हुए पाया गया. जिसकी जानकारी एसडीएम डागा को मिलने पर उन्होंने तहसीलदार सुरेन्द्र शर्मा को दुकान सीज करने के आदेश दिए. SDM के आदेश पर तहसीलदार सुरेन्द्र शर्मा ने दुकान को सीज किया और अन्य दुकानदारों को भी हिदायत दी कि राज्य सरकार की अनुमति के बिना आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त अन्य दुकानें नहीं खुलेगी अन्यथा उल्लंघन करने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

SDM के निर्देश पर मुख्य खंड अधिकारी ने ली बैठक, दिए निर्देश

एसडीएम राजेश डागा के निर्देश पर सांगोद के मुख्य-खण्ड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा, कनवास तहसीलदार सुरेन्द्र शर्मा और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पुरूषोतम मेघवाल ने कनवास तहसील के सभी चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों, पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में ग्राम विकास अधिकारियों कृषि पर्येवेक्षकों व पटवारी को मुख्यालय पर उपस्थित रहकर कार्य करने की हिदायत गई.

मुख्य खंड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 की रोकथाम व प्रचार -प्रसार के लिए मुख्य तीन बिन्दुओं पर चर्चा की गई, जिसमें राज्य सरकार की मंशा अनुसार डोर-टू-डोर सर्वे करने पंचायत पर स्थापित क्वारेंनटाईन सेन्टर व लक्षणग्रस्त व्यक्तियों को वितरित कीट की व्यवस्था के सम्बन्ध में जोर दिया गया. साथ ही बताया कि डोर-टू-डोर सर्वे के माध्यम से विकिसित होने वाली बीमारी को प्रारम्भिक स्तर पर खत्म किया जा सकता है, जिसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में वार्ड वाईज कमेटी बनायी गयी है, जो कि प्रत्येक वार्ड में परिवारों का डोर-टू-डोर सर्वे कर लक्षणग्रस्त मरीजों को मेडिकल किट वितरित कर बीमारी को प्रारम्भिक स्तर पर ही समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है.

इससे स्वास्थ्य केन्द्रों पर अधिक भीड व बीमारी फैलाने का खतरा कम रहेगा. साथ ही सभी पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों को पंचायत स्तर पर क्वारेटाईन सेन्टर आज से व्यवस्थति करने हेतु निर्देशित किया गया. बैठक के दौरान तथ्य सामने आया कि पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी हिंगोनिया श्रीमती साजनानी द्वारा अपनी पंचायत स्तरीय कमेटी के सदस्य को नहीं पहचान पायी. इस सम्बन्ध में ग्राम पंचायत के कार्मिकों व मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा अवगत कराया कि पूर्व में कई बार निरीक्षण के दौरान श्रीमती सजनानी मुख्यालय से अनुपस्थित रही हैं एवं इनका कार्य काफी अनुशासनहीन रहा है, साथ ही उच्चाधिकारियों द्वारा कई बार इनसे दूरभाष पर सम्पर्क करने की कोशिश की जाती हैं तो इनका मोबाईल स्वीच ऑफ या इनके द्वारा फोन अटेंड नहीं किया जाता है जिसे भी काफी गम्भीरता से लिया गया ओर इसकी सूचना एसडीएम राजेश डागा को दी गयी.

उन्होने सभी अनुपस्थित कार्मिकों जो बिना अपने उच्चाधिकायों की अनुमति के मुख्यालय से बाहर हैं को नोटिस जारी कर वेतन काटने के आदेश दिये है और साजनानी के विरूद्व जिला कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को विभागीय कार्रवाई प्रस्तावित की गई.

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