रामगंजमण्डी (कोटा). रामगंजमण्डी मुस्लिम समाज जामा मस्जिद की वर्तमान में नई अंजुमन इस्लामिया कमेटी के गठन को लेकर रसीद काका ने फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कर कमेटी का गठन करने का आरोप लगाया है. वहीं जांच के लिए रामगंजमण्डी थाने में परिवाद भी दिया है. वहीं अंजुमन इस्लामिया कमेटी सदर रसीद काका ने आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ लोगों ने मिलकर अंजुमन इस्लामिया कमेटी की गलत लेटरपेड छपवाकर गुपचुप तरीके से अपने आप को सदर घोषित कर लिया. वो भी बिना सदर के इस्तीफा दिए.
उनका कहना रहा कि मुझसे किसी ने इस्तीफा नहीं मांगा. उसके बावजूद मेरे खिलाफ व्हाट्सएप पर गलत तरीके से कमेंट किए गए व समाचार पत्रों में खबरें लगवाई गई और गुपचुप तरीके से उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई. इसलिये उन्होंने थाने में परिवाद दिया है.
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वहीं रामगंजमंडी थाना एएसआई मनोहर लाल ने बताया कि अंजुमन कमेटी सदर रसीद काका ने कमेटी मेम्बर के साथ एक परिवाद पेश किया है. जिसमें उन्होंने बताया कि 22 नवम्बर को रामगंजमंडी मस्जिद से ऐलान किया गया कि अंजुमन कमेटी सदर रसीद काका को हटाया जाता हैं. वहीं मनसूर अली के साथ कयूम रजा, कमरुद्दीन, और इरफान रायला, मुस्ताक भाई, जाकिर आदि ने मिलकर कोई फर्जी दस्तावेज तैयार किया है. इससे समाज के लोगों में आक्रोश है. परिवाद मिला है, जिस संबंध में दस्तावेज की जांच शुरू कर दी गई है.