इटावा (कोटा). खातोली में युवक के सुसाइड मामले में बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. मृतक के (MP Police alleged of Cruelty with Protesters) परिजनों ने बुधवार को मध्यप्रदेश की सीमा पर जलालपुरा गांव में कोटा-श्योपुर मार्ग पर शव रखकर विरोध जताया और न्याय की मांग की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों व एमपी पुलिस के बीच कहासुनी हो गई. लोगों का आरोप है कि एमपी पुलिस ने उनपर लाठियां बरसा दी. वहीं, मीडियाकर्मियों को भी खदेड़ा और उनके मोबाइल तोड़ दिए.
यह है पूरा मामला : कोटा जिले के खातोली निवासी धर्मेंद्र पारेता ने मंगलवार को विषाक्त का सेवन कर (Cruelty with Protesters in Kota Sheopur Road) लिया था. परिजन उसे कोटा अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. युवक ने फेसबुक के माध्यम से आरोप लगाया था कि मध्यप्रदेश की श्योपुर पुलिस उसे झूठे केस में फंसाकर 2 लाख की रिश्वत की मांग कर रही थी. इसके चलते उसने विषाक्त का सेवन किया है. उसने अपनी मौत का जिम्मेदार एमपी प्रशासन को ठहराया था.
इसके बाद बुधवार को परिजन मृतक का शव लेकर मध्य प्रदेश की सीमा पर जलालपुरा (Kota Man Accused MP Police of threatening) गांव पहुंच गए. यहां लोगों ने पहुंच कर कोटा श्योपुर राजमार्ग पर जाम लगा दिया और प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसकी सूचना के बाद मध्यप्रदेश के श्योपुर और कोटा के इटावा, खातोली का पुलिस जाप्ता भी मौके पर पहुंचे और समझाइश का प्रयास शुरू किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मध्य प्रदेश पुलिस पर उग्रता दिखाने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि मध्य प्रदेश पुलिस ने उनपर लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले छोड़े. वहीं, प्रदर्शनकारियों के भी पुलिस पर पत्थर फेंकने की बात कही जा रही है.
विधायक भी पहुंचे, किया प्रदर्शन : मध्य प्रदेश की पुलिस के प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजने की सूचना (Kota Man Suicide after MP Police threat) पर श्योपुर विधायक बाबूलाल झंडेल भी मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन में शामिल होकर मृतक के लिए न्याय की मांग करने लगे. इस दौरान राजस्थान और मध्य प्रदेश का पुलिस जाप्ता भी मौके पर मौजूद रहा. विधायक बाबू झंडेल ने श्योपुर संबंधित कोतवाल को सस्पेंड करने और उसपर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की एमपी सरकार से मांग की है.