कोटा. जिले में विज्ञान नगर पूज्य सिंधी पंचायत समिति ने शनिवार को चालिहा महोत्सव में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को सम्मान किया. इस दौरान बिड़ला ने कहा कि विधायक से सांसद बनने में सिंधी समाज का बड़ा सहयोग मिला है.
उन्होंने कहा कि भारत में 'एक संविधान एक देश' हो, यह देश की जनता बरसों से चाह रही थी. उसी कारण देश का एक संविधान बनाने के लिए कानून बनाया गया और देश में सेअनुच्छेद 370 को हटाया गया.
भारत-पाक के विवाद में सबसे ज्यादा अत्याचार सिंधी समाज ने सहा. वे अपना सब कुछ छोड़कर भारत में आए. इस दौरान झूलेलाल मंदिर को बनवाने वाले 21 सदस्यों के चित्रों का अनावरण किया गया. साथ ही कार्यक्रम में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी को भी सम्मान किया गया.
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कार्यक्रम के दौरान सबसे पहले लोकसभा अध्यक्ष और सांसद लालवानी ने पंचायत कार्यालय का उदघाटन किया. इसके बाद पदाधिकारियों को सम्मान किया गया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिड़ला ने कहा कि सिंधी समाज हमेशा से सामाजिक कार्यों में आगे रहे हैं. समाज को उनका बराबर सहयोग मिला है. 2003 में सबसे पहले सिंधी समाज हमें सहयोग किया है. विधायक से सांसद बनने में सिंधी समाज का सबसे बड़ा सहयोग मिला.
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इस दौरान बिड़ला ने सिंधी समाज के सभा में कहा कि भारत में एक संविधान और एक देश हो, यह देश की जनता बरसों से चाह रही थी. उसी कारण देश का एक संविधान बनाने के लिए कानून बनाया गया और देश में अनुच्छेद 370 को हटाया गया. भारत-पाक के विवाद के सबसे ज्यादा अत्याचार सिंधी समाज ने सहा. वे अपना सब कुछ छोड़कर भारत में आए.
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कार्यक्रम में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि पहली बार ऐसा लोकसभा अध्यक्ष मिला है. जिन्होंने सभी सांसदों को बोलने का मौका दिया. इस लोकसभा में बहुत सारे नए सांसद चुन कर आए हैं. वहां की स्थिति भी नर्सरी क्लास की तरह है. जहां नए बच्चे बहुत मस्ती करते हैं.
नए सांसदों को भी पता होता है कि उन्हें क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं, लेकिन इसके बाद भी लोकसभा अध्यक्ष ने सब को बोलने दिया. किसी ने गलत बात की तो उसे समझाया. पहली बार देख रहा हूं कि उनकी आवाज पर विपक्ष का सांसद भी चुप हैं.