कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा का दूसरा अटेंप्ट अप्रैल में शुरू होना है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन का क्रम जारी है. इस साल अप्रैल अटेंप्ट के लिए फिलहाल तक करीब 60 हजार नए रजिस्ट्रेशन हुए हैं. इनमें कुछ विद्यार्थी वो भी हैं, जिन्होंने जनवरी अटेंप्ट के एप्लीकेशन फॉर्म की जगह नए कैंडिडेट के तौर पर रजिस्ट्रेशन कर दिया है. जबकि उनको पुराने ही एप्लीकेशन नंबर के जरिए फॉर्म फिल करना है. इस तरह इस बार भी यूनिक कैंडिडेट की संख्या बढ़ जाएगी. साथ ही स्टूडेंट की दो ऑल इंडिया रैंक जारी होने का खतरा भी बना हुआ है.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जिस ईमेल आईडी और रजिस्ट्रेशन नंबर से जनवरी में पंजीयन हुआ था, उससे ही अप्रैल अटेंप्ट में फ्रेश कैंडिडेट के तौर पर रजिस्ट्रेशन करने पर एप्लीकेशन को स्वीकार किया जा रहा है. जबकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के एप्लीकेशन फॉर्मेट में इसको बैरियर लगाकर रोकना चाहिए. जिससे विद्यार्थी नया रजिस्ट्रेशन करने की जगह अपने पुराने ही एप्लीकेशन फॉर्म नंबर के जरिए अप्रैल का आवेदन करें.
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एक्सपर्ट आहूजा ने आगे कहा कि हर दिन करीब 10000 नए रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं. इसके अनुसार करीब 3 लाख नए रजिस्ट्रेशन अप्रैल अटेंप्ट के दौरान हो जाएंगे. ऐसे में इस बार यूनिक कैंडिडेट की संख्या भी बढ़कर 10 लाख से ज्यादा हो सकती है.
पिछले साल जारी हुई थी दो ऑल इंडिया रैंक - जेईई मेन 2022 के परीक्षा परिणाम के बाद कई विद्यार्थी ऐसे सामने आए थे. जिन्होंने जेईई मेन 2022 के दोनों सेशन में अलग-अलग आवेदन कर दिए थे. इन आवेदनों के चलते परीक्षा परिणाम में एक ही विद्यार्थी की दो ऑल इंडिया रैंक सामने आई थी. इसके बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एक क्लेरिफिकेशन जारी करते हुए विद्यार्थियों को आगाह किया था. जिसमें कहा गया था कि विद्यार्थी अपनी अच्छी ऑल इंडिया रैंक का उपयोग एनआईटी, जीएफटीआई और ट्रिपल आईटी में एडमिशन में कर सकते हैं.