इटावा (कोटा). प्रदेश में एक बार फिर मंदिर विवाद गहराया गया है. भूमाफियाओं पर मंदिर परिसर में कब्जा कर कॉलोनी का रास्ता निकालने का आरोप है. जिससे हिंदू संगठन खासा नाराज हैं और उनके आह्वान पर बुधवार को इटावा बाजार बंद कर शासन प्रशासन को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है. दरअसल, जिस मंदिर की जगह को लेकर विवाद हुआ है, वह कोटा जिले के इटावा कस्बे में है. इसको लेकर बुधवार को हिंदू संगठनों ने इटावा बंद का आह्वान किया. इसके बाद देखते ही देखते पूरा कस्बा बंद हो गया. वहीं, कस्बे के सभी व्यापारियों ने भी बंद का समर्थन किया है. ऐसे में एहतियातन चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. बता दें कि इटावा कस्बा में बीते एक सप्ताह में यह दूसरी बार बंद हुआ है. इससे पूर्व 8 फरवरी को किसान सभा ने बंद का आह्वान किया था.
सड़क निर्माण कार्य रुकवाने पर मुकदमा - इटावा के जोडल्या बालाजी मंदिर परिसर में भूमाफियाओं के कब्जे से आहत हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया था. इस पर प्रशासन ने उनके खिलाफ राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज किया था. इटावा थानाधिकारी धनराज मीणा के अनुसार नगर में सुरक्षा व्यवस्थाओं को ध्यान में रखकर इटावा सर्कल कोटा पुलिस लाइन से करीब 150 जवान तैनात किए गए हैं. साथ ही एएसपी अरुण माच्या भी इटावा बंद को लेकर इटावा में निगरानी बनाए हुए हैं. इसके अलावा ड्रोन कैमरे से इटावा में निगरानी रखी जा रही है.
इसे भी पढ़ें - कुत्ते की मौत के बाद मंदिर बनवाने के लिए अपने खाली प्लॉट में दफना गए शव, विवाद के बाद प्रशासन ने निकलवाया
प्रशासन पर भू माफियाओं की मदद का आरोप - इस मसले को लेकर हिंदू संगठनों का कहना है कि प्रशासन ने हिंदू संगठन के लोगों पर राजकार्य के मुकदमे दर्ज कराए हैं. यदि इस मुकदमे को अविलंब वापस नहीं लिया गया और धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं रुका तो इटावा को अनिश्चितकाल के लिए बंद किया जाएगा. हिंदू संगठन के गोपाललाल मीणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन ने जोडल्या बालाजी मंदिर समिति की बात पर ध्यान नहीं दिया और अतिक्रमण नहीं हटाया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने प्रशासन पर भू माफिया की मदद करने का आरोप लगाया है.
मंदिर के बीच से रास्ता निकालने का आरोप - हिंदू संगठन के नेता इन्द्रराज मीणा का कहना है कि इटावा कस्बे के खातोली रोड पर जोडल्या बालाजी मंदिर परिसर के विवाद को लेकर यह पूरा मसला है. जहां प्रॉपर्टी डीलर ने मंदिर परिसर को दो भागों में बांटकर रास्ता निकाल दिया है. वहीं, उन्होंने कहा कि यहां प्रशासन मंदिर की समस्याओं को दरकिनार कर प्रॉपर्टी डीलरों के इशारे पर काम कर रहा है.