कोटा. इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन और एडवांस के परिणाम आने के बाद जॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी जोसा की काउंसलिंग के जरिए देश की इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में विद्यार्थियों को एडमिशन मिले हैं. इस बार बीते साल की अपेक्षा रैंक काफी गिरी है. जेंडर न्यूट्रल की रैंक आईआईटी और एनआईटी दोनों में इस बार काफी कम रही. वहीं, 20 प्रतिशत फीमेल पूल की रैंक आईआईटी में कम हुई, जबकि एनआईटी में यह काफी बढ़ गई है.
क्लोजिंग रैंक में गिरावट : कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि साल 2023 में आईआईटी की क्लोजिंग रैंक 24641 रही, जबकि बीते साल यह 19296 थी. ऐसे में इस साल 5334 रैंक की गिरावट हुई है. दूसरी तरफ फीमेल कोटे की बात करें तो छात्राओं की रैंक इस बार हाई गई है. इस साल 25690 क्लोजिंग रैंक रही, जो बीते साल 2022 में 27425 थी. ऐसे में इस बार करीब 1735 ऊपर क्लोजिंग रैंक रही है.
NIT में 2.38 लाख रैंक नीचे : देव शर्मा के अनुसार एनआईटी में इस बार 1005918 रैंक पर भी विद्यार्थी को प्रवेश मिला है, जबकि बीते साल 2022 में क्लोजिंग रैंक 857734 थी. इससे रैंक में 148184 का अंतर आया है. इसी तरह से फीमेल कोटे में यह अंतर 238404 का है. साल 2023 में छात्राओं की क्लोजिंग रैंक 1014892 है, जबकि बीते साल यह 776488 थी.
19000 रैंक पर भी IIT कानपुर : उन्होंने बताया कि टॉप आईआईटी में शामिल कानपुर में भी इस बार जेंडर न्यूट्रल कोटे पर 11426 रैंक पर एडमिशन मिला है. इसमें स्टूडेंट्स को अर्थ साइंस ब्रांच मिली है, जबकि बीते साल अर्थ साइंस ब्रांच में आईआईटी कानपुर की क्लोजिंग रैंक 9614 रही थी. इस साल फीमेल कोटे में 19120 रैंक पर भी आईआईटी में प्रवेश मिला है, जो बीते साल 18408 रही थी.
छात्र-छात्राओं की रैंक में काफी अंतर : टॉप आईआईटी की बात की जाए तो इनमें बॉम्बे, दिल्ली, कानपुर और मद्रास आते हैं. इनमें भी विद्यार्थियों की पहली च्वाइस आईआईटी बॉम्बे रहती है. देव शर्मा ने बताया कि छात्राओं को 20 फीसदी फीमेल कोटा से भी आईआईटी और एनआईटी में एडमिशन मिल रहा है. ऐसे में छात्र-छात्राओं की रैंक में भी काफी अंतर आ रहा है.
छात्रा के लिए बीते साल से बढ़ी रैंक : इस साल बॉम्बे आईआईटी में 14929 रैंक पर केमिस्ट्री ब्रांच में फीमेल कोटे के जरिए छात्रा को प्रवेश मिला है, जबकि छात्र के लिए यह रैंक 9064 रहा. आईआईटी दिल्ली में इसी तरह से टेक्सटाइल ब्रांच में सबसे कम कट ऑफ गई है. इस बार ओपन कोटे में 6690 रैंक रही है, जबकि छात्रा के लिए 11907 रैंक थी. यह बीते साल से बढ़ गई है, क्योंकि साल 2022 में यह फीमेल कोटे में 12034 और ओपन कोटे में 5796 में थी.
IIT में बढ़ी 787 सीटें, NIT में कम हुई : उन्होंने बताया कि साल 2023 में देश की 23 आईआईटी की जारी हुई सीट मैट्रिक्स में 17385 सीटें थीं. बीते साल 2022 में आईआईटी की 16598 सीटों पर विद्यार्थियों को प्रवेश मिला था. ऐसे में इस बार 787 सीटों का इजाफा हुआ था. इसी तरह से देश की 32 एनआईटी में बीते साल 2022 में 23994 सीटें थीं, जिनमें 49 सीटों की कटौती की गई है. इस बार एनआईटी में 23954 सीटें हैं.
IIT प्रवेश की रैंक में अंतर : साल 2023 में IIT में जेंडर न्यूट्रल कोटे की क्लोजिंग रैंक 24641 रही. IIT बीएचयू वाराणसी की आर्किटेक्चर ब्रांच में विद्यार्थी को प्रवेश मिला है. साल 2022 में जनरल न्यूट्रल कोटे की क्लोजिंग रैंक 19296 थी. इसमें भी बीएचयू वाराणसी की आर्किटेक्चर ब्रांच में प्रवेश मिला था. फीमेल कोटे के जरिए इस साल 25690 रैंक पर बीएचयू में आर्किटेक्चर में प्रवेश मिला है. बीते साल 2022 में यह रैंक 27425 थी और बीएचयू में आर्किटेक्चर ब्रांच में प्रवेश मिला था.
NIT प्रवेश की रैंक में अंतर : साल 2023 में जनरल न्यूट्रल कोटे के जरिए NIT सिक्किम में सिविल इंजीनियरिंग ब्रांच में 1005918 रैंक पर भी विद्यार्थी को एडमिशन मिला है. साल 2022 में 857734 रैंक वाले विद्यार्थी को NIT मिजोरम में इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग ब्रांच में प्रवेश मिला था. इसके अलावा फीमेल कोटे के जरिए साल 2023 में NIT मिजोरम में ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में 1014892 रैंक पर प्रवेश मिला है. बीते साल 2022 में IIT मिजोरम में ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में 776488 रैंक वाली स्टूडेंट को एडमिशन मिला था.