कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत का मामला अब राजनीति का अखाड़ा बन रहा है. पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ और कालीचरण सराफ के सोमवार को अस्पताल आने की सूचना पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जेके लोन अस्पताल पहुंचकर नारेबाजी शुरू कर दी.
वहीं, जैसे ही उनकी गाड़ी परिसर के अंदर पहुंची कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया. जिसके बाद बीच बचाव करते हुए पुलिस और बीचेपी कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा घेरे के बीच उन्हें अस्पताल के अंदर पहुंचाया. इस दौरान खींचतान के बीच वहां खड़े वाहनों को भी लोगों ने गिरा दिया.
कांग्रेस के राजेंद्र सांखला ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब बीजेपी की सरकार थी तो वह कितने बार यहां आए और अब यहां राजनीति करने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों में अस्पताल को स्टंट बना दिया है और सिर्फ ओछी राजनीति करने आ रहे हैं, जिसका हम विरोध कर रहे हैं.
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वहीं, पूर्व चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार इन बच्चों की मौत पर खामियां दूर नहीं कर पाई. इसलिए यह अशोभनीय बर्ताव किया है. यह लोकतंत्र की मर्यादाओं के विपरीत है और हम इसकी निंदा करते है.
पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ ने कहा कि जब हम अस्पताल में बच्चो की मौत के बारे में जानकारी लेने आए तो कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमे अंदर जाने से रोकने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि दस घंटे में इतने बच्चों की मौत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की खामियों को छुपाने के लिए यह घिनौना काम किया है.