कोटा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज कोटा दौरे पर आए थे. वह सुबह विधायक भरत सिंह से मिलने उनके निवास पर गए. उसके बाद वहां से सीधे प्रस्तावित कोटा एयरपोर्ट की भूमि का निरीक्षण करने गए. जहां पर उन्होंने भूमि का अवलोकन किया. इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने लोक सभा स्पीकर ओम बिरला पर हमला बोल दिया. साथ ही कहा कि कोटा में एयरपोर्ट काफी जरूरी है. यह टूरिस्ट हब बनने जा रहा है. यहां पर आने वाले समय में बड़ी संख्या में टूरिस्ट आएंगे. ऐसे में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के पेट में दर्द हो रहा है, उन्हें यह डर सता रहा है कि कांग्रेस सरकार को एयरपोर्ट का श्रेय नहीं मिल जाए. इसलिए लगातार अड़चन पैदा कर रहे हैं जबकि वे चाहेंगे तो चंद दिनों में ही एयरपोर्ट की फाइल को आगे बढ़ा दिया जाएगा. केंद्र सरकार अर्थात समुद्र है, उनके लिए 100 करोड रुपए मायने भी नहीं रखते हैं. उन्होंने कहा कि ओम बिरला हाथ खड़े कर दे, हम किशनगढ़ की तरह कोटा एयरपोर्ट को भी बना देंगे.
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शर्तें लगाकर अड़चन पैदा कर रहे : मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोटा में एयरपोर्ट होगा, तब मुंबई, दिल्ली, लंदन और सभी जगह से सीधे टूरिस्ट यहां आ सकेंगे. हमने एयरपोर्ट के लिए भूमि भी दे दी है. जिसे केंद्र सरकार के सिविल एविएशन मिनिस्टर ने अप्रूव किया. नगर विकास न्यास में यह भूमि उनके खाते में डलवा दी है, लेकिन फॉरेस्ट की जमीन होने से अड़चन पैदा की जा रही है. पहले 45 करोड रुपए और बाद में 55 या 60 करोड़ मांग रहे हैं. इसके बाद हाई टेंशन लाइन शिफ्टिंग के 50 करोड़ रुपए और 1000 करोड़ के एयरपोर्ट निर्माण का दो फीसदी भी पैसा भी मांगा जा रहा है. लगातार यह शर्तें लगाकर अड़चन पैदा कर रहे हैं. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए लोक सभा स्पीकर ओम बिरला को लग रहा है कि इसका श्रेय कांग्रेस या राहुल गांधी को क्यों मिले. राहुल गांधी ने कोटा में वादा किया था कि हमारी सरकार यहां आएगी, तो एयरपोर्ट लेकर आएंगे. इसलिए उनके पेट में दर्द हो रहा है. आज तक एयरपोर्ट का काम आगे नहीं बढ़ाया है.
धारीवाल सब कुछ कर रहे, एक काम बिरला भी करें : मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ओम बिरला से मैंने बात भी की है, वह कहते हैं कि कुछ करोड रुपए स्टेट गवर्नमेंट दे देगी तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन मेरा कहना है कि भारत सरकार समुद्र है. उनके लिए बहुत आसान काम है. यह राशि 500 करोड़ भी हो तो कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए. इतना बड़ा एयरपोर्ट उनके लोकसभा क्षेत्र में बन रहा है, लंबे समय से कोटा से राजनीति कर रहे हैं. उनका एक साथी शांति धारीवाल सब कुछ कर रहा है. एक काम केवल एयरपोर्ट का है, जो उनको करना है.
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बिरला हाथ खड़े कर दे, हम बनवा देंगे एयरपोर्ट : मुख्यमंत्री गहलोत यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि स्पीकर बिरला अपने हाथ खड़े कर दें. इसके बाद हम आगे बढ़ाएंगे और एयरपोर्ट का निर्माण करवा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि किशनगढ़ का एयरपोर्ट इसका उदाहरण है. उसकी शुरुआत हमने की थी, बाद में 15-20 साल बाद भारत सरकार ने उसको टेक ऑफ किया. आज वह शानदार एयरपोर्ट बन गया है. बिरला मना कर दें, मैं नहीं कर पाऊंगा. मेरे हाथ में कुछ भी नहीं है. हम अपने हाथ में ले लेंगे. मुझे बहुत दुख होता है, कोटा जैसी जगह में सब कुछ होने के बाद भी एयरपोर्ट नहीं है. यह जमीन भी काफी शानदार है, क्योंकि 20-25 किलोमीटर आसपास ज्यादा कुछ नहीं है. इसी तरह से बेंगलुरु, उदयपुर और अन्य बड़े एयरपोर्ट पर होता है. अगर ओम बिरला टाइम बाउंड महीने 2 महीने में इसको अप्रूव्ड करवा दें, तमाम अड़चनें सामप्त करा दें. अगर नियमों में परिवर्तन करना पड़े, तो उनके हाथ में है. वे स्पीकर है, उनकी बात को कौन मंत्री मना करेगा.