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जर्जर भवन में आगनबाड़ी केंद्र हो रहा संचालित, बच्चों की जान को खतरा

झाड़गांव ग्राम पंचायत के गांव रामनगर में आगंनबाड़ी भवन जर्जर हालत में है. भवन की चारों ओर से दीवार टूट रही है. चिंता की बात है कि इसी जर्जर भवन में गांव के बच्चे रोज पढ़ने आते है.

कोटा: जर्जर भवन में आगनबाड़ी केंद्र हो रहा संचालित, बच्चों को जान का खतरा
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Published : Jul 31, 2019, 2:49 PM IST

कोटा. झाड़गांव ग्राम पंचायत के गांव रामनगर में संचालित आंगनबाड़ी भवन के पूर्ण रूप से जर्जर होने और जर्जर भवन में आगंबाड़ी केंद्र संचालित होने से ग्रामीणों में काफी नाराजगी है. ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर हमेशा डर के साये में आगनबाड़ी भेजते है. जिसके बाद भी परिजनों को आगनबाड़ी में भेजे गए अपने बच्चों की चिंता सताती रहती है. वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन से रामनगर गांव में नया आगनबाड़ी भवन बनवाने की मांग कि है.

कोटा: जर्जर भवन में आगनबाड़ी केंद्र हो रहा संचालित, बच्चों को जान का खतरा

रामनगर गांव में जिस जगह आगंनबाड़ी केंद्र संचालित होता है, उसी भवन में राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामनगर का भी संचालन होता है, जहां केवल दो कमरे बने हुए है जिनमें विद्यालय की 5 कक्षाएं भी संचालित होती है. वही इस स्कूल के जर्जर भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जाता है. जिससे बच्चों को हमेशा जान का खतरा बना रहता है. आगनबाड़ी संचालन कर्ता संतोष बाई आर्य ने बताया कि उन्होंने कई बार इस जर्जर भवन को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.

जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. वही विद्यालय के प्रधानाध्यापक राहुल सेन का कहना है कि आगनबाड़ी भवन क्षतिग्रस्त है इसके चलते विद्यालय के बरामदे में आगनबाड़ी के बच्चों को बैठाने से हमने कभी मना नहीं किया है. लेकिन आगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को खुले मैदान में बैठाती है.

कोटा. झाड़गांव ग्राम पंचायत के गांव रामनगर में संचालित आंगनबाड़ी भवन के पूर्ण रूप से जर्जर होने और जर्जर भवन में आगंबाड़ी केंद्र संचालित होने से ग्रामीणों में काफी नाराजगी है. ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर हमेशा डर के साये में आगनबाड़ी भेजते है. जिसके बाद भी परिजनों को आगनबाड़ी में भेजे गए अपने बच्चों की चिंता सताती रहती है. वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन से रामनगर गांव में नया आगनबाड़ी भवन बनवाने की मांग कि है.

कोटा: जर्जर भवन में आगनबाड़ी केंद्र हो रहा संचालित, बच्चों को जान का खतरा

रामनगर गांव में जिस जगह आगंनबाड़ी केंद्र संचालित होता है, उसी भवन में राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामनगर का भी संचालन होता है, जहां केवल दो कमरे बने हुए है जिनमें विद्यालय की 5 कक्षाएं भी संचालित होती है. वही इस स्कूल के जर्जर भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जाता है. जिससे बच्चों को हमेशा जान का खतरा बना रहता है. आगनबाड़ी संचालन कर्ता संतोष बाई आर्य ने बताया कि उन्होंने कई बार इस जर्जर भवन को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.

जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. वही विद्यालय के प्रधानाध्यापक राहुल सेन का कहना है कि आगनबाड़ी भवन क्षतिग्रस्त है इसके चलते विद्यालय के बरामदे में आगनबाड़ी के बच्चों को बैठाने से हमने कभी मना नहीं किया है. लेकिन आगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को खुले मैदान में बैठाती है.

Intro:जर्जर भवन में चल रहा है आगनबाड़ी भवन
आगनबाड़ी में आने बच्चो को सदैव रहता है जान का खतरा
झाडग़ांव पंचायत के रामनगर गांव का है मामला
आगनबाड़ी कार्यकर्ता ने प्रशासन पर लगाये अनदेखी के आरोपBody:कोटा जिले की सुल्तानपुर पंचायत समिति क्षेत्र की झॉड़गॉव ग्रामपंचायत के गॉव रामनगर में संचालित आंगनबाड़ी भवन के पूर्ण रूप से जर्जर होने व जर्जर भवन में आगंबाडी केंद्र संचालित होने से ग्रामीणों में काफी नाराजगी है और ग्रामीण अपने बच्चो को लेकर सदैव भय के सायें के बीच आगनबाड़ी में अपने बच्चो को भेजते है जिसके बाद भी परिजनों को आगनबाड़ी में भेजे गए अपने बच्चो की चिंता सताती रहती है वही ग्रामीणों ने प्रशासन से रामनगर गांव में नया आगनबाड़ी भवन बनवाने की मांग कि है।रामनगर गांव में जिस जगह आगंनबाडी केंद्र संचालित होता है उसी भवन में राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामनगर का भी संचालन होता है जहां केवल दो कमरे बने हुए है जिनमे विद्यालय की 5कक्षाएं भी संचालित होती है वही इस स्कूल के जर्जर भवन में आंगनबॉडी केंद्र का संचालन किया जाता है जिससे बच्चो को हमेशा जान का खतरा बना रहता है आगनबाड़ी संचालन कर्ता संतोष बाई आर्य ने बताया कि उन्होने कई बार इस जर्जर भवन को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया लेकिन किसी ने ध्यान नही दिया जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है
वही विद्यालय के प्रधानध्यापक राहुल सेन का कहना है कि आगनबाड़ी भवन क्षतिग्रस्त है इसके चलते विद्यालय के बरामदे में आगनबाड़ी के बच्चो को बैठाने से हमने कभी मना नही किया है लेकिन आगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चो को खुले मैदान में बैठाती है Conclusion:बाइट 01संतोष आर्य आगनबाड़ी कार्यकर्ता
बाइट 02 राहुल सेन प्रधानध्यापक राजकीय प्राथमिक स्कूल रामनगर
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