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Special: एक्टिंग और डांसिंग की दुनिया से निकल इंजीनियर बनने की ठानी, कोटा में लिया एडमिशन - डांसर लक्ष्य सिन्हा कोटा में कर रहे पढ़ाई

फिल्मों में एक्टिंग कर चुके पश्चिम बंगाल के लक्ष्य सिन्हा पिछले एक साल से कोटा में इंजीनियरिंग एंट्रेंस की (Lakshya Sinha taking coaching in Kota) तैयारी कर रहे हैं. लक्ष्य एक्टर के साथ ही डांसर भी हैं, लेकिन फिलहाल उनका एक ही सपना है आईआईटी क्रैक करना. लक्ष्य का कहना है कि उन्होंने कोरोना के कारण इस ओर रुख किया है. आइए जानते हैं पूरी कहानी...

Actor and dancer Lakshya Sinha
एक्टर-डांसर लक्ष्य सिन्हा
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Published : Apr 13, 2023, 10:21 PM IST

Updated : Apr 15, 2023, 10:13 AM IST

एक्टिंग और डांसिंग की दुनिया से निकले लक्ष्य

कोटा. शिक्षा नगरी कोटा में देशभर से छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए आते हैं. इन्हीं में एक हैं कि पश्चिम बंगाल के लक्ष्य सिन्हा. लक्ष्य डांसर के साथ ही एक्टर भी हैं, लेकिन पिछले एक साल से वो कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहे हैं. कोरोना के कारण उन्होंने अपना फील्ड बदल लिया है. हालांकि उनका कहना है कि वो पढ़ाई के साथ अपने पैशन को भी फॉलो करेंगे.

लक्ष्य ने बताया कि वो फिल्मों में बाल कलाकार का रोल कर चुके हैं. हालांकि कोटा आने की कहानी फिल्मों में काम नहीं मिलने के बाद शुरू हुई थी. परिवार ने सिनेमा में उतार-चढ़ाव को देखते हुए उन्हें पढ़ाई जारी रखने की सलाह दी. इसके बाद कोटा में इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए दाखिला करवा दिया. फिलहाल उनका टारगेट है आईआईटी क्रैक करना. उन्होंने बताया कि वो पढ़ाई के साथ ही अभिनय और डांस को भी कंटिन्यू रखना चाहते हैं. उनका कहना है कि आने वाले महीनों में उनकी फिल्मों की शूटिंग होगी, लेकिन इसके पहले वह आईआईटी में दाखिला लेना चाहते हैं.

पढ़ें. महज 13 साल की उम्र में कैनवास की महारथी बनीं अदिति

जीजा ने दिखाई कोटा आने की राह : लक्ष्य का कहना है कि उनके जीजा दीपक कुमार सिंह भी आईआईटियन हैं. उन्होंने कोटा से ही पढ़ाई की थी, इसलिए उनके कहने पर कोटा में एडमिशन लिया. लक्ष्य ने बताया कि कोटा फैक्ट्री वेब सीरीज देकर वो काफी प्रभावित हुए थे, इसलिए भी कोटा में पढ़ने के लिए आए हैं. वे 12वीं की पढ़ाई पूरी करके आए हैं. हालांकि उनका कहना है कि जब कोविड-19 शुरू हुआ तब से उन्हें काम मिलने बंद हो गए. ऐसे में उनके परिजनों ने पढ़ाई पर ही फोकस करने को कहा.

डांस कंपटीशन के जरिए मिला मूवी में ब्रेक : लक्ष्य ने बताया कि जब वो कक्षा 6 में पढ़ाई कर रहे थे, तब उन्होंने एक डांस कंपटीशन में भाग लिया था. इसके बाद डांस में उनकी रूचि जगी. इसके बाद उन्होंने डांस सीखा और ऑडिशन देते रहे. उन्होंने साल 2016 में डांस कंपटीशन में भाग लिया और इसी के बूते 2018 में लक्ष्य को मूवी का ऑफर मिल गया.

रेमो डिसूजा के बेटे का रोल निभाया : लक्ष्य का कहना है कि उन्होंने साल 2018 में बॉयज मूवी में काम किया था. इस मूवी में वो लीड रोल में थे. फिल्म में स्कूलिंग लाइफ और लव अफेयर को दिखाया गया था. साथ ही बच्चों को किस तरह से मोटिवेट किया जा सकता है, वह दिखाया गया. बॉयज फिल्म सबसे पहले तेलुगु में बनी थी, इसके बाद हिंदी, मलयालम और तमिल में भी इसे डब किया गया है. इसके बाद उन्होंने दूसरी फिल्म में रेमो डिसूजा के साथ काम किया था, जिसमें वो उनके बेटे के किरदार में नजर आए.

पढ़ें. Little Artist : नन्ही काश्वी के कारनामों को जान चौंक जाएंगे आप, 9 साल की उम्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम

बचपन से ही पढ़ाई में इंटेलिजेंट है लक्ष्य : लक्ष्य सिन्हा के पिता डॉ. दिलीप सिन्हा चिकित्सक और मां अनामिका सिन्हा ग्रहणी हैं. उनका परिवार मालदा टाउन में ही रहता है. उनकी बड़ी बहन ट्विंकल ने बीटेक किया है. ट्विंकल की शादी आईआईटियन दीपक कुमार के साथ हुई है. लक्ष्य ने शुरुआती पढ़ाई अपने शहर मालदा टाउन से की है. लक्ष्य बताते हैं कि उनका परिवार उनको अभिनय, पढ़ाई और डांस तीनों एरिया में आगे रखना चाहता है. इसमें वो उसकी पूरी मदद भी करते हैं.

लक्ष्य ने बताया कि दसवीं में 84 फीसद मार्क्स के साथ पास हुए. मैथ्स में रुचि होने के चलते उन्होंने 12वीं में साइंस सब्जेक्ट लिया और दुर्गापुर से पढ़ाई की. 12वीं में भी 79 फीसदी मार्क्स से पास हुए. उन्होंने बताया कि कोटा में 6 से 7 घंटे कोचिंग में पढ़ाई करते हैं. इसके अलावा करीब 3 से 4 घंटे सेल्फ स्टडी भी करते हैं. इसके बाद समय निकालकर डांस और अभिनय की प्रैक्टिस करते हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल उनकी कोचिंग क्लासेज बंद हैं, महज डाउन काउंटर चल रहे हैं.

डांस, पढ़ाई और एक्टिंग में बैठाया तालमेल : लक्ष्य ने बताया कि पढ़ाई, डांस और एक्टिंग में तालमेल बिठाना उन्होंने बचपन में ही सीख लिया था. उन्होंने बताया कि वह बचपन से ही कई रियलिटी शो में पार्टिसिपेट किया करते थे. बतौर डांसर उनमें अच्छा परफॉर्म भी किया और विनर भी रहे. उन्होंने सुपर डांसर, डांस इंडिया डांस, डांस बांग्ला डांस सहित कई डांस कंपटीशन और रियलिटी शो में भाग लिया है. लक्ष्य इसके अलावा स्विमिंग में स्टेट चैंपियन रहे हैं. साथ ही वो ताइक्वांडो में गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं. पढ़ाई और अभिनय के साथ सिंगिंग और गिटार बजाना भी बेहद अच्छे से जानते हैं. लक्ष्य का कहना है कि अभिनय और डांस दिल से होता है, जबकि पढ़ाई के लिए कमिटमेंट जरूरी होता है.

पढ़ें. Kid to Meet CM Gehlot: बच्चे ने बनाया स्केच तो सीएम को भाया, अब मिलने बुलाया अपने घर

जनवरी सेशन में 75 परसेंटाइल स्कोर किया : हॉस्टल संचालक गजेंद्र सिंह ने बताया कि लक्ष्य पूरी तरह से पढ़ाई को लेकर डेडीकेटेड है. वह बीते 1 साल से उनके हॉस्टल में रह रहे हैं, लेकिन किसी भी तरह की कोई कंप्लेंट नहीं आई है. शुरुआत के 4 से 5 महीने उनकी मां अनामिका आनंद भी कोटा में रही थीं. इसके बाद वे चली गईं. लक्ष्य ने जेईईमेन जनवरी सेशन में भी 75 परसेंटाइल स्कोर किया है. गजेंद्र का कहना है कि उन्हें पहले नहीं पता था कि लक्ष्य फिल्मों में अभिनय कर चुका है. लक्ष्य ने ये बात हॉस्टल के अन्य बच्चों को शेयर की थी, जिसके बाद ही उन्हें भी पता चला.

नेपोटिज्म को तोड़कर, अच्छी फिल्मों का लक्ष्य : लक्ष्य का कहना है कि वे आईआईटी में एडमिशन लेना चाहते हैं. उनका जेईई मेन अप्रैल में अच्छा परसेंटाइल बनने की उम्मीद है. इसके बाद जेईई एडवांस की परीक्षा देंगे. उन्होंने कहा कि वो फिल्मों में भी काम करना चाहते हैं. अपने इंजीनियरिंग करियर के साथ अभिनय का करियर भी जारी रखना चाहते हैं. उनका कहना है कि बेंगलुरु में वे अपनी अगली फिल्म बॉयज 2 की शूटिंग आने वाले महीनों में शुरू करने वाले हैं. लक्ष्य का यह भी कहना है कि वह फिल्मों से नेपोटिज्म के बिलकुल खिलाफ हैं. सभी को फिल्मों में अवसर मिलना चाहिए और वे इस नेपोटिज्म के भ्रम को तोड़कर अच्छी फिल्में करना चाहते हैं.

एक्टिंग और डांसिंग की दुनिया से निकले लक्ष्य

कोटा. शिक्षा नगरी कोटा में देशभर से छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए आते हैं. इन्हीं में एक हैं कि पश्चिम बंगाल के लक्ष्य सिन्हा. लक्ष्य डांसर के साथ ही एक्टर भी हैं, लेकिन पिछले एक साल से वो कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहे हैं. कोरोना के कारण उन्होंने अपना फील्ड बदल लिया है. हालांकि उनका कहना है कि वो पढ़ाई के साथ अपने पैशन को भी फॉलो करेंगे.

लक्ष्य ने बताया कि वो फिल्मों में बाल कलाकार का रोल कर चुके हैं. हालांकि कोटा आने की कहानी फिल्मों में काम नहीं मिलने के बाद शुरू हुई थी. परिवार ने सिनेमा में उतार-चढ़ाव को देखते हुए उन्हें पढ़ाई जारी रखने की सलाह दी. इसके बाद कोटा में इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए दाखिला करवा दिया. फिलहाल उनका टारगेट है आईआईटी क्रैक करना. उन्होंने बताया कि वो पढ़ाई के साथ ही अभिनय और डांस को भी कंटिन्यू रखना चाहते हैं. उनका कहना है कि आने वाले महीनों में उनकी फिल्मों की शूटिंग होगी, लेकिन इसके पहले वह आईआईटी में दाखिला लेना चाहते हैं.

पढ़ें. महज 13 साल की उम्र में कैनवास की महारथी बनीं अदिति

जीजा ने दिखाई कोटा आने की राह : लक्ष्य का कहना है कि उनके जीजा दीपक कुमार सिंह भी आईआईटियन हैं. उन्होंने कोटा से ही पढ़ाई की थी, इसलिए उनके कहने पर कोटा में एडमिशन लिया. लक्ष्य ने बताया कि कोटा फैक्ट्री वेब सीरीज देकर वो काफी प्रभावित हुए थे, इसलिए भी कोटा में पढ़ने के लिए आए हैं. वे 12वीं की पढ़ाई पूरी करके आए हैं. हालांकि उनका कहना है कि जब कोविड-19 शुरू हुआ तब से उन्हें काम मिलने बंद हो गए. ऐसे में उनके परिजनों ने पढ़ाई पर ही फोकस करने को कहा.

डांस कंपटीशन के जरिए मिला मूवी में ब्रेक : लक्ष्य ने बताया कि जब वो कक्षा 6 में पढ़ाई कर रहे थे, तब उन्होंने एक डांस कंपटीशन में भाग लिया था. इसके बाद डांस में उनकी रूचि जगी. इसके बाद उन्होंने डांस सीखा और ऑडिशन देते रहे. उन्होंने साल 2016 में डांस कंपटीशन में भाग लिया और इसी के बूते 2018 में लक्ष्य को मूवी का ऑफर मिल गया.

रेमो डिसूजा के बेटे का रोल निभाया : लक्ष्य का कहना है कि उन्होंने साल 2018 में बॉयज मूवी में काम किया था. इस मूवी में वो लीड रोल में थे. फिल्म में स्कूलिंग लाइफ और लव अफेयर को दिखाया गया था. साथ ही बच्चों को किस तरह से मोटिवेट किया जा सकता है, वह दिखाया गया. बॉयज फिल्म सबसे पहले तेलुगु में बनी थी, इसके बाद हिंदी, मलयालम और तमिल में भी इसे डब किया गया है. इसके बाद उन्होंने दूसरी फिल्म में रेमो डिसूजा के साथ काम किया था, जिसमें वो उनके बेटे के किरदार में नजर आए.

पढ़ें. Little Artist : नन्ही काश्वी के कारनामों को जान चौंक जाएंगे आप, 9 साल की उम्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम

बचपन से ही पढ़ाई में इंटेलिजेंट है लक्ष्य : लक्ष्य सिन्हा के पिता डॉ. दिलीप सिन्हा चिकित्सक और मां अनामिका सिन्हा ग्रहणी हैं. उनका परिवार मालदा टाउन में ही रहता है. उनकी बड़ी बहन ट्विंकल ने बीटेक किया है. ट्विंकल की शादी आईआईटियन दीपक कुमार के साथ हुई है. लक्ष्य ने शुरुआती पढ़ाई अपने शहर मालदा टाउन से की है. लक्ष्य बताते हैं कि उनका परिवार उनको अभिनय, पढ़ाई और डांस तीनों एरिया में आगे रखना चाहता है. इसमें वो उसकी पूरी मदद भी करते हैं.

लक्ष्य ने बताया कि दसवीं में 84 फीसद मार्क्स के साथ पास हुए. मैथ्स में रुचि होने के चलते उन्होंने 12वीं में साइंस सब्जेक्ट लिया और दुर्गापुर से पढ़ाई की. 12वीं में भी 79 फीसदी मार्क्स से पास हुए. उन्होंने बताया कि कोटा में 6 से 7 घंटे कोचिंग में पढ़ाई करते हैं. इसके अलावा करीब 3 से 4 घंटे सेल्फ स्टडी भी करते हैं. इसके बाद समय निकालकर डांस और अभिनय की प्रैक्टिस करते हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल उनकी कोचिंग क्लासेज बंद हैं, महज डाउन काउंटर चल रहे हैं.

डांस, पढ़ाई और एक्टिंग में बैठाया तालमेल : लक्ष्य ने बताया कि पढ़ाई, डांस और एक्टिंग में तालमेल बिठाना उन्होंने बचपन में ही सीख लिया था. उन्होंने बताया कि वह बचपन से ही कई रियलिटी शो में पार्टिसिपेट किया करते थे. बतौर डांसर उनमें अच्छा परफॉर्म भी किया और विनर भी रहे. उन्होंने सुपर डांसर, डांस इंडिया डांस, डांस बांग्ला डांस सहित कई डांस कंपटीशन और रियलिटी शो में भाग लिया है. लक्ष्य इसके अलावा स्विमिंग में स्टेट चैंपियन रहे हैं. साथ ही वो ताइक्वांडो में गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं. पढ़ाई और अभिनय के साथ सिंगिंग और गिटार बजाना भी बेहद अच्छे से जानते हैं. लक्ष्य का कहना है कि अभिनय और डांस दिल से होता है, जबकि पढ़ाई के लिए कमिटमेंट जरूरी होता है.

पढ़ें. Kid to Meet CM Gehlot: बच्चे ने बनाया स्केच तो सीएम को भाया, अब मिलने बुलाया अपने घर

जनवरी सेशन में 75 परसेंटाइल स्कोर किया : हॉस्टल संचालक गजेंद्र सिंह ने बताया कि लक्ष्य पूरी तरह से पढ़ाई को लेकर डेडीकेटेड है. वह बीते 1 साल से उनके हॉस्टल में रह रहे हैं, लेकिन किसी भी तरह की कोई कंप्लेंट नहीं आई है. शुरुआत के 4 से 5 महीने उनकी मां अनामिका आनंद भी कोटा में रही थीं. इसके बाद वे चली गईं. लक्ष्य ने जेईईमेन जनवरी सेशन में भी 75 परसेंटाइल स्कोर किया है. गजेंद्र का कहना है कि उन्हें पहले नहीं पता था कि लक्ष्य फिल्मों में अभिनय कर चुका है. लक्ष्य ने ये बात हॉस्टल के अन्य बच्चों को शेयर की थी, जिसके बाद ही उन्हें भी पता चला.

नेपोटिज्म को तोड़कर, अच्छी फिल्मों का लक्ष्य : लक्ष्य का कहना है कि वे आईआईटी में एडमिशन लेना चाहते हैं. उनका जेईई मेन अप्रैल में अच्छा परसेंटाइल बनने की उम्मीद है. इसके बाद जेईई एडवांस की परीक्षा देंगे. उन्होंने कहा कि वो फिल्मों में भी काम करना चाहते हैं. अपने इंजीनियरिंग करियर के साथ अभिनय का करियर भी जारी रखना चाहते हैं. उनका कहना है कि बेंगलुरु में वे अपनी अगली फिल्म बॉयज 2 की शूटिंग आने वाले महीनों में शुरू करने वाले हैं. लक्ष्य का यह भी कहना है कि वह फिल्मों से नेपोटिज्म के बिलकुल खिलाफ हैं. सभी को फिल्मों में अवसर मिलना चाहिए और वे इस नेपोटिज्म के भ्रम को तोड़कर अच्छी फिल्में करना चाहते हैं.

Last Updated : Apr 15, 2023, 10:13 AM IST
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