अजमेर: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री और अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने अपने संसदीय क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं और पार्षदों के लिए महाकुंभ स्नान और अयोध्या में रामलला के दर्शन की विशेष यात्रा की पहल की है. गुरुवार को धार्मिक यात्रा के लिए अजमेर जंक्शन से विशेष ट्रेन रवाना हुई. इसमें मंत्री भागीरथ चौधरी सहित अजमेर लोकसभा क्षेत्र की 7 विधानसभाओं से करीब 1300 भाजपा कार्यकर्ता इस धार्मिक यात्रा का हिस्सा बने. कार्यकर्ताओं के लिए यह यात्रा पूरी तरह से निशुल्क रखी गई है. यात्रा का खर्च मंत्री भागीरथ चौधरी उठाएंगे.
गुरुवार को यात्रा की शुरुआत के साथ ही कार्यकर्ता हर-हर गंगे और जय श्री राम की जय उद्घोष के साथ विशेष ट्रेन से धार्मिक यात्रा के लिए रवाना हुए. भागीरथ चौधरी ने कहा कि महाकुंभ का 144 वर्ष बाद विशेष संयोग आया है. सभी सनातनियों में महाकुंभ को लेकर खुशी है. सनातनियों की इच्छा है कि वे महाकुंभ प्रयागराज में संगम पर डुबकी लगाए. अजमेर लोकसभा क्षेत्र के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता महाकुंभ में स्नान के लिए और अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन के लिए ट्रेन से रवाना हो रहे हैं.
पहले ही करवा ली ट्रेन की बुकिंग: भाजपा देहात अध्यक्ष जीतमल प्रजापत ने कहा कि महाकुंभ और अयोध्या जैसे पवित्र स्थलों की यात्रा का सौभाग्य मिलना एक ऐतिहासिक अवसर है. कार्यकर्ताओं ने इस यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था और उसका खर्च उठाने के लिए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी का आभार प्रकट किया है. भागीरथ चौधरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से विशेष अनुरोध कर ट्रेन की बुकिंग पहले ही करवा ली. साथ ही ट्रेन का किराया भी जमा करवा दिया. यात्रियों के भोजन एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की संपूर्ण जिम्मेदारी भी केंद्रीय मंत्री ने ली है.
यह रहेगा यात्रा का कार्यक्रम: गुरुवार को 2 बजे 1300 के लगभग कार्यकर्ताओं के साथ भागीरथ चौधरी भी तीर्थ यात्रा के लिए विशेष ट्रेन से रवाना हुए. अजमेर जंक्शन से रवाना होकर ट्रेन और किशनगढ़ और जयपुर होते हुए 21 फरवरी को सुबह 6:30 बजे प्रयागराज संगम स्टेशन पहुंचेगी. प्रयागराज में सभी कार्यकर्ता महाकुंभ स्नान करेंगे. 21 फरवरी को दोपहर 2 बजे ट्रेन अयोध्या के लिए रवाना होगी. वहां कार्यकर्ता श्रीरामलला के दर्शन करेंगे. दर्शन के बाद रात 10 बजे ट्रेन अयोध्या रेलवे स्टेशन से वापस अजमेर के लिए रवाना होगी. ट्रेन 22 फरवरी को शाम 5 बजे अजमेर पहुंचेगी.