ETV Bharat / state

कोटा बैराज से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी की निकासी...खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा चंबल का जलस्तर

मध्य प्रदेश में तेज बारिश के चलते चंबल नदी में पानी की आवक जारी है. जिससे ये खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. वहीं, कोटा बैराज बांध से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है.

Kota Barrage Dam, कोटा न्यूज
कोटा बैराज से हो रही है पानी की निकासी
author img

By

Published : Aug 31, 2020, 2:01 PM IST

कोटा. राजस्थान में कोटा बैराज से पानी की निकासी के चलते रियासत कालीन नयापुरा की पुलिया डूब गई है. उसके अलावा निचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना है. अगर पानी और ज्यादा छोड़ा जाता है, तो इन बस्तियों में पानी प्रवेश कर जाएगा. जिसके लिए नगर निगम ने मुनादी भी उस एरिया में देर रात को रविार को करा दी थी. अभी फिलहाल कोटा बैराज से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है.

कोटा बैराज से हो रही है पानी की निकासी

मध्य प्रदेश में हुई तेज बारिश के चलते चंबल नदी में पानी की आवक हो रही है. इसके चलते ही चंबल नदी पर बने बांध के पानी की निकासी जारी है. कोटा बैराज से पानी की निकासी के चलते रियासत कालीन नयापुरा की पुलिया डूब गई है. उसके अलावा निचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना है. अगर पानी और ज्यादा छोड़ा जाता है तो इन बस्तियों में पानी प्रवेश कर जाएगा. कोटा बैराज से पानी की निकासी की जा रही है. इसके लिए 8 गेटों को 115 फीट खोले गए हैं. साथ ही चंबल नदी में कोटा बैराज के बाद कुछ सहायक नदियां भी मिलती हैं. इससे उसमें पानी की आवक लगातार बनी हुई है और धौलपुर तक चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

गांधी सागर में पानी की आवक...

गांधी सागर बांध में पानी की आवक रविवार को 5 लाख क्यूसेक से ज्यादा थी. अब यह कम होकर 1 लाख 30 हजार क्यूसेक रह गई है, लेकिन गांधी सागर बांध को 31 अगस्त तक नए गेज के अनुसार 1306 सीट पर मेंटेन करना है. ऐसे में वहां से 3 लाख 30 हजार क्यूसेक के आसपास पानी की निकासी की जा रही है.

Kota Barrage Dam, कोटा न्यूज
चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है

पिछले साल कोटा में मचाई तबाही...

पिछले साल मध्यप्रदेश में हुई तेज बारिश का खामियाजा कोटा के निवासियों को उठाना पड़ा था. जहां गांधी सागर बांध का वाटर लेवल 1312 पर मेंटेन रखना होता है. यह बढ़कर 1319 के आसपास पहुंच गया था. ऐसे में गांधी सागर बांध और ओवरफ्लो हो गया. जिसके बाद बड़ी भारी मात्रा में पानी की निकासी वहां से की गई. ऐसी ही निकासी सभी बांधों से की गई और कोटा बैराज से भी 7 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे निचली बस्तियों में पानी भर गया.

यह भी पढ़ें. कोटा: मिनी अकेलगढ़ पंप हाउस से निकाले पंप, पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे लोग

यहां तक कि कोटा से धौलपुर तक तबाही का मंजर नदी के किनारों पर बना दिया. कोटा शहर के कई निचले इलाके 4 दिनों तक बाढ़ में डूबे रहे थे. इसके बाद ही गांधी सागर बांध के गेज लेवल को मेंटेन करने की पूरी प्लानिंग को बदल दिया गया है. अब 31 अगस्त तक उसे 1306 के लेवल पर ही मेंटेन करना है.

सुबह 9:00 बजे बांधों की स्थिति...

बांध आवक निकासी गेज मेंटेन करना है
गांधी सागर 124000 331000 1306.80 1306
राणा प्रताप सागर बांध 330000 128000 1152.90 1154
जवाहर सागर बांध 129500 130000 974.90 974
कोटा बैराज 130000 130000 851.60 851

कोटा. राजस्थान में कोटा बैराज से पानी की निकासी के चलते रियासत कालीन नयापुरा की पुलिया डूब गई है. उसके अलावा निचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना है. अगर पानी और ज्यादा छोड़ा जाता है, तो इन बस्तियों में पानी प्रवेश कर जाएगा. जिसके लिए नगर निगम ने मुनादी भी उस एरिया में देर रात को रविार को करा दी थी. अभी फिलहाल कोटा बैराज से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है.

कोटा बैराज से हो रही है पानी की निकासी

मध्य प्रदेश में हुई तेज बारिश के चलते चंबल नदी में पानी की आवक हो रही है. इसके चलते ही चंबल नदी पर बने बांध के पानी की निकासी जारी है. कोटा बैराज से पानी की निकासी के चलते रियासत कालीन नयापुरा की पुलिया डूब गई है. उसके अलावा निचली बस्तियों में पानी भरने की संभावना है. अगर पानी और ज्यादा छोड़ा जाता है तो इन बस्तियों में पानी प्रवेश कर जाएगा. कोटा बैराज से पानी की निकासी की जा रही है. इसके लिए 8 गेटों को 115 फीट खोले गए हैं. साथ ही चंबल नदी में कोटा बैराज के बाद कुछ सहायक नदियां भी मिलती हैं. इससे उसमें पानी की आवक लगातार बनी हुई है और धौलपुर तक चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

गांधी सागर में पानी की आवक...

गांधी सागर बांध में पानी की आवक रविवार को 5 लाख क्यूसेक से ज्यादा थी. अब यह कम होकर 1 लाख 30 हजार क्यूसेक रह गई है, लेकिन गांधी सागर बांध को 31 अगस्त तक नए गेज के अनुसार 1306 सीट पर मेंटेन करना है. ऐसे में वहां से 3 लाख 30 हजार क्यूसेक के आसपास पानी की निकासी की जा रही है.

Kota Barrage Dam, कोटा न्यूज
चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है

पिछले साल कोटा में मचाई तबाही...

पिछले साल मध्यप्रदेश में हुई तेज बारिश का खामियाजा कोटा के निवासियों को उठाना पड़ा था. जहां गांधी सागर बांध का वाटर लेवल 1312 पर मेंटेन रखना होता है. यह बढ़कर 1319 के आसपास पहुंच गया था. ऐसे में गांधी सागर बांध और ओवरफ्लो हो गया. जिसके बाद बड़ी भारी मात्रा में पानी की निकासी वहां से की गई. ऐसी ही निकासी सभी बांधों से की गई और कोटा बैराज से भी 7 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे निचली बस्तियों में पानी भर गया.

यह भी पढ़ें. कोटा: मिनी अकेलगढ़ पंप हाउस से निकाले पंप, पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे लोग

यहां तक कि कोटा से धौलपुर तक तबाही का मंजर नदी के किनारों पर बना दिया. कोटा शहर के कई निचले इलाके 4 दिनों तक बाढ़ में डूबे रहे थे. इसके बाद ही गांधी सागर बांध के गेज लेवल को मेंटेन करने की पूरी प्लानिंग को बदल दिया गया है. अब 31 अगस्त तक उसे 1306 के लेवल पर ही मेंटेन करना है.

सुबह 9:00 बजे बांधों की स्थिति...

बांध आवक निकासी गेज मेंटेन करना है
गांधी सागर 124000 331000 1306.80 1306
राणा प्रताप सागर बांध 330000 128000 1152.90 1154
जवाहर सागर बांध 129500 130000 974.90 974
कोटा बैराज 130000 130000 851.60 851
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.