करौली. राजस्थान सियासी संग्राम के बीच 35 दिन की बाड़ेबंदी से निकलने के बाद बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक लाखन सिंह करौली दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बात करते हुए कहा कि बीएसपी या भाजपा को अब 10 महीने बाद याद आया है कि विधायक कहां गए.
विधायक लाखन सिंह के मुताबिक सभी 6 विधायकों ने कानून के मुताबिक कांग्रेस मे विलय किया है. सभी कांग्रेस के सदस्य हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हैं. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में बीएसपी विधायकों को जगह देने का फैसला लेने का काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कार्यक्षेत्र है.
बीजेपी पर जमकर कटाक्ष करते हुए सिंह ने कहा कि बीजेपी ने राजस्थान में सरकार को गिराने का खूब प्रयास किया, लेकिन सभी विधायकों ने एकजुट होकर लोकतंत्र का साथ दिया. अशोक गहलोत के नेतृत्व में सरकार को लगभग 2 साल हो गए हैं और दावे के साथ कह सकते हैं कि सरकार अगले 5 साल का कार्यकाल भी पूरा करेगी.
होटल में रहकर भी जनसमस्याओं का किया समाधान...
विधायक ने बताया कि 35 दिन के बाद सब होटलों में से अपने विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे हैं. सरकार और विधायक होटल में जरूर रहे परंतु होटल से ही विकास से संबंधित कार्य, जनसमस्याओं का समाधान करने का पूरा प्रयास किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी वीसी के जरिए प्रदेश की जन समस्याओं का समाधान करने का पूरा प्रयास किया.
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कांग्रेस प्रभारी बदलना आलाकमान का फैसला...
राजस्थान में अविनाश पांडे को हटाकर अजय माकन को कांग्रेस का प्रभारी बनाने के मामले पर विधायक ने कहा कि राजस्थान में अविनाश पांडे करीब साढ़े तीन साल राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी रहे हैं. यह पार्टी के आलाकमान का फैसला है. अजय माकन एक अच्छे आदमी हैं और देश की राजनीति में उनका बहुत बड़ा कद है. उनसे कांग्रेस के विधायकों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.
विपक्ष का मुद्दा उठाने का ही है काम...
विपक्षी पार्टी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्ष में बैठी हुई है तो उनका तो मुद्दा उठाने का काम होता ही है, लेकिन कोरोना का मुद्दा उठाकर जो बातें विपक्ष ने कही हैं, ऐसा नहीं है. कोरोना के मरीज बढ़े जरूर है लेकिन उसके साथ ही जांच भी बढ़ी है. इसमे खास चिंता करने की जरूरत नहीं है. राजस्थान मे कोरोना की मुत्यु दर भी बहुत कम है. करीब डेढ दो प्रतिशत के आसपास है. यह जो वायरस और महामारी है इससे डरने की नहीं बचाव की जरूरत है.
BSP को अब आई हमारी याद...
कोर्ट में गए मामले पर विधायक ने कहा कि बीएसपी का कोर्ट में जो मामला गया है, वो सब निराधार है. विधायक ने कहा कि सभी 6 विधायकों ने कांग्रेस में कानून के मुताबिक विलय किया था. सभी 6 विधायकों के कांग्रेस में जाने के बाद उस समय ना तो बीएसपी ने ऑब्जेक्शन उठाया ना ही किसी अन्य पार्टी ने ऑब्जेक्शन उठाया. लेकिन ताज्जुब है कि बीएसपी को अब 10 महीने बाद याद आया है कि हमारे विधायक कहीं गए हुए हैं, तो यह सब निराधार बात है.
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वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती पर विधायक लाखन सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हम सभी कांग्रेस के सदस्य है तो कांग्रेस को ही समर्थन करेंगे. जब विलय हो गया तो सभी 6 विधायक कांग्रेस के सदस्यों हो गए. इसलिए सभी विधायक कांग्रेस का समर्थन करेंगे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ही समर्थन करेंगे.
सत्ता गिराने की BJP ने की पूरी कोशिश...
भाजपा द्वारा कांग्रेस की भीतरघात वाली लड़ाई के आरोप पर विधायक ने कहा कि बीजेपी जो कह रही है कि यह कांग्रेस के घर की लड़ाई है तो इसमें कोई शक की बात नहीं कि सभी घर के सदस्य हैं. लेकिन लड़ाई कराने वाले भी तो बीजेपी के ही लोग हैं. आज जिस तरह से वीडियो वायरल हो रहे हैं उसमें पानी की तरह पैसा बहा जा रहा है. तो यह जगजाहिर है कि बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रही है. राजस्थान में बीजेपी ने कांग्रेस सरकार को गिराने का पूरा प्रयास किया.
कोरोना पर कलेक्टर को दिए निर्देश...
करौली में बढ़ते कोरोना के बढ़ते ग्राफ के मामले पर विधायक ने कहा कि कोरोना को लेकर कलेक्टर से बात की है. कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि कोरोना के मरीजों को इलाज में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. विधायक ने कहा कि जिस प्रकार से प्रतिदिन जांचों का आंकड़ा बड़ा है तो उस हिसाब से कोरोना के मरीजों की संख्या तो बढ़ेगी ही. उन्होंने जनता से अपील की है कि कोरोना से डरे नहीं बल्कि बचाव करें. विधायक ने कहा कि जिले के रूके हुए विकास के कार्यों को भी शुरू कराया जाएगा. कलेक्टर को निर्देश दे दिए गए हैं कि जो भी विकास के कार्य रूके हैं उनको शीघ्रता से पूरा कराया जाए.