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खुला बंदियों के 'द जेल आर्केस्ट्रा बैंड' ने बिखेरी स्वर लहरियां, गूंज उठा रवीन्द्र रंगमंच - BIKANER CENTRAL JAIL

बीकानेर में कैदियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य कार्यशाला का आयोजन किया गया.

कैदियों के लिए नवाचार
कैदियों के लिए नवाचार (ETV Bharat Bikaner)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 8, 2025, 8:52 AM IST

बीकानेर: बीकानेर केन्द्रीय कारागृह के खुला बंदियों के 'द जेल आर्केस्ट्रा बैंड' की स्वर लहरियों से मंगलवार को रवीन्द्र रंगमंच गूंज उठा. केन्द्रीय कारागृह के बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम 'आशाएं' के तहत खुला बंदी शिविर सदस्यों की ओर से ये प्रस्तुतियां दी गई.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त महानिदेशक कारागार रुपिंदर सिंह ने कहा कि आशाएं कार्यक्रम जेल‌ बंदियों के जीवन सुधार की दिशा में एक बेहतरीन शुरुआत है. जेल प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सहित अन्य सभी सहयोगी एजेंसियां इसके लिए बधाई की पात्र हैं.‌ जेल बंदियों की मानसिक स्थिति को समझते हुए उनके सुधार के लिए की गई इस पहल से बंदियों की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा मिल सकेगी. उन्होंने आमजन से भी द जेल आर्केस्ट्रा बैंड को बुक करने की अपील की, जिससे होने वाली आय का उपयोग इस बैंड के लिए सुविधाएं विकसित करने में किया जा सकेगा.

पढ़ें. भजन-कीर्तन में रमे जेल के बंदी, जमकर झूमते आए नजर

1406 कैदियों के जीवन में सुधार : कार्यक्रम में आईजी बीकानेर ओमप्रकाश ने कहा कि छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव‌ के महत्वपूर्ण घटक हैं. केन्द्रीय कारागृह प्रशासन का आशाएं कार्यक्रम इसकी एक बानगी है. सुधार की संभावना हर व्यक्ति में होती है. इस आंदोलन के माध्यम से 1406 कैदियों के जीवन सुधार की दिशा में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है. कैदियों के सामने तमाम‌ समस्याओं के बावजूद यह नवाचार आशा की एक किरण है‌, जिससे उनकी ऊर्जा को‌ सकारातमक रुख दिया जा सकेगा. हुनर और रोजगार से इन लोगों के जीवन को उज्जवल बनाया जा सकेगा.

नवाचार की सराहना: संयुक्त सचिव गृह पूजा पार्थ ने कहा कि केंद्रीय कारागृह बीकानेर में बंदियों के सुधार और सकारात्मक विकास के लिए चलाया जा रहा आशाएं कार्यक्रम अपने नाम के अनुरूप सार्थकता लिए हुए हैं.‌ ये नवाचार बंदियों को हुनर सीखाने में तो मददगार साबित होगा ही, इसके जरिए जेल में सकारात्मक वातावरण निर्माण में भी मदद मिल सकेगी. उन्होंने बंदियों के लिए जेल में स्थापित हेल्प डेस्क, उद्योग शाला, बैंड जैसे नवाचार की सराहना की और बंदियों के जीवन में सुधार की दिशा में इसे अभिनव पहल बताया. उन्होंने कहा कि जेल‌ प्रशासन ने विषम परिस्थितियों के बावजूद बेहतरीन कार्य किया है.

खुला बंदियों का 'द जेल आर्केस्ट्रा बैंड'
खुला बंदियों का 'द जेल आर्केस्ट्रा बैंड' (ETV Bharat Bikaner)

पढ़ें. कैदियों के कूलर ने जीता लोगों का दिल, जेल की हवा खाने की मची होड़

कौशल विकास के प्रयास किए जा रहे : इससे पहले जेल सुपरिटेंडेंट सुमन मालीवाल ने बताया कि केन्द्रीय कारागृह बीकानेर में 1406 बंदी हैं.‌ जेल प्रशासन की ओर से अवैध सामग्री प्रवेश रोकथाम के साथ ‌बंदियों में सकारात्मक ऊर्जा संचार के लिए कई नवाचार किए गए हैं. ‌साक्षरता, उच्च शिक्षा में प्रवेश, आईटीआई में कम्प्यूटर, डीजल मैकेनिक कोर्स सहित कौशल विकास के प्रयास किए जा रहे हैं. बंदियों की सहायता के लिए हेल्पडेस्क स्थापित की गई हैं. बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए जिला प्रशासन और भामाशाहों के सहयोग से ब्रास बैंड और आर्केस्ट्रा बैंड स्थापित किया गया है. बंदी मजदूरी के रूप में 14 लाख 35 हजार का भुगतान किया गया है.

स्वर लहरियों से सरोबार हुआ रंगमंच : द जेल बैंड की ओर से 'मेरे देश की धरती, मैं रंग शरबतों का...' सहित राजस्थानी फ्यूजन की आकर्षक प्रस्तुतियां दी गईं. इस दौरान पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सिटी रमेश देव, नगर विकास न्यास सचिव अपर्णा गुप्ता, सीईओ जिला परिषद सोहनलाल, सहित गणमान्य नागरिक भामाशाह आदि मौजूद रहे. इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले जेल और पुलिस कार्मिकों को सम्मानित किया गया. इससे पहले वरिष्ठ अधिकारियों ने जेल का निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने जेल की सुरक्षा व्यवस्था‌ सहित जेल बंदियों के लिए चलाई जा रही उद्योगशाला, हेल्प डेस्क, आर्केस्ट्रा बैंड, लाइब्रेरी आदि का अवलोकन किया.

बीकानेर: बीकानेर केन्द्रीय कारागृह के खुला बंदियों के 'द जेल आर्केस्ट्रा बैंड' की स्वर लहरियों से मंगलवार को रवीन्द्र रंगमंच गूंज उठा. केन्द्रीय कारागृह के बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम 'आशाएं' के तहत खुला बंदी शिविर सदस्यों की ओर से ये प्रस्तुतियां दी गई.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त महानिदेशक कारागार रुपिंदर सिंह ने कहा कि आशाएं कार्यक्रम जेल‌ बंदियों के जीवन सुधार की दिशा में एक बेहतरीन शुरुआत है. जेल प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सहित अन्य सभी सहयोगी एजेंसियां इसके लिए बधाई की पात्र हैं.‌ जेल बंदियों की मानसिक स्थिति को समझते हुए उनके सुधार के लिए की गई इस पहल से बंदियों की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा मिल सकेगी. उन्होंने आमजन से भी द जेल आर्केस्ट्रा बैंड को बुक करने की अपील की, जिससे होने वाली आय का उपयोग इस बैंड के लिए सुविधाएं विकसित करने में किया जा सकेगा.

पढ़ें. भजन-कीर्तन में रमे जेल के बंदी, जमकर झूमते आए नजर

1406 कैदियों के जीवन में सुधार : कार्यक्रम में आईजी बीकानेर ओमप्रकाश ने कहा कि छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव‌ के महत्वपूर्ण घटक हैं. केन्द्रीय कारागृह प्रशासन का आशाएं कार्यक्रम इसकी एक बानगी है. सुधार की संभावना हर व्यक्ति में होती है. इस आंदोलन के माध्यम से 1406 कैदियों के जीवन सुधार की दिशा में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है. कैदियों के सामने तमाम‌ समस्याओं के बावजूद यह नवाचार आशा की एक किरण है‌, जिससे उनकी ऊर्जा को‌ सकारातमक रुख दिया जा सकेगा. हुनर और रोजगार से इन लोगों के जीवन को उज्जवल बनाया जा सकेगा.

नवाचार की सराहना: संयुक्त सचिव गृह पूजा पार्थ ने कहा कि केंद्रीय कारागृह बीकानेर में बंदियों के सुधार और सकारात्मक विकास के लिए चलाया जा रहा आशाएं कार्यक्रम अपने नाम के अनुरूप सार्थकता लिए हुए हैं.‌ ये नवाचार बंदियों को हुनर सीखाने में तो मददगार साबित होगा ही, इसके जरिए जेल में सकारात्मक वातावरण निर्माण में भी मदद मिल सकेगी. उन्होंने बंदियों के लिए जेल में स्थापित हेल्प डेस्क, उद्योग शाला, बैंड जैसे नवाचार की सराहना की और बंदियों के जीवन में सुधार की दिशा में इसे अभिनव पहल बताया. उन्होंने कहा कि जेल‌ प्रशासन ने विषम परिस्थितियों के बावजूद बेहतरीन कार्य किया है.

खुला बंदियों का 'द जेल आर्केस्ट्रा बैंड'
खुला बंदियों का 'द जेल आर्केस्ट्रा बैंड' (ETV Bharat Bikaner)

पढ़ें. कैदियों के कूलर ने जीता लोगों का दिल, जेल की हवा खाने की मची होड़

कौशल विकास के प्रयास किए जा रहे : इससे पहले जेल सुपरिटेंडेंट सुमन मालीवाल ने बताया कि केन्द्रीय कारागृह बीकानेर में 1406 बंदी हैं.‌ जेल प्रशासन की ओर से अवैध सामग्री प्रवेश रोकथाम के साथ ‌बंदियों में सकारात्मक ऊर्जा संचार के लिए कई नवाचार किए गए हैं. ‌साक्षरता, उच्च शिक्षा में प्रवेश, आईटीआई में कम्प्यूटर, डीजल मैकेनिक कोर्स सहित कौशल विकास के प्रयास किए जा रहे हैं. बंदियों की सहायता के लिए हेल्पडेस्क स्थापित की गई हैं. बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए जिला प्रशासन और भामाशाहों के सहयोग से ब्रास बैंड और आर्केस्ट्रा बैंड स्थापित किया गया है. बंदी मजदूरी के रूप में 14 लाख 35 हजार का भुगतान किया गया है.

स्वर लहरियों से सरोबार हुआ रंगमंच : द जेल बैंड की ओर से 'मेरे देश की धरती, मैं रंग शरबतों का...' सहित राजस्थानी फ्यूजन की आकर्षक प्रस्तुतियां दी गईं. इस दौरान पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सिटी रमेश देव, नगर विकास न्यास सचिव अपर्णा गुप्ता, सीईओ जिला परिषद सोहनलाल, सहित गणमान्य नागरिक भामाशाह आदि मौजूद रहे. इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले जेल और पुलिस कार्मिकों को सम्मानित किया गया. इससे पहले वरिष्ठ अधिकारियों ने जेल का निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने जेल की सुरक्षा व्यवस्था‌ सहित जेल बंदियों के लिए चलाई जा रही उद्योगशाला, हेल्प डेस्क, आर्केस्ट्रा बैंड, लाइब्रेरी आदि का अवलोकन किया.

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