करौली. हिंडौन उपखंड को जिला बनाने की मांग को लेकर सोमवार को क्षेत्रों के छोटे-बड़े व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रख विरोध जताया. इस दौरान हिंडौन शहर में एक जनसभा का आयोजन भी हुआ. इसमे व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने हिंडौन को जिला घोषित नहीं करने की स्थिति में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है. साथ ही विधायक के घर के सामने अनिश्चितकालीन धरना देने की बात कही.
आमसभा में व्यापार मंडल सहित प्रबुद्धजनों ने हिंडौन को जिला बनाने और महावीरजी और सुरौठ को नगर पालिका बनाने के लिए अपना विचार व्यक्त किया. व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजय मित्तल ने बताया कि हिंडौन को जिला बनाने की मांग पिछले 20 वर्षों से चली आ रही है. हाल में ही मुख्यमंत्री ने 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है, उनमें हिंडौन का नाम नहीं है. हिंडौन की जनता इससे नाराज है, इसलिए आज शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर सरकार को हिंडौन जिला बनाने की चेतावनी दी है.
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व्यापार मंडल मुख्यमंत्री से करेगा मुलाकात : व्यापार मंडल के सदस्य दीनदयाल ने बताया कि हिंडौन को जिला बनाने के लिए शहरवासी सहित ग्रामीण क्षेत्र के लोग पूरी तरह से लामबंद हैं. मुख्यमंत्री दस और नए जिलों की घोषणा करेंगे. विधायक भरोसी लाल ने आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री के सामने हिंडौन को जिला बनाने की मांग पुरजोर तरीके से रखी जाएगी. इस मामले में व्यापार मंडल का एक 21 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री से मिलकर हिंडौन को जिला बनाने की मांग रखेगा.
बता दें कि करौली जिले के हिंडौन उपखंड को जिला बनाने की मांग को लेकर कई दिनों से उपखंड मुख्यालय के बाहर धरना भी चल रहा है. रविवार को हिंडौन लोगों ने मैराथन दौड़ लगाकर शहर वासियों को जागरूक भी किया था. शहरवासियों की मांग है कि हिंडौन सिटी को जिला बनाने के साथ करौली जिले को संभागीय मुख्यालय बनाया जाए. साथ ही श्री महावीर जी और सुरौठ को नगर पालिका और महू को तहसील बनाया जाए.