करौली. पिता-पुत्र की हत्या के मामले में हिंडौन स्थित उप कारागृह में बंद विचाराधीन बंदी की सोमवार को संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई. जेल कर्मी शव को लेकर राजकीय चिकित्सालय पहुंचे. पुलिस सुरक्षा में शव के अंतिम संस्कार की मांग को लेकर परिजनों के अडे़ होने के कारण मंगलवार सुबह तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका.
जेलर किशन चंद ने बताया की मृतक बंदी बनकी गांव निवासी मोहर सिंह जाटव पुत्र हरचंद है. वह करीब 4 माह से पिता-पुत्र की हत्या के मामले में जेल में बंद था. बंदी सुबह पानी पीने के बाद शौच करने गया था. शौचालय में उसे हार्ट अटैक आ गया. हालांकि मौत के कारण का सही खुलासा पोस्टमार्टम के बाद हो सकेगा. जेल में अंदर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने बंदी को बाहर निकाल उसे चिकित्सालय ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है.
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सूचना पर न्यायिक मजिस्ट्रेट युधिष्ठिर मीना, कोतवाली थाना प्रभारी चिकित्सालय पहुंचे और परिजनों से पोस्टमार्टम कराने की समझाइश दी, लेकिन परिजनों ने गांव मे दबंगों का डर होने की वजह से पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया, परिजनों की मांग थी. पुलिस सुरक्षा मे शव का अंतिम संस्कार हो. ऐसे में मंगलवार सुबह तक बंदी का पोस्टमार्टम नहीं हो सका.