जयपुर : प्रदेश को 336 नए जिला शिक्षा अधिकारी मिले हैं, जो माध्यमिक और प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी के तौर पर काम देखेंगे. राजस्थान लोक सेवा आयोग ने 336 प्रधानाचार्यों को विभागीय पदोन्नति के तहत जिला शिक्षा अधिकारी के पदों पर पदोन्नत किया गया.
राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने 2022-23 (डेफर प्रकरण) 2023-24, 2024-25 वर्ष के लिए प्रधानाचार्यों को जिला शिक्षा अधिकारी पदों पर पदोन्नत करने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है. इस पदोन्नति को विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) की ओर से अंतिम रूप दिया गया. कुल 336 प्रधानाचार्यों को इस प्रक्रिया के तहत जिला शिक्षा अधिकारी के पदों पर पदोन्नत किया गया है.
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इन श्रेणियों में की गई पदोन्नति
- सामान्य (अनारक्षित): 243
- अनुसूचित जाति (SC): 58
- अनुसूचित जनजाति (ST): 35
- दिव्यांग (PwD): 13
प्रधानाचार्य पद से जिला शिक्षा अधिकारी पद पर पदोन्नत किए गए अधिकारियों को राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने बधाई देते हुए कहा कि उन्हें राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अपने प्रयास जारी रखने होंगे. ये पदोन्नतियां राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था में नेतृत्व को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. ये उपलब्धि राज्य सरकार की शिक्षण नेतृत्व में समावेशिता और समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
हालांकि, शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अध्यापकों से व्याख्याता पद पर बीते दो वर्ष 2021-22 और 2022-23 की पदोन्नतियां तो की गईं, लेकिन पदस्थापन नहीं किया गया है. वहीं, वर्ष 2023-24 और 2024-25 की पदोन्नतियां अभी भी लंबित हैं. इसके साथ ही अध्यापकों से वरिष्ठ अध्यापकों के पद पर बीते 4 साल की पदोन्नतियां भी बकाया चल रही हैं, जिसका शिक्षकों को इंतजार है. बढ़ते इंतजार के विरोध में शिक्षकों ने विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी भी दी है.